ग्वालियर के खासगी बाजार इलाके में एक चार मंजिला इमारत में आग लगने की घटना सामने आई है। आग इतनी भयावह थी कि पूरी बिल्डिंग में लपटें फैल गईं। इस दौरान पांच एलपीजी गैस सिलेंडरों में भी ब्लास्ट हुए, जिसके चलते फायर अमले के दो कर्मचारी घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आग इतनी भयानक थी कि एयरफोर्स स्टेशन से भी फायर अमले को बुलाया गया था। नगर निगम और एयरफोर्स स्टेशन के फायर अमले ने मिलकर आग पर सुबह तक काबू पाया। घटना में धागा फैक्टरी पूरी तरह जल गई। बिल्डिंग के अन्य फ्लैटों में रहने वाले लोगों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया, लेकिन उनका सामान भी आग में जलकर नष्ट हो गया।
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वहीं, मल्टी में रहने वाले लोगों का कहना है कि यह पूरी तरह से मल्टी के मालिक निर्मल सुखवानी की लापरवाही है, क्योंकि वह धागा फैक्ट्री संचालित कर रहे थे। मल्टी की न तो फायर एनओसी थी और न ही सुरक्षा के कोई उपकरण। ऐसे में अब वे मुआवजे और पुलिस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनका पूरा सामान और नकद राशि जलकर खाक हो गए हैं। उनके पास पहनने तक के कपड़े भी नहीं बचे हैं।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और आसपास के लोगों ने बताया कि जब दमकल कर्मी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे, तब पहले एक सिलेंडर ब्लास्ट हुआ। इसके बाद एक घंटे के भीतर कुल पांच सिलेंडर फटे जिससे आग और तेजी से फैल गई। दमकल कर्मियों ने भवन के अंदर जाकर आग पर काबू पाया।
(जलते हुए सिलेंडर)
स्थानीय लोगों का कहना है कि कलां गोपाल नामक यह मल्टी एक रिहायशी इमारत है। इसके निचले हिस्से में डोरा (धागा) बनाने का अवैध कारखाना चल रहा था। आग कैसे लगी, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन कारखाने में मौजूद धागा बनाने की सामग्री अत्यंत ज्वलनशील थी, जिससे आग तेजी से फैल गई। यदि समय रहते मल्टी में रहने वाले लोग नीचे नहीं उतरते, तो बड़ा हादसा हो सकता था। नगर निगम के दमकल कर्मियों का अनुमान है कि शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी से धागे की सामग्री में आग लगी और सिलेंडर फटने से आग ने विकराल रूप ले लिया।