बजट से पहले किसानों को राहत, गन्ने से बनने वाले इथेनॉल की कीमत बढ़ी, नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को मंजूरी

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मोदी कैबिनेट ने किसानों को बड़ी राहत दी है. गन्ने से बनने वाले इथेनॉल की कीमत बढ़ाने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा 16,300 करोड़ रुपये की लागत वाले नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को भी मंजूरी दी गई है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव.
हाइलाइट्स
- इथेनॉल की कीमत ₹56.58 प्रति लीटर से बढ़ाकर ₹57.97 प्रति लीटर की गई.
- सरकार की इस पहल का कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता कम करना है.
- पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने से 1,13,007 करोड़ की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है .
बजट से पहले केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया है. गन्ने से बनने वाले इथेनॉल की कीमत बढ़ाने को मंजूरी दे दी है. इसके अलावा नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन पर भी मुहर लगाई है. इस मिशन पर 16,300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसका मकसद देश में खनिज संपदा के सही इस्तेमाल के लिए एक ढांचा तैयार करना है.
कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सबसे बड़ा फैसला एथेनॉल ब्लेंडिंंग से जुड़ा हुआ है. पेट्रोल में मिलाए जाने वाले इथेनॉल को जहां पहले सरकारी कंपनियां 56.58 रुपये प्रति लीटर में खरीदती थीं, अब कंपनियां यही इथेनॉल 57.97 प्रति लीटर में खरीदेंगी. यानी इसकी कीमत में 3 फीसदी का इजाफा किया गया है. इसका लाभ किसानों तक पहुंंचाया जाएगा.
पेट्रोल में 18% तक होगा इथेनॉल
सरकार ने पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल मिलाने की छूट दी है. इसका मकसद कच्चे तेल का इंपोर्ट कम करना है, ताकि विदेशी मुद्रा बचाई जा सके. सरकार की इस पहल से पिछले एक दशक में 1,13,007 करोड़ की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है.2013-14 में जहां सिर्फ 38 करोड़ लीटर इथेनॉल मिलाया जाता था. अब वह बढ़कर 707 करोड़ लीटर हो गया है. कंपनियां पेट्रोल में 14.60% तक एथेनॉल मिला रही हैं. इस साल इसे बढ़ाकर 18% तक किया जाएगा.
विदेश में माइन्स खरीदना आसान होगा
इसके अलावा नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन का लक्ष्य खनिजों की खोज बढ़ाना, नए ब्लॉकों का अधिग्रहण करना और महत्वपूर्ण खनिज खनन परियोजनाओं के लिए जल्दी मंजूरी देना शामिल है.क्रिटिकल मिनरल मिशन में 8 वर्टिकल्स होंगे. अब विदेश में माइन्स खरीदना और ऑपरेट करना आसान होगा. रिसाइक्लिंग यानी क्रिटिकल मिनरल्स को रियूज किया जाएगा. रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया जाएगा. विदेशी खदानों को फिर खरीदने की प्रक्रिया शुरू होगी. डोमेस्टिक प्रोडक्शन को बढ़ाया मिलेगा. फाइनेंसियल सपोर्ट और ट्रेड प्रमोशन पे सरकार का फोकस होगा. आप सोच रहे होंगे कि क्रिटिकल मिनरल में क्या-क्या आएगा तो बता दें कि Cobalt, Copper, Graphite, Lithium, Nickel, PGE, Phosphorous, Silicon, Tin, Titanium को फिलहाल क्रिटिकल मिनरल्स में रखा गया है.
New Delhi,New Delhi,Delhi
January 29, 2025, 15:41 IST
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