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कितनी दौलत के मालिक हैं शतरंज के शहंशाह मैग्नस कार्लसन, क्रिकेट के मुकाबले कम या ज्यादा? जानिए

Magnus Carlsen Net Worth: मैग्नस कार्लसन शतरंज की दुनिया के ऐसे माहिर खिलाड़ी हैं, जिन्हें कुछ लोग ऑल-टाइम-ग्रेट तक कहते हैं. उनके कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी हाईएस्ट रेटिंग 2,882 रही है, जहां आज तक कोई दूसरा चेस प्लेयर पहुंच नहीं पाया है. हालांकि हाल ही में एक चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ी जी गुकेश ने उन्हें हराया और उसके बाद चीनी ग्रैंड मास्टर को हराकर विश्व चैंपियन बने. इसके बावजूद, कार्लसन का रुतबा बहुत ऊंचा है. लेकिन वे केवल 64 खानों वाले बोर्ड के ही माहिर खिलाड़ी नहीं हैं, बिजनेस की दुनिया में भी उन्होंने अच्छा खासा पैसा कमाया है. उनकी नेट वर्थ लगभग 50 मिलियन डॉलर आंकी तक जाती है. रुपयों में लगभग 420 करोड़.

सेलिब्रिटी नेट वर्थ, प्लेयर बायो और कुछ और वेबसाइट्स के अलग-अलग अनुमानों के मुताबिक, 2024 में उनकी नेट वर्थ 25 मिलियन डॉलर से 50 मिलियन तक बताई गई है. हालांकि एकदम सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. उनकी कमाई शतरंज टूर्नामेंट, विज्ञापन डील्स और ‘प्ले मैग्नस ग्रुप’ में उनकी हिस्सेदारी से आती है.

‘प्ले मैग्नस’ को उन्होंने अपने दोस्तों एंडर्स ब्रांड्ट और एस्पेन एग्डेस्टीन के साथ शुरू किया था. इस कंपनी का पहला प्रोडक्ट एक ऐप था- प्ले मैग्नस. उस ऐप में लोग मैग्नस के पुराने खेलों के आधार पर बनी शतरंज मशीन से खेल सकते हैं. बाद में ‘मैग्नस ट्रेनर’ और ‘मैग्नस किंगडम ऑफ चेस’ जैसे ऐप भी आए.

चेस डॉट कॉम के मुताबिक, 2019 में प्ले मैग्नस का chess24.com के साथ विलय हुआ, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शतरंज कंपनियों में से एक बन गई. इस कंपनी की कीमत 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा है. मैग्नस के पास इस कंपनी में हिस्सेदारी मैग्नसचेस नाम की एक होल्डिंग कंपनी के जरिए है. मैग्नसचेस में मैग्नस की 85% हिस्सेदारी है और उनके पिता के पास 15% है. मैग्नसचेस के पास प्ले मैग्नस का 9.4% हिस्सा है. कंपनी की कीमत के आधार पर मैग्नस की हिस्सेदारी 10-20 मिलियन डॉलर के बीच रहती है. इसके अलावा, उन्होंने 2019 में नॉर्वे में ऑफरस्पिल चेस क्लब शुरू किया, जिसके वह चेयरमैन भी हैं.

इस साल के अंत तक नेट वर्थ हो सकती है 60 मिलियन डॉलर
अब चूंकि 2025 है तो अनुमानित तौर पर उनकी संपत्ति थोड़ी बढ़ सकती है. हाल ही में उन्होंने चैंपियंस चेस टूर ‘चेसएबल मास्टर्स’ जीता, जिसमें 30,000 डॉलर मिले. उनकी नई ऐप “टेक टेक टेक” भी जाहिर तौर पर उनकी आय में इजाफा कर रही है. अनुमान है कि 2025 के अंत तक उनकी संपत्ति 30 मिलियन से 60 मिलियन डॉलर के बीच होगी. हालांकि यह टूर्नामेंट प्रदर्शन, बिजनेस की सफलता और निवेश पर निर्भर करेगी.

क्रिकेटरों के उनकी कमाई की तुलना करें तो पता चलता है कि कई विदेशी खिलाड़ियों से अधिक कमाते हैं. लेकिन भारत में क्रिकेटरों को ग्रुप के हिसाब से पैसा मिलता है. भारत के बड़े क्रिकेटरों की कमाई मैग्नस कार्सन के मुकाबले कहीं अधिक होगी. उदाहरण के लिए, 4 मार्च 2025 को जागरण जोश ने लिखा कि विराट कोहली की नेट वर्थ 1,050 करोड़ रुपये से अधिक है. रोहित शर्मा की नेट वर्थ 210 करोड़ रुपये के आसपास आंकी गई है. कमाई की बात करें तो बीसीसीआई की तरफ से उन्हें 7 करोड़ रुपये सालाना का कॉन्ट्रैक्ट मिला हुआ है. इसके अलावा विज्ञापनों और आईपीएल से होने वाली कमाई अलग है.

शौकिया शतरंज खिलाड़ी थे पिता
30 नवंबर 1990 को नॉर्वे के टॉन्सबर्ग में जन्मे मैग्नस कार्लसन बचपन से ही असाधारण प्रतिभा के धनी थे. उनके पिता एक शौकिया शतरंज खिलाड़ी थे. उन्होंने ही पांच साल की उम्र में मैग्नेस को इस खेल से परिचित कराया. महज 8 साल की उम्र में उन्होंने नॉर्वेजियन चेस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और उनकी प्रतिभा लोगों की नजरों में आई.

2004 में वे सिर्फ 13 साल के थे. तब उन्होंने दुबई ओपन शतरंज चैंपियनशिप में दूसरा स्थान प्राप्त कर ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया. अमेरिकी खिलाड़ी लुबोमिर कावालेक ने उन्हें “शतरंज का मोत्ज़ार्ट” कहकर संबोधित किया.

नंबर 1 बनने की यात्रा
15 साल की उम्र में वे नॉर्वे के राष्ट्रीय चैंपियन बन गए और 19 साल की उम्र में, वे FIDE विश्व रैंकिंग में नंबर 1 स्थान पाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने. 2013 में उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में भारत के विश्वनाथन आनंद को हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता.

इसके बाद कार्लसन ने शतरंज में एक नया इतिहास रच दिया. 2014 उनके जीवन में ऐसा पड़ाव लेकर आया, जो हर चेस खिलाड़ी का सपना होता है. तब उनके पास तीन खिताब एकसाथ थे – वर्ल्ड चैंपियन, रैपिड चैंपियन और ब्लिट्ज चैंपियन. ऐसा करने वाले वे पहले खिलाड़ी थे. यह उपलब्धि उन्होंने 2019 और 2022 में दोहराई.

पांच बार बने विश्व चैंपियन
मैग्नस कार्लसन अब तक पांच बार वर्ल्ड चैंपियन, पांच बार वर्ल्ड रैपिड चेस चैंपियन और सात बार वर्ल्ड ब्लिट्ज चेस चैंपियन रह चुके हैं. 2023 में उन्होंने भारतीय खिलाड़ी रमेशबाबू प्रज्ञानानंदा को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता. वे 2011 से लगातार नंबर 1 रैंकिंग पर बने रहे. उनकी उच्चतम FIDE रेटिंग 2882 दर्ज की गई है.


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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