Myanmar Earthquake Horror: जैसे विशाल चाकू ने धरती को फाड़ दिया, सिस्मोलॉजिस्ट ने बताया कितना भयानक था भूकंप

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Myanmar Bangkok Earthquake: दोपहर में आए भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के नजदीक था. बड़े झटके के बाद भी 6.4 तीव्रता का दूसरा झटका महसूस किया किया, जिससे हालत और गंभीर हो गई.
भूकंप की वजह से म्यांमार और बैंकॉक में 180 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. (एपी)
हाइलाइट्स
- म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप, 200 से अधिक मौतें
- बैंकॉक में मेट्रो और रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित
- मांडले और यांगून में इमारतों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान
बैंकॉक. एक सिस्मोलॉजिस्ट ने CNN को बताया कि म्यांमार में आए शक्तिशाली 7.7 तीव्रता के भूकंप को धरती में “बड़ी चाकू की कट” जैसा माना जा सकता है. इंग्लैंड के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के जेम्स जैक्सन ने कहा कि यह भूकंप एक मिनट तक चलने वाले टूटने के कारण हुआ, जिससे जमीन पर साइडवेज़ मूवमेंट्स हुए. उन्होंने कहा, “इसे एक कागज के टुकड़े के फटने की तरह सोचें, और यह लगभग दो किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से फटता है.”
सिस्मोलॉजिस्ट ने आगे कहा, “यह एक फॉल्ट को हिला रहा है, जो धरती में एक बड़ी चाकू की कट जैसा है.” उन्होंने कहा कि जबकि बैंकॉक में भूकंप नहीं आते, वहां की ऊंची इमारतें शहर को दूर के झटकों के लिए विशेष रूप से संवेदनशील बनाती हैं.
म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप और उसके बाद 6.8 तीव्रता के शक्तिशाली झटके के बाद कम से कम 200 लोगों की मौत हो गई. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि रिपोर्ट्स बताती हैं कि मांडले शहर में एक मस्जिद ढह गई जिसमें कई लोग मारे गए हैं.
भूकंप, का केंद्र सागाइंग के उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर था. झटके म्यांमार, थाईलैंड, पूर्वोत्तर भारत और चीन के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए. भूकंप इतना तीव्र था कि बैंकॉक में मेट्रो और रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं, जिससे निवासियों में व्यापक दहशत फैल गई.
थाई प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने तत्काल संकट बैठक बुलाई और राजधानी में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी. म्यांमार में स्थिति गंभीर बनी हुई है, खासकर मांडले क्षेत्र में इमारतों के ढहने और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं. मांडले और यांगून के बीच की सड़कों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे राहत प्रयासों में बाधा आ रही है.
म्यांमार में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है, राहत और बचाव प्रयासों में सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय अपील जारी की गई है. देश में अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है, आपातकालीन टीमें जीवित बचे लोगों को ढूंढने तथा अपने घरों में फंसे लोगों की सहायता करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं.
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