ना बिजनेस किया ना नौकरी, सीधे शेयर बाजार में डाला हाथ, उधार लेकर शुरू की ट्रेडिंग, अब 22,000 करोड़ की संपत्ति

Success Story: शेयर बाजार से मोटा पैसा कमाने वाले लोगों में सिर्फ चंद नाम हैं. क्योंकि, इस मार्केट में पैसा कमाना हर किसी के बस की बात नहीं है. जब भी बाजार के बिग बुल का जिक्र होता है तो राकेश झुनझुनवाला, राधाकिशन दमानी, विजय केडिया, आशीष कोचलिया, डोली खन्ना समेत कई नाम आते है. इसी कड़ी में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में जिसने शेयर बाजार से कमाया लेकिन ब्रोकिंग बिजनेस के जरिए. हम बात कर रहे हैं देश की दिग्गज ब्रोकिंग कंपनी एंजेल वन के फाउंडर दिनेश ठक्कर की. सिर्फ 12वीं पास करने के बाद दिनेश ठक्कर फाइनेंशियल सेक्टर में उतर गए और ऐसा काम किया कि आज देश के स्टॉक ब्रोकिंग इंडस्ट्री में बड़ा नाम बन गए हैं.
आज से 27 साल पहले, दिनेश ठक्कर के पास 3 लोगों की टीम थी और कमाई ना के बराबर थी. लेकिन, अब उनकी कंपनी में हजारों कर्मचारी काम कर रहे हैं. आइये आपको बताते हैं दिनेश ठक्कर ने भारत की स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी में नाम कैसे कमाया?
विरासत में मिले बिजेनस का हुनर
दिनेश ठक्कर, मुंबई के रहने वाले हैं. मुलुंड में उनके परिवार का अच्छा खासा कपड़ा व्यवसाय रहा. इसलिए बिजनेस के गुण उन्हें विरासत में मिले. टेलीग्राफ को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि ने मुझे स्वतंत्र रूप से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया. मैंने कभी नौकरी करने के बारे में नहीं सोचा. बचपन से ही बिजनेस से जुड़ाव के चलते मैं व्यापार के मूल सिद्धांतों को जानता था.
हर्षद मेहता के जमाने में रखा कदम
पढ़ाई पूरी करने के बाद दिनेश ठक्कर ने 1990 के दशक की शुरुआत में फाइनेंशियल सेक्टर में कारोबारी भविष्य बनाने की शुरुआत की. हालांकि, उन्होंने स्टॉक मार्केट ब्रोकिंग इंडस्ट्री में जिस समय कदम रखा उस वक्त बाजार में हर्षद मेहता का दौर चल रहा था. फिर भी शुरुआत अच्छी रही लेकिन 1992 में हर्षद मेहता घोटाले के बाद दिनेश ठक्कर के ब्रोकरेज व्यवसाय को बड़ा झटका लगा. इस दौरान उनकी दिलचस्पी रियल एस्टेट उद्योग में बढ़ी और उन्होंने प्रीमियम प्रॉपर्टीज में निवेश करना शुरू कर दिया.
पहले कमाया, फिर गंवाया, बाद में समझ आया
दिनेश ठक्कर कहते हैं कि शेयर बाजार से पैसा कमाना इतना आसान नहीं है. हालांकि, मैंने भी तेजी से मार्केट से कमाने की सोची. अपार संभावनाओं से भरे इस बाजार में मैंने उधार ली पूंजी से कुछ शेयरों में निवेश किया. पहले कुछ महीनों में मुझे मुनाफ़ा हुआ और उसके बाद कुछ महीनों में घाटा हुआ. तब मुझे एहसास हुआ कि ट्रेडिंग एक मुश्किल जॉब है. अगर मुझे जीतना है, तो और अधिक जानकारी और बेहतर ट्रेडिंग टूल की आवश्यकता होगी. इसके लिए उन्होंने बाजार की अस्थिरता को बेहतर ढंग से समझने के लिए फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस पर छपी बुक्स को पढ़ना शुरू किया और अपनी समझ को विकसित किया.
इसका नतीजा आज सामने है. दिनेश ठक्कर के नेतृत्व वाली ब्रोकिंग कंपनी एंजेल वन भारत में एक प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी बन गई है. इस कंपनी का बाजार पूंजीकरण 22,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
Tags: High net worth individuals, Stock market, Success Story
FIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 13:19 IST
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