अजब गजब

‘हमने हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है, लेकिन…’, उद्धव ठाकरे ने बताया मुसलमानों ने क्यों किया उनका समर्थन

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शिवसेना यूबीटी नेता उद्धव ठाकरे।

 

नासिक: शिवसेना (UBT) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने बुधवार को उत्तर महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने हिंदुत्व की विचारधारा का त्याग नहीं किया है, लेकिन उनकी पूर्व सहयोगी भारतीय जनता पार्टी का हिंदुत्व का ‘सड़ा हुआ’ संस्करण उन्हें स्वीकार्य नहीं है। ठाकरे ने सुझाव दिया कि महाराष्ट्र की बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार को मुंबई के राजभवन परिसर को छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक में बदल देना चाहिए और राज्यपाल आवास को किसी अन्य स्थान पर ट्रांसफर कर देना चाहिए।

‘मैंने बीजेपी से नाता तोड़ा है, हिंदुत्व से नहीं’

ठाकरे ने कहा कि अगर बीजेपी वास्तव में छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान करती है, तो केंद्र सरकार को उनकी जयंती पर पूरे देश में छुट्टी घोषित करनी चाहिए। ठाकरे ने दावा किया कि अविभाजित शिवसेना के बिना बीजेपी उस स्थिति में नहीं पहुंच पाती, जहां वह अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कर सके। उन्होंने बीजेपी पर झूठा विमर्श फैलाने का आरोप लगाया कि शिवसेना (UBT) ने हिंदुत्व का रास्ता छोड़ दिया है। ठाकरे ने कहा, ‘मैंने बीजेपी से नाता तोड़ा है, हिंदुत्व से नहीं। मैं मर भी जाऊं तो भी हिंदुत्व नहीं छोड़ूंगा। मशाल पार्टी का चुनाव चिह्न हो सकता है, लेकिन भगवा रंग इसकी पहचान है।’

‘नीतीश ने RSS मुक्त भारत की मांग की थी’

बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कि कांग्रेस से गठबंधन के बाद ठाकरे ने हिंदू राष्ट्रवाद छोड़ दिया, उन्होंने कहा, ‘मैं बीजेपी के सड़े हुए हिंदुत्व की परिभाषा को स्वीकार नहीं करता। मुझे बताएं कि मैंने कहां हिंदुत्व को त्यागा है। यह एक झूठा विमर्श है कि बीजेपी एक हिंदुत्वादी पार्टी है।’ ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने TDP और JDU के साथ गठबंधन किया है, जिसके प्रमुख नीतीश कुमार ने कभी ‘RSS मुक्त भारत’ की मांग की थी। उन्होंने रमजान के दौरान ‘सौगात-ए-मोदी’ किट बांटने को लेकर भी बीजेपी पर कटाक्ष किया और कहा कि यह बिहार में चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया, जबकि महाराष्ट्र में इसी पार्टी ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था।

मुस्लिमों के सपोर्ट पर क्या बोले उद्धव ठाकरे?

ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय ने उनकी पार्टी का समर्थन इसलिए किया, क्योंकि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने सभी के साथ समान व्यवहार किया। वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ अपनी पार्टी के मतदान पर ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी ने इस विधेयक का विरोध इसलिए किया, क्योंकि हिंदुत्व और वक्फ बोर्ड के बीच कोई संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि बीजेपी ने हाल ही में वक्फ संशोधन अधिनियम का विरोध करने वाली AIADMK के साथ गठबंधन का ऐलान किया है। ठाकरे ने आरोप लगाया कि मुंबई को “लूटा” जा रहा है, क्योंकि सभी बड़ी परियोजनाएं गुजरात को ट्रांसफर की जा रही हैं।

विधानसभा चुनावों के नतीजों पर भी बोले ठाकरे

पूर्व सीएम ने नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को स्वीकार न करने की बात दोहराई, जिसमें विपक्ष को करारी हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि यदि चुनाव बैलट पेपर के जरिए कराए जाएं, तो विपक्ष को सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन से भी बड़ा जनादेश मिलेगा। ठाकरे ने बीजेपी के बूथ प्रबंधन की तारीफ की, लेकिन कहा कि उनकी पार्टी को इस पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन बीजेपी द्वारा फैलाए गए ‘भ्रम’ को दूर नहीं कर सका और उनकी सरकार के अच्छे कार्यों को जनता तक नहीं पहुंचा सका।




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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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