मेड पर खेती से किसान का लगा जैकपॉट, 1000 सहजन पौधों से कमाए 11 लाख, लागत से 5 गुना तक मुनाफा

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Success Story: ज़िले के मझौलिया प्रखंड के कुछ किसान खेत की मेड पर सहजन की एक खास प्रजाति की खेती कर सालभर मुनाफा कमा रहे हैं. खास बात यह है कि इसमें होने वाला मुनाफा लागत से करीब 5 गुना ज्यादा है, जो इसे किसानो…और पढ़ें
प्रतीकत्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
- पश्चिम चम्पारण के किसान सहजन की खेती से कमा रहे लाखों.
- 1000 पौधों से सालाना 10 लाख रुपए से अधिक की कमाई.
- सहजन की खेती में लागत से 5 गुना ज्यादा मुनाफा.
आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. पश्चिम चम्पारण के किसान इन दिनों खेत की मेड से सालाना 15 लाख रुपए तक की कमाई कर रहे हैं. सुनने में भले ही अचरज लगे, लेकिन यह हकीकत है. मझौलिया प्रखंड के कुछ किसानों ने खेत की मेड पर सहजन की एक खास किस्म की खेती शुरू की है, जिससे उन्हें पूरे साल भर आमदनी हो रही है. लागत के मुकाबले छह गुना तक मुनाफा मिल रहा है, जिससे यह खेती किसानों के लिए किसी लॉटरी से कम नहीं लग रही. रुलहीं पंचायत के किसान परशुराम भी ऐसे ही सफल किसानों में शामिल हैं.
एक सीजन में डेढ़ टन सहजन का फलन
परशुराम बताते हैं कि उन्होंने करीब दो साल पहले मोरिंगा की खेती की शुरुआत की थी. बारह महीने फलन सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने मोरिंगा की PKM-1 प्रजाति को चुना. लगभग 2 हेक्टेयर में फैली नर्सरी की मेड पर उन्होंने 1000 पौधे लगाए और उनकी नियमित देखभाल की. कुछ ही महीनों में पौधे बड़े हुए और उनमें सहजन का फल आना शुरू हो गया. हैरानी की बात यह रही कि पहले ही साल और पहले सीजन में प्रति पौधा औसतन 15 किलो तक सहजन की पैदावार हुई. यानी पहले सीजन में ही कुल 15,000 किलो सहजन का उत्पादन हुआ.
सालाना 10 लाख रुपए से ऊपर की कमाई
कहानी यहीं खत्म नहीं होती. पहले सीजन की तुड़ाई के बाद अगली फसल में भी सहजन का भरपूर फलन हुआ. यानी, एक मोरिंगा के पौधे से साल भर में औसतन 30 किलो तक फल मिल गया. अब अगर बात कीमत और बाज़ार की करें, तो परशुराम के मुताबिक, बाजार में खुदरा स्तर पर सहजन की कीमत लगभग 50 रुपए प्रति किलो होती है, जबकि थोक विक्रेता इसे किसानों से 30 से 35 रुपए प्रति किलो की दर पर खरीदते हैं. ऐसे में 1000 पौधों से सालभर में करीब 30,000 किलो सहजन का उत्पादन होता है, जिसे अगर 35 रुपए प्रति किलो की दर से भी बेचा जाए, तो सालाना कमाई 10 लाख रुपए से ज्यादा हो जाती है.
लागत से पांच गुना फायदा
खर्च की बात करें तो मोरिंगा की इस खास वैरायटी के एक पौधे की कीमत लगभग 35 रुपए है, जबकि सालभर उसकी देखभाल में करीब 200 रुपए का खर्च आता है. इस तरह 1000 पौधों पर कुल मिलाकर पौधे की लागत और देखरेख मिलाकर सालाना खर्च करीब 2 लाख 35 हजार रुपए बैठता है. अब ऐसे में अगर पहले ही साल से 10 लाख रुपए से अधिक की कमाई हो रही है, तो सोचिए ये खेती आपके भविष्य को कितनी बड़ी आर्थिक मजबूती दे सकती है.
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