Meeting of police officers after removal of Ratlam SP | रतलाम एसपी के हटने के बाद पुलिस अफसरों की बैठक: डीजीपी बोले, गणेशोत्सव में महिलाओं के घर पहुंचने तक मुस्तैदी से तैनात रहे पुलिस – Bhopal News

गणेश चतुर्थी के दिन रतलाम में पथराव के बाद की तस्वीर (फाइल फोटो)
रतलाम में गणेश प्रतिमा ले जाने के दौरान हुए पथराव और इसके बाद एसपी राहुल लोढ़ा को हटाने की कार्यवाही के बाद प्रदेश में पुुलिस को चौकन्ना रहने और संवेदनशील मुद्दों पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने सभी जिलों
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डीजीपी सक्सेना ने कहा कि त्यौहारों में नागरिक उत्साहपूर्वक सम्मिलित हो रहे हैं, जिसके मद्देनजर पुलिस की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हों। इसके लिए सभी जिलों को अतिरिक्त बल उपलब्ध करा दिया गया है। पुलिस अधीक्षक पूरे पुलिस बल की गहन समीक्षा कर सभी संवेदनशील तथा उपयुक्त स्थलों पर तैनाती करें। ग्राम व नगर रक्षा समिति का सहयोग लें। उन्होंने कहा कि जिला एवं थाना स्तर के अलावा आवश्यकतानुसार बीट्स, मोहल्ला पर भी शांति समिति की बैठक आयोजित करें। बीट स्तर की इंटेलिजेंस को एक्स्ट्रा एलर्ट रखें।
वॉलंटियर्स की तैनाती कराएं
पुलिस महानिदेशक सक्सेना ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस अधिकारियों की बैठक में कहा कि त्यौहारों पर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गंभीरता से योजना तैयार करें। अपने क्षेत्रों की लगातार निगरानी करते रहें। गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारियों से समन्वय कर उन्हें वॉलंटियर्स बनाएं। ईद मिलादुन्नबी पर निकलने वाले जुलूसों में भी वॉलंटियर्स तैनात कराएं। निर्धारित मार्ग से जुड़ने वाले रास्तों पर भी निगरानी रखी जाए। सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण बना रहे, इसके लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को मुस्तैदी से कार्य करना होगा। बैठक में सभी एडीजी, आईजी, भोपाल एवं इंदौर के पुलिस कमिश्नर, रेंज डीआईजी एवं समस्त पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त के अलावा एडीजी (इंटेलिजेंस) जयदीप प्रसाद सहित अन्य उच्चाधिकारी भी उपस्थित रहे।
इन निर्देशों पर अमल करेगी पुलिस
- डीजीपी सक्सेना ने कहा कि त्यौहारों के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि महिलाओं के साथ कोई अभद्रता जैसी घटना न हो। महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
- गणेशोत्सव के दौरान महिलाओं के घर पहुंचने तक पुलिस मुस्तैदी से तैनात रहे।
- पंडालों में तथा जुलूस मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। सुनसान क्षेत्रों में पुलिस गश्त होती रहे।
- असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए सजग रहें।
- विशेष तौर पर अवैध शराब कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। लाइसेंसी शराब दुकानें शासन के निर्धारित समय पर खुलें एवं बंद हों, यह अनिवार्य रूप से तय करें।
- डीजे पर आपत्तिजनक गाने न बजाए जाएं, इसके लिए डीजे संचालकों को निर्देशित करें।
- असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखें और उन पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए।
अन्य विभागों से भी समन्वय बनाकर रखें
- नागरिकों को समझाइश दें कि बिजली के खंभों, तारों आदि से दूर रहें। प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान घाटों पर सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
- पंचायतों, नगरीय निकायों, स्वास्थ्य विभाग से भी समन्वय करें।
- अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए विशेष व्यवस्था की जाए
- आपदा प्रबंधन के लिए गोताखोर और नौका दलों के साथ-साथ आवश्यक स्वास्थ्य व्यवस्था करें।
- विशेष तौर पर सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग 24 घंटे सातों दिन करें और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई करें।
- किसी भी अफवाह का तत्काल खंडन कर आमजन को तथ्यों के साथ सही जानकारी देना सुनिश्चित करें।
- जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों तथा प्रभावशाली व्यक्तियों से सम्पर्क रखें।
संवेदनशील क्षेत्रों में वीडियोग्राफी और ड्रोन शूट कराएं
डीजीपी सक्सेना ने कहा कि पिछले सालों में जिन स्थानों पर सांप्रदायिक घटनाएं एवं विवाद की स्थिति बनीं हैं, उन सभी संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर उनकी निगरानी की जाए। विशेषकर शरारती तत्वों और उपद्रव फैलाने वाले लोगों की पहचान पहले ही कर ली जाए। शोभायात्रा और विसर्जन यात्रा के मार्गों को चिह्नांकित कर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करें। इस दौरान वीडियोग्राफी और ड्रोन का भी प्रयोग करें।
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) जयदीप प्रसाद ने कहा कि सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों तथा प्रभावशाली व्यक्तियों से सतत् सम्पर्क रखें। फोर्स का डिप्लायमेंट उचित प्रकार से करें। विसर्जन के समय विशेष सतर्कता बरतें पहले से निर्धारित किए गए व्यक्ति ही विसर्जन करें। असामाजिक लोगों पर कार्रवाई करें।
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