गुजरात के बनासकांठा में पटाखा फैक्टरी के विस्फोट में पुलिस ने फैक्टरी मालिक को तो पकड़ लिया है, लेकिन उन्हें ऐक ठेकेदार की भी तलाश थी। गुजरात पुलिस को पता चला था कि वह इंदौर के बिजलपुर क्षेत्र में रहता है। उसे गुजरात पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया। इसके लिए इंदौर पुलिस ने भी मदद की।
आरोपी काम हरीश पिता रामचंद्र मेघवानी है। जब पटाखा फैक्टरी में विस्फोट हुआ था, तब वह इंदौर में ही था, लेकिन फैक्टरी में हरीश ही मध्य प्रदेश से मजदूरों को भेजता था,जबकि उसे पता था कि फैक्टरी अवैध है।
हरीश ने ही गोदाम के लिए स्थल को उपयुक्त बताया था। हरीश बिजलपुर क्षेत्र के ट्रेजर टाउन टाउनशिप में रहता था। हरीश पटाखा फैक्टरी के लिए मजदूर उपलब्ध कराता था और आर्थिक लाभ कमाता था। वह इंदौर में रहता था और देवास और हरदा जिले में जिन मजदूरों को पटाखे बनाने का अनुभव था, उन्हें वह गुजरात भेजता था।
आपको बता दे कि गुजरात के बनासकांठा की पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट के कारण 21 लोग जान गंवा चुके है और कुछ घायल भी है। इस मामले में पुलिस फैक्टरी मालिक खूबचंद मोहनानी और उसके बेटे दीपक को गिरफ्तार कर चुकी है। उनके पास पटाखे बेचने का लाइसेंस था, लेकिन उन्होंने अवैध फैक्टरी खोलकर पटाखों का निर्माण शुरू कर दिया था।