Raisen collector reprimanded private school operators | रायसेन कलेक्टर ने प्राइवेट स्कूल संचालकों को लगाई फटकार: बोले- कोई गरीब बच्चा है तो उसकी फीस खुद भरेंगे; शुक्रवार को सुनी जाएंगी समस्याएं – Raisen News

बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को अभिभावकों की समस्या निराकरण के निर्देश दिए।
रायसेन कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने निजी स्कूलों में फीस वृद्धि और शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर बुधवार को बैठक ली। उन्होंने प्राइवेट स्कूल संचालकों को स्मार्ट क्लास के नाम पर 1500 से 2000 रुपए तक की अतिरिक्त फीस वसूली पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश
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फीस के कारण परीक्षा से वंचित होना शर्म की बात-कलेक्टर
कलेक्टर ने कहा कि कोई गरीब बच्चा फीस नहीं भर पा रहा है, तो वे खुद उसकी फीस जमा करेंगे। उन्होंने स्कूल संचालकों से कहा कि ऐसे बच्चों को उनके पास लाएं। उन्होंने यह भी कहा कि फीस न भर पाने के कारण किसी बच्चे का परीक्षा से वंचित होना शर्म की बात है।
NCRT की जगह निजी प्रकाशकों से किताबें लेने पर आपत्ति- कलेक्टर
बैठक में सबसे पहले कलेक्टर ने स्कूल संचालकों और शिक्षकों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने बच्चों के स्कूल बैग का बोझ कम करने का निर्देश दिया। साथ ही एनसीईआरटी की जगह निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें लेने पर भी आपत्ति जताई।
कलेक्टर विश्वकर्मा ने कहा कि वे खुद गांव के सरकारी स्कूल से पढ़े हैं। उनके समय में कोचिंग क्लास नहीं होती थीं। उनके शिक्षक स्कूल के बाद एक घंटा अतिरिक्त पढ़ाते थे ताकि 80 प्रतिशत वाले छात्र 90 प्रतिशत तक ला सकें।
कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में बड़ी संख्या में अभिभावक शामिल हुए।
अभिभावक हर शुक्रवार कर सकते हैं कलेक्टर से मुलाकात
कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने सप्ताह के एक दिन शुक्रवार तय किया है, इस दिन अभिभावक स्कूल से जुड़ी समस्या लेकर कलेक्ट्रेट में पहुंच सकते हैं। उनकी समस्या सुनी जाएगी।
दरअसल दो दिन पहले सेंट फ्रांसिस कान्वेंट स्कूल को लेकर अभिभावकों ने मोर्चा खोलते हुए महंगी किताबें और हर साल कोर्स बदलने को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। पालकों की इसी समस्या को लेकर कलेक्टर ने बैठक आयोजित की थी। जिसमें जिला पंचायत सीईओ अंजू पवन भदौरिया, डीपीसी पीके रैकवार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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