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लखीमपुर खीरी. पिछले कुछ सालों से उत्तर प्रदेश के किसान परंपरागत खेती को छोड़ ऐसी खेती की तरफ रुख कर रहे हैं जो मोटा मुनाफा दे रही है. खासकर फलों की बागवानी किसानों के लिए बेहतर कमाई की जरिया बन गया है. कुछ ऐसा ही लखीमपुर खीरी के रहने वाले किसान धीरेन्द्र मौर्य ने किया है.
लखीमपुर खीरी जिले के बांकेगंज ब्लॉक के रहने वाले प्रगतिशील किसान धीरेंद्र मौर्य इन दोनों अमरूद की खेती कर रहे हैं. अमरूद की ऐसी प्रजाति की बागवानी कर रहे हैं, जिसपर साल में तीन बार फसल आती है.
ताइवानी पिंक अमरूद की जबरदस्त है डिमांड
प्रगतिशील किसान धीरेंद्र मौर्य ने बताया कि अमरूद की 1 एकड़ बाग पहले तैयार किया था. जब अमरूद की बागवानी से अच्छा मुनाफा हुआ तो अब एक हेक्टेयर में अमरूद की बागवानी कर रहे हैं. अमरूद की डिमांड इस समय बाजार में अधिक है, बाजारों में इस समय 80 से लेकर 100 रूपए प्रतिकिलो के हिसाब से बिक रहा है. उन्होंने बताया कि अमरूद की बागवानी तो आपने बहुत देखी या की होगी, लेकिन अब ताइवानी पिंक अमरूद ने खलबली मचा दी है. इस प्रजाति की अमरूद की डिमांड भी अधिक है. इसकी बागवानी करना भी बेहद आसान है. इसकी बागवानी से सीजन में किसान तगड़ी कमाई कर सकते हैं.
सालाना तीन से चार लाख की होती है कमाई
किसान धीरेंद्र मौर्य ने बताया कि पिंक ताइवान का पौधा वर्ष में फलने लगाता है. खास बात यह है कि इसमें साल में तीन बार फल लगता है. उन्होंने बताया कि इस अमरूद की बागवानी में शुरू के दिनों में केवल सिंचाई की जरूरत होती है. इसके अलावा कोई मेहनत नहीं होती है. करीब 6 महीने में ही यह पेड़ फल देने लगता है. इसके एक फल का वजन 300 से 400 ग्राम तक का होता है. अमरूद की इस बागवानी से हर साल 3 से 4 लाख की आमदनी हो रही है. उन्होंने बताया कि आस-पास के किसान भी इसकी बागवानी की सलाह लेने के लिए आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 17:32 IST
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