Married by claiming to be a modern Muslim, now under pressure to convert | मॉडर्न मुस्लिम बताकर शादी की, अब धर्म परिवर्तन का दबाव: भोपाल में महिला बोली- पति ने मेरे भगवान की मूर्ती खंडित की, पीट-पीटकर घर से निकाला – Bhopal News

महिला का आरोप है कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही।
मेरी शादी मुस्लिम परिवार में हुई, शादी से पहले ससुराल वालों ने मुझे भरोसा दिलाया कि हम मॉडर्न मुस्लिम फैमिली हैं। आप अपना धर्म फॉलो करें, हम अपना धर्म फॉलो करेंगे। सास और ससुर ने भी घर आकर पिता भरोसा दिलाया कि कभी बेटी पर धर्मांतरण का दबाव नहीं डालें
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उनकी मृत्यु के बाद से ही अचानक पति, ससुर, सास, जेठानी और जेठ मुझ पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगे। नमाज पढ़ने से लेकर इस्लामिक तौर और तरीकों को निभाने का दबाव बनाया जाने लगा। मेरी मां ने मुझे हनुमान और राम भगवान की मूर्ति गिफ्ट की थी। पति गानिम अली ने मेरी इन मूर्तियों को खंडित कर दिया। यहां तक की मुझे इतना प्रताड़ित किया कि मैं घर छोड़ दूं। मैंने लव मैरिज की थी, गानिम के साथ जीने और मरने की कसम खाई थी।
यह कहना है 35 साल की पीड़िता का, जिन्हें उनके ससुराल से प्रताड़ित किया जा रहा है। पीड़िता ने बताया कि,
वह हर हाल में शादी को बचाए रखना चाहती थी। उनके तमाम सितम सहने के बाद भी जब मैंने घर नहीं छोड़ा तो पिछले साल जून महीने में मुझे जबरन घर से निकाल दिया गया। घर नहीं छोड़ने की हालत में मुझे धमकाया कि हत्या कर दी जाएगी। ससुर घर से निकालने के बाद भी मुझे वॉट्सऐप मैसेज पर धमकाते थे। उनके डर से मैंने भोपाल छोड़ दिया और बड़ी बहन के पास दिल्ली में रहने लगी।
वहीं जॉब करने लगी। मैं न्याय चाहती हूं। आरोपियों पर कार्रवाई चाहती हूं। लेकिन मेरी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। जबकि मध्य प्रदेश में धार्मिक स्वतंत्रता का हनन करने वालों के खिलाफ सख्त कानून है, लेकिन भोपाल पुलिस इस कानून के तहत मेरी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
न्याय की आस में पिछले पांच दिनों से भोपाल में हूं। महिला थाने में शिकायत कर चुकी हूं। काउंसलिंग के नाम पर मुझे घंटों तक बैठाकर रखा जाता है। लेकिन आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा ही। की जाएगी भी या नहीं? इस संबंध में भी कोई जवाब नहीं दिया जाता।
पाकिस्तानी जेठानी ने सबको भड़काया
35 साल की पीड़िता ने बताया कि उनकी जेठानी सना हबीब पाकिस्तान की रहने वाली है। फिलहाल दुबई में जेठ गाजी अली के साथ रहती है। इसी महिला ने सास सालिक अली और ससुर गजनफर अली को सबसे पहले मेरे हिंदू होने का एहसास कराया।
वहीं हमेशा कॉल पर भड़काती थी कि मुझे इस्लाम में दाखिल क्यों नहीं कराया जा रहा है। जब तक मैं इस्लाम नहीं कबूल करती, तब तक मेरी औलाद मुस्लिम नहीं हो सकती। यही कारण है कि मैंने कभी बच्चे को जन्म देने की हिम्मत नहीं की।
पूजा पाठ पर रोक लगा रखी थी
पति ने शादी से पहले भरोसा दिलाया था कि पूजा-पाठ पर किसी प्रकार की रोक टोक नहीं की जाएगी। लेकिन शादी के बाद मुझे कभी पूजा-पाठ नहीं करने दी गई। अब पति अन्य महिला से शादी करने की फिराक में है। इस महिला को उसने जल्द शादी कर लेने का भरोसा दिलाया है।
महिला थाना भोपाल में मैं शिकायत कर चुकी हूं। कार्रवाई नहीं की जा रही है। पीड़िता की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने 29 मार्च को घरेलू हिंसा का केस दर्ज किया है।
इस मामले में महिला थाने की टीआई अंजना दुबे ने बताया कि मामले की शिकायत वरिष्ठ अधिकारी से की गई थी। वहीं से आवेदन जांच मुझे सौंपी गई।
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