भाई ही निकला अपनी बहन का हत्यारा: थाना जुझार नगर पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा
Deepak Bhurji

लवकुशनगर अनुविभाग अंतर्गत का मामला जुझार नगर थाना क्षेत्र केपुलिस अधीक्षक छतरपुर सचिन शर्मा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह द्वारा अंधे खुलासे के लिए टीम गठित की गई थी। उक्त टीम द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में थाना जुझारनगर में पंजीबद्ध अंधे कत्ल के अपराध का खुलासा करने में सफलता प्राप्त की है।
घटना का विवरण इस प्रकार है
दिनांक 14/08/2022 को फरियादी मलहु बेड़िया पिता मैयादीन बेड़िया निवासी ग्राम दिदवारा द्वारा थाना जुझार नगर पर रिपोर्ट की गई थी कि उसकी लड़की छाया ने फांसी लगा ली है, जिसकी मृत्यु हो चुकी है जिस पर
पुलिस ने विधिवत मर्ग पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ कर पंचनामा कार्यवाही कर, मृतिका के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि मृतिका द्वारा फांसी नहीं लगाई गई है, उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है।
मृतिका छाया की हत्या की पुष्टि होने पर थाना जुझार नगर पुलिस द्वारा अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 147/22 धारा 302 आईपीसी का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
घटना दिनांक को घटनास्थल पर पाए गए साक्षीगण मृतिका के परिजन एवं उसके भाई धर्मेन्द्र की उपस्थिति के आधार पर पुलिस द्वारा उक्त मामले की सघन एवं बारीकी से विवेचना की गई। विवेचना के दौरान परिस्थितिजन्य साक्ष्य एवं वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर मृतिका के भाई धर्मन्द्र का आचरण संदेहास्पद पाया गया।
संदेह के आधार पर *मृतिका के भाई धर्मेंद्र गंधर्व (बेड़िया) पिता मलहु बेड़िया उम्र 19 साल। निवासी ग्राम दीदवारा* से पूछताछ की गई, आरोपी धर्मेंद्र गंधर्व (बेड़िया) द्वारा पहले पुलिस को गुमराह गया, किन्तु पुलिस द्वारा बारीकी से पर पूछताछ में आरोपी द्वारा अपनी बहन छाया की गला घोंटकर हत्या करना स्वीकारा गया।
आरोपी द्वारा बताया गया कि उसको अपनी बहन मृतिका छाया के चरित्र पर सन्देह था, इसी बात पर, दोनों में पहले भी लड़ाई झगड़ा हुआ था।
घटना दिनांक को मामूली से विवाद पर आरोपी द्वारा अपनी बहन छाया की गला दबाकर हत्या कर दी एवं घटनास्थल को इस तरीके से रूपांतरित कर दिया गया कि वह ऐसा लगे कि, मृतिका द्वारा स्वयं फांसी लगाई गई है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी गौरिहार निरीक्षक अनूप यादव, थाना प्रभारी जुझार नगर बृजेंद्र चाचोदिया, थाना प्रभारी चंदला उपनिरीक्षक अतुल दीक्षित, उपनिरीक्षक प्रथा दुबे, सहायक उपनिरीक्षक राजकुमार सिंह, आरक्षक अनिल छारि, आरक्षक महेंद्र सचान, आरक्षक सत्येंद्र महत्वपूर्ण भूमिका रही।