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CS ब्रांच से B.Tech? मिल जाए ये सरकारी कॉलेज तो छोड़ देना IIT, मिलता है 53 लाख का पैकेज!

देश में हर वर्ष दसियों लाख बच्चे फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ स्ट्रीम से 12वीं करते हैं. इसमें में अधिकतर का सपना होता है कि वे देश के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज यानी आईआईटी से बीटेक करें. लेकिन इनमें से करीब एक फीसदी छात्रों का ही आईआईटी में जाने का सपना पूरा हो पाता है. आईआईटी यानी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नलॉजी में दाखिले के लिए जो परीक्षा आयोजित की जाती है वह दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. आप इसी से अनुमान लगा सकते हैं कि देश के सभी 23 आईआईटी कॉलेजों में कुल 17385 सीटें हैं, लेकिन इसके लिए होने वाली JEE मेन और फिर एडवांस की परीक्षा में 10 लाख से अधिक बच्चे बैठते हैं.

इतना ही नहीं इन 23 आईआईटी में से जो कुछ पहली पीढ़ी के आईआईटी हैं उनमें सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर की हैं. पहली पीढ़ी में आईआईटी खड़गपुर, बांबे, मद्रास, दिल्ली और कानपुर आते हैं. इन पांचों की स्थापना 1960 के दशक में हुई थी. इसके अलावा आईआईटी रुढ़की और आईआईटी गुवाहाटी भी काफी प्रतिष्ठित हैं. बीते दो दशक में बने नए आईआईटी में सुविधाएं अभी विकसित हो रही हैं. ऐसे में इन नए आईआईटी से कई राज्य सरकारों के कॉलेज और एनआईटी बेहतर स्थिति में हैं. इन्हीं में से एक कॉलेज है नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नलॉजी (NIT) त्रिची. इसकी स्थापना 1964 में हुई थी. यह भारत सरकार की ओर से स्थापित 31 एनआईटी संस्थाओं में से एक है.

कावेरी नदी के तट पर है कॉलेज
तमिलनाडु के तिरुचेरापल्ली में कावेरी नदी के तट पर स्थापित यह कॉलेज वैसे तो एनआईटी की श्रेणी में है लेकिन इसकी नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) रैंकिंग 9 है. यानी देश में एनआईटी त्रिची से बेहतर केवल आठ इंजीनियरिंग कॉलेज हैं.

एक नंबर आईआईटी चेन्नई, दूसरे नंबर नई दिल्ली, तीसरे पर मुंबई, चौथे पर कानपुर, पांचवे पर रुढ़की. छठे पर खड़गपुर, सातवे गुवाहाटी और आठवें पर हैदराबाद है. फिर नौवे नंबर एनआईटी त्रिची है. 10वें नंबर कोलकाता का जादवपुर यूनिवर्सिटी है. फिर इस सूची में नीचे की ओर बढ़ने पर आईआईटी, इंदौर, आईआईटी बीएचयू, वाराणसी, आईआईटी गांधीनगर जैसे तमाम कॉलेज हैं.

चलिए, एनआईटी त्रिची पर लौटते हैं. इसमें दाखिला JEE मेन के स्कोर पर होता है. यह एक बेहतरीन कॉलेज है. पठन-पाठन की सुविधाएं बेहतरीन हैं. यहां 10 अंडर ग्रेजुएट कोर्स संचालित होते हैं. ग्रेजुएट कोर्स की संख्या 28 है. फिर पीएचएडी और एमबीए कोर्स भी चलाए जाते हैं. इसका कैंपस बेहतरीन है और हर तरफ हरियाली रहती है.

औसत पैकेज 27 लाख
एनआईटी, त्रिची से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक कोर्स की सबसे ज्यादा डिमांड है. आप इसी से अनुमान लगा सकते हैं कि यहां से सीएस ब्रांच के एक बच्चे को 52.89 लाख का पैकेज मिला. इस ब्रांच में औसत पैकेज 27.27 लाख रुपये का रहा. इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन (ECE) ब्रांच के बच्चों का औसत पैकेज 23 लाख रहा. कॉलेज में गूगल, हनीवेल, एचपी, एचडीएफसी बैंक, माइक्रोसॉफ्ट, मोर्गन स्टैनली, फेसबुक जैसी कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आईं.

कुल मिलाकर आपने अगर JEE मेन और एडवांस में अच्छा स्कोर किया है लेकिन आपको पहली पीढ़ी के आईआईटी में दाखिला नहीं मिल रहा हैं तो आपको नए आईआईटी चुनने की बजाय एनआईटी त्रिची जैसे एनआईटी कॉलेजों को चुनना चाहिए. ये पुराने कॉलेज हैं और यहां शोध के साथ पढ़ाई का माहौल और टीचर बेहतरीन हैं. इन कॉलेजों की एलुमनी भी काफी तगड़ी है और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई कंपनियों में शीर्ष पर हैं.

Tags: IIT


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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