Monsoon Weather Report: आंध्र-तेलंगाना में बारिश से हाहाकार, 400 गांव डूबे, 100 से ज्यादा ट्रेनें रद्द – Monsoon Weather Report Very Heavy Rain in Andhra Pradesh Telangana 400 Village Submerged 100 Trains cancel

हैदराबाद/अमरावती. बंगाल की खाड़ी में हलचल का असर दक्षिण राज्यों पर देखा जा रहा है. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन को पटरी से उतार दिया है. दोनों प्रदेशों में तकरीबन 400 गांव डूब चुके हैं. हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. यातायात व्यवस्था भी पूरी तरह से चरमरा गई है. कहीं पटरियों पर पानी भर गया तो कहीं रेलवे ट्रैक ही पानी में बह गया. बारिश से पैदा हुए हालात को देखते हुए 100 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. दूसरी तरफ, हजारों हेक्टेयर की फसल को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है. बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते मौसम ने रौद्र रूप धारण कर रखा है.
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंगलापुड़ी अनिता ने रविवार को बताया कि राज्य में पिछले दो दिनों में मूसलाधार बारिश के कारण 5 जिलों के 294 गांवों से 13,227 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौसम की स्थिति की समीक्षा की और उनसे बाढ़ का आकलन करने तथा उसके अनुसार राहत एवं बचाव अभियान संचालित करने के लिए ड्रोन जैसी प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करने के लिए कहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों पर बना अवदाब रविवार तड़के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर कलिंगपट्टनम के पास दक्षिणी राज्य के तट को पार कर गया. इसी के कारण राज्य में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही थी.
अब तक 9 लोगों की मौत
गृह मंत्री वंगलापुड़ी अनिता ने बताया कि बारिश से प्रभावित इलाकों से निकाले गए लोगों के लिए एनटीआर, कृष्णा, बापटला, गुंटूर और पालनाडु जिलों में 100 राहत एवं पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं. साथ ही 61 मेडिकल कैंप की भी व्यवस्था की गई है. गृह मंत्री ने बताया कि भारी बारिश के कारण अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस, एनडीआरएफ और SDRF की टीमों ने जलमग्न इलाकों से 600 लोगों को बचाया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 17 दलों ने सात जिलों में 22 जलमग्न स्थानों पर बचाव अभियान चलाया. प्रारंभिक अनुमानों का हवाला देते हुए अनिता ने बताया कि बारिश के कारण 62,644 हेक्टेयर धान की फसल और 7,218 हेक्टेयर बाग जलमग्न हो गए हैं.
FIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 19:28 IST
Source link