ग्रीस में भारतीय वायुसेना का INIOCHOS-25 अभ्यास, तुर्की-पाकिस्तान चिंतित

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INIOCHOS-25 EXERCISE: दुनिया के तमाम देश भारत के साथ सैन्य रिश्ते बेहतर कर रहा है. ग्रीन के साथ हाल के सालों में सैन्य सहयोग काफी बढ़ा है. पिछले साल अगस्त-सितंबर 2024 में हेलेनिक एयरफोर्स भारतीय वायुसेना की मल्…और पढ़ें
INIOCHOS-25 मल्टीनेशनल अभ्यास में दिखेगा भारतीय सुखोई का जलवा
हाइलाइट्स
- भारतीय वायुसेना ग्रीस में INIOCHOS-25 अभ्यास में शामिल हुई.
- सुखोई फाइटर जेट्स ग्रीस के F-16 और रफाल के साथ अभ्यास करेंगे.
- INIOCHOS-25 में 15 देशों की वायुसेनाएं हिस्सा ले रही हैं.
INIOCHOS-25 EXERCISE: तुर्की में आए भूकंप के बाद भारत ने मदद के लिए अपने दरवाजे खोले थे. उसके बाद भी तुर्की पाकिस्तान के खेमे में ही खड़ा दिखाई देता है. तुर्की और पाकिस्तान के बीच सामरिक रिश्तों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पाकिस्तान को बड़ी तादाद में अपने हथियार बेचने में लगा है. वहीं भारत के साथ ग्रीस के सामरिक रिश्ते और मजबूत हो रहे है. इससे पाकिस्तान और तुर्की को घुटन महसूस हो सकती है. भारतीय वायुसेना को फिर से ग्रीस ने अपने मल्टीनेशनल INIOCHOS-25 अभ्यास के लिए न्योता दिया. इसने एक बार फिर से पाकिस्तान को असहज कर दिया. तुर्की तो नेटो में ही फूट डलवाने के काम में भी जुटा है. तुर्की और ग्रीस जो की दोनों नेटो के सदस्य देश हैं. पूर्वी भूमध्य सागर में एजियन समुद्र और उनके द्वीप को लेकर दशकों पुराने विवाद पर आमने सामने है. दो साल पहले तो यह हालात हो गए थे कि दोनों देश ही आपस में भिड़ने की कगार पर आ गए थे. उसी वक्त भारतीय वायुसेना मेडिटेरियन सी के उपर मल्टीनेशनल अभ्यास में शिरकत कर रही थी.
Su-30 पहुंचे ग्रीस
भारतीय वायुसेना के सुखोई विमान जब ग्रीस के F-16 और रफाल के साथ ग्रीस और भूमध्य सागर पर सैन्य अभ्यास करेंगे तो तुर्की के साथ साथ पाकिस्तान की धड़कनें बढ़ना लाजमी है.और जब इसके साथ कई और देश की वायुसेना के फाइटर मौजूद होंगे तो नजारा अलग ही होगा. 31 मार्च-11 अप्रैल तक चलने वाले INIOCHOS 25 इस अभ्यास में दुनियां के 15 देशों की वायुसेना अपने रणकौशल को साझा करेंगे.भारत, अमेरिका, ग्रीस के अलावा फ्रांस, इजरायल, स्पेन, इटली, कतर, यूएई, पोलैंड, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रिया सहित कुल 15 देशों की वायुसेनाएं हिस्सा ले रही हैं. भूमध्य सागर क्षेत्र में अपनी मौजूदगी का एहसास कराने के लिए भारतीय वायुसेना ने 2023 में इस अभ्यास में शिरकत की थी. इस बार भारतीय वायुसेना की तरफ से सुखोई फाइटर जेट, IL-78 रिफ्यूलर और C-17 ग्लोबमास्टर के साथ वायुसेना की टीम के साथ ग्रीस के एंड्राविडा एयर बेस पहुंच चुकी है . अभ्यास की शुरूआत भी हो चुकी है .
रियल वॉरजोन बनाकर होगा अभ्यास
इस अभ्यास के दौरान फाइटर फ़ुल रेंज कॉंपलेक्स मिशन को ग्रीस और मेडिटेरियन समुद्र में अंजाम देगें. इसके अलावा दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम से निपटने और जमीनी टार्गेट को भी निशाना बनाने का अभ्यास करेंगे. इनीयोकॉस-25 में भारतीय वायुसेना की भागीदारी वैश्विक रक्षा सहयोग और समनवय को दर्शाती है. यह अभ्यास भारत की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा. साथ ही मित्र देशों के साथ साझा अभियानों में इसकी क्षमताओं को बढ़ाएगा. यह अभ्यास तुर्की और खास तौर पर तो पाकिस्तान के लिए ये एक बड़ा संदेश है. पाकिस्तान के हमेशा दर्द उठने लहते है जब वह देखता है कि भारत का कद बढ़ रहा है. दुनिया के ताकतवर देश भारत को खास तरजीह देते हैं तो उसे बेचैनी होने लगती है. भारत के साथ तो दुनिया के तमाम देश जिनमें नेटो के सदस्य देश भी शामिल है वो सभी अभ्यास करना चाहते है.
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