लखनऊ के महिगवां में पुलिस की टीम पर हमला, अंबेडकर की मूर्ति को लेकर ग्रामीणों का भारी बवाल

लखनऊ के महिगवां में शनिवार को भारी बवाल देखने को मिला।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के महिगवां इलाके में शनिवार को पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों के बीच जबरदस्त झड़प हो गई। घटना तब शुरू हुई जब इलाके में बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की एक मूर्ति को लेकर विवाद खड़ा हो गया। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस स्थान पर आमतौर पर विवाह समारोह और बाजार के आयोजन होते हैं, वहां बिना किसी पूर्व सूचना या अनुमति के अंबेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 3 दिन पहले ग्राम प्रधान के प्रस्ताव पर अंबेडकर की मूर्ति रखी गई थी। बवाल को देखते हुए गांव के प्रधान प्रतिनिधि को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर हुआ हमला
मूर्ति स्थापना को लेकर गुस्साई भीड़ ने देखते ही देखते उग्र रूप धारण कर लिया और मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट-पत्थरों और लोहे की छड़ों से हमला किया, जिसमें कई पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुछ पुलिसकर्मियों के सिर तक फट गए। हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई थानों की फोर्स को मौके पर बुलाना पड़ा। महिलाओं, बुज़ुर्गों, युवाओं और बच्चों तक ने मिलकर पुलिस पर हमला किया, जिससे स्थिति और खराब हो गई।
सड़क पर ईंट-पत्थर के टुकड़े बिखरे नजर आए
बताया जा रहा है कि पुलिस को ग्रामीणों को समझाने-बुझाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी है। बवाल के बाद सड़क पर ईंट और पत्थर के टुकड़े बिखरे नजर आए। फिलहाल पूरे इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और हालात को नियंत्रित करने की कोशिश जारी है। कई थानों की फोर्स, पीएसी और बख्शी का तालाब के SDM सतीश चंद्र त्रिपाठी मौके पर तैनात हैं। पुलिस पूरी कोशिश कर रही है कि हालात काबू में आ जाएं और इसके लिए लगातार लोगों को समझा-बुझा रही है। गांववालों से कहा जा रहा है कि परिमशन के बाद ही मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।