तंगहाली में पैसे उधार लेकर शुरू किया यह काम, बदल गई किस्मत! आज महीने में हो रही लाखों की कमाई

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Success Story: फर्रुखाबाद के जोगेंद्र ने तंगहाली में जूझते हुए पैसे उधार लेकर 10 बकरियों से कारोबार शुरू किया, आज उनके पास 350 बकरियों का कारोबार है. जिससे वह महीने में लाखों की कमाई कर रहे हैं.
खेत में बकरियों को चारा खिलाते पशु पालक
हाइलाइट्स
- जोगेंद्र ने 10 बकरियों से कारोबार शुरू किया.
- अब उनके पास 350 बकरियों का कारोबार है.
- बकरी पालन से जोगेंद्र महीने में लाखों कमा रहे हैं.
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: हौसला हो कुछ कर गुजरने का तो गरीबी भी मेहनत के आगे दम तोड़ देती है. ऐसा ही फर्रुखाबाद के निवासी इस किसान के साथ हुआ. जिनकी एक धंधे के द्वारा किस्मत चमक गई है. गरीबी के दौर में उन्होंने रुपए उधार लेकर दस बकरियों से अपना कारोबार शुरू किया, जिसने आज उनके हालात बदल दिए. आज वह इस कारोबार से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. यह कहानी है उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के बीबीपुर निवासी जोगेंद्र की. वह बताते हैं कि शुरुआत में उनके पास मात्र 10 बकरियां थी, लेकिन अब उनके पास 350 बकरियों का कारोबार हो गया है. जिससे आज वह अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
कमालगंज विकासखंड क्षेत्र के बीबीपुर गांव में पशुपालन होता है. यहां के लोग जिलेभर में अच्छी किस्म की बकरियों के कारोबार के लिए जाने जाते हैं. जोगेंद्र इस समय 350 बकरियों को पाल रहे हैं. प्रतिदिन उनके यहां दूध की बिक्री होती है, जिससे उनकी आय भी दोगुनी हो गई है . अब एक तरफ जैविक उर्वरक मिलती है तो दूसरी ओर बकरी के बच्चे को बेचकर भी वह अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. यहां के ग्रामीण बकरी पालन से महीने में लाखों रुपए मुनाफा कमा रहें हैं. वहीं इसके साथ-साथ खेती भी कर रहे हैं. प्रतिदिन सैकड़ो लीटर दूध, जैविक खाद के साथ ही बकरियों की बिक्री उनकी आय का मुख्य श्रोत है.
दूसरों को कर रहे बकरी पालन के लिए प्रेरित
किसान जोगेंद्र बताते हैं कि हम खेती के साथ ही बकरी पालन का काम करते हैं. बकरी पालन हमारा पार्ट टाइम काम है. यहां के ग्रामीण सुबह बकरियों को ले जाकर खाली पड़े भूमि पर घास और पेड़, पत्ते बकरियों को खिलाते हैं. इसमें प्रतिदिन 6 से 7 घंटा देते हैं और मुनाफा भी बेहतर हो जाता है. जोगेंद्र का कहना है कि गरीब आदमी के लिए बकरी पालन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. क्योंकि यह बिजनेस कम पैसे में शुरू किया जा सकता है. साथ ही, बकरी बेचने से भी अच्छा मुनाफा होता है.
ग्रामीणों के लिए है फायदे का सौदा
वहीं बकरी पालन से मिलने वाली जैविक उर्वरक जो की 10 से 12 रुपए प्रति किलो बिक जाता है. रोज 300 से 400 रुपया इससे भी निकल जाता है. बकरी का बच्चा 2 से 3 हजार रुपए में आसानी से बिक जाता है. वहीं इन दिनों में दूध भी अत्यधिक मिलता है और बिक्री हो जाता है. जोगेंद्र बकरी पालन से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. प्रातः सुबह होते ही आसपास के क्षेत्र से लोग बकरी का दूध खरीदने के लिए उनके पास पहुंच जाते हैं, जिससे उनके यहां हाथों-हाथ ही दूध की बिक्री हो जाती है.
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