Robo-tractor will teach farming in agricultural university | कृषि विवि में रोबो-ट्रैक्टर सिखाएगा खेती करना: खुद ही बोएगा बीज, फसल काटेगा, सिंगल चार्जिंग में 5 घंटे चलेगा – Gwalior News

ग्वालियर चंबल संभाग के नाम अब एक ओर कीर्तिमान जुड़ने जा रहा है। भविष्य की तकनीक को देखते हुए ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वद्यिालय में अब रोबोटिक्स से खेती करना सिखाया जाएगा। इसके लिए विवि ने हैदराबाद के फार्म रोबो स्टार्टअप कंपनी से
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जो विवि के एक एकड़ की जमीन में बीज बोएगा और फसल की पैदावार कर उसे कटेगा भी। विवि प्रबंधन का दावा है कि यह प्रदेश का पहला विवि है जहां छात्रों को रोबो ट्रैक्टर से खेती किसानी सिखाई जाएगी। एक्सपर्ट ने बताया कि खेती करने के लिए अलग-अलग उपकरणों की जरूरत होती है। ऐसे में किसानों की समस्या यह रोबोट हल कर सकता है।
हैदरबाद की कंपनी ने डिजाइन किया ट्रेक्टर, कीमत 4.50 लाख इस रोबो ट्रैक्टर को हैदराबाद की कंपनी ने डिजाइन किया है। इसे विवि ने 4.50 लाख में खरीदा है। यह 800 किलो तक वजन खींच सकता है। इसे 500 मीटर की दूरी पर खड़े होकर ऑपरेट किया जा सकता है।
लंबाई 5 फीट, चौड़ाई 2 फीट, ऊंचाई 2.5 फीट और इसका वजन 300 किलो है।
बैटरी से होता है ऑपरेट: यह बैटरी से चलता है। एक बार फुल चार्ज होने पर बैटरी 5 घंटे तक चलती है। इसमें 4 उपकरण लगते है। इनमें रोटरी टीलर रोटावेटर की तरह मिट्टी को दानेदार बनाने और मथने के काम में आता है। स्प्रेयर दो तरह के हैं। यह फसल के ऊपर तक कीटनाशकों से पौधे को कवर कर लेते है। ब्लैड हैरो से जुताई और ब्रश कटर से घास निकालने का काम करेगा। ये सभी रोबोटिक्स की प्रोग्रामिंग के आधार पर काम करेंगे।
विवि के वैज्ञानिकों को दिलाई जाएगी ट्रेनिंग ^मप्र में ग्वालियर में कृषि विश्वविद्यालय में पहली बार रोबोट ट्रैक्टर से स्टूडेंट्स को नवीन तकनीकी से खेती सिखाई जाएगी। इसके लिए उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी। हैदराबाद की कंपनी से दो ट्रेनर्स विश्वविद्यालय के साइंटिस्ट को ट्रेनिंग देंगे। उसके बाद वो विवि में अन्य लोगों को रोबोट से खेती करना सिखाएंगे। -डॉ अरविंद शुक्ला, कुलपति, राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि
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