Contractors could not be found to build a 29 km long ghat in Ujjain | 29 km लंबा घाट बनाने नहीं मिले ठेकेदार: सिंहस्थ के पहले कान्ह और शिप्रा नदी पर रेड स्टोन से बनना है घाट, तीसरी बार बुलाए टेंडर – Bhopal News

सिंहस्थ की तैयारियों के लिए उज्जैन में कान्ह नदी और शिप्रा नदी के दोनों तटों पर 29 किमी लंबा घाट बनाने के राज्य सरकार के निर्णय पर अमल नहीं हो पा रहा है। जल 596.62 करोड़ रुपए के इस काम के लिए संसाधन विभाग ने 2 बार बुलाए टेंडर बुलाए जा चुके हैं।
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इसके बाद भी शासन की शर्तों को पूरा करने वाले ठेकेदार सामने नहीं आए हैं। ऐसे में प्रमुख अभियंता जल संसाधन के निर्देश के बाद तीसरी बार टेंडर कॉल किए गए हैं। यह काम अब ढाई साल में पूरा करना है, जिसके लिए पहले शासन ने तीन साल का समय तय किया था।
प्रमुख अभियंता जल संसाधन विनोद कुमार देवड़ा के आदेश के अनुसार इसके लिए विभाग द्वारा पूर्व में 11 मार्च 2025 को टेंडर कॉल किए गए थे। इसके लिए सिर्फ दो ठेकेदारों ने ही फॉर्म भरे। ऐसे में टेंडर की प्रक्रिया पूरी न होने के कारण इन कामों के लिए बुलाए गए टेंडर को ही निरस्त कर दिया गया है।
देवड़ा ने अब परियोजना प्रशासक एनकेपीआईयू-1 और 2 को तीसरी बार टेंडर कॉल करने के निर्देश जारी किए जिसके बाद तीसरी बार 8 अप्रेल को टेंडर कॉल किए गए हैं और अप्रैल अंत तक इस पर फैसला हो सकेगा।
जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता देवड़ा के अनुसार-
नदी के दोनों ओर 29 किमी लंबे घाट बनाने का निर्णय शासन ने लिया है। इसके लिए टेंडर की शर्तों में पहले चार ठेकेदारों से काम कराने की बात थी लेकिन बाद में यह काम किसी एक ठेकेदार से ही कराने का निर्णय हुआ है ताकि काम में एकरूपता रहे और आधा-अधूरा काम होने की स्थिति न रहे। ऐसे में 596.62 करोड़ के काम के लिए ठेकेदार सामने आने पर आगे की कार्यवाही होगी।

घाटों पर लगेंगे रामघाट जैसे रेड स्टोन
कान्ह और शिप्रा नदी पर बनाए जाने वाले घाटों पर पहले स्थानीय स्तर पर उपलब्ध स्टोन लगाकर घाट तैयार करने का निर्णय हुआ था लेकिन बाद में यह तय किया है कि रामघाट के जैसे रेड स्टोन से घाट बनाए जाएंगे। इसलिए इसकी डीपीआर की शर्तों में बदलाव कर अब रेड स्टोन से घाट बनाया जाना है।
अन्य काम भी समय पर पूरे करने की तैयारी विभाग ने की है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि रामघाट जैसे स्टोन का इस्तेमाल पूरे 29 किमी के घाट निर्माण में किया जाएगा।
यहां होना है निर्माण
- गोठड़ा से शनि मंदिर तक कान्ह नदी के दोनों तटों पर घाट निर्माण
- शिप्रा नदी के बाएं और दाएं तट पर शनि मंदर से नागदा बायपास तक घाट निर्माण
- आत्मोलिंगेश्वनर मंदिर के पास
- भर्तृहरी गुफा के पास
- अंगारेश्वर मंदिर के पास वेंटेड कॉजवे का निर्माण कार्य
- कान्ह नदी पर पंथपिपलाई, जमालपुरा, गोठड़ा, स्टाप डैम
- पिपलिया राघौ बैराज नंबर 2
- रामवासा बैराज नंबर 2 का स्टाप डैम का निर्माण कार्य
- शिप्रा नदी पर किथोदाराव बैराज का निर्माण।
- उंडासा और जस्ताखेड़ी तालाब का मरम्मत कार्य
- दुर्गादास की छतरी के पास सीसी रोड निर्माण कार्य।
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