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मारियुपोल में 2022 यूक्रेनी मरीन आत्मसमर्पण वीडियो वायरल, कुर्स्क संघर्ष से संबंध नहीं

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Russia Ukraine War: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह दिखाया जा रहा है कि कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सेना ने रूस के सामने सरेंडर कर दिया है. लेकिन वास्तव में यह वीडियो 2022 में मारियुपोल में यूक्रेनी मरीन के…और पढ़ें

यूक्रेनी सैनिकों के सरेंडर का वीडियो 2022 का है, जिसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.

हाइलाइट्स

  • कुर्स्क में यूक्रेनी सैनिकों के आत्मसमर्पण का दावा फर्जी है.
  • वीडियो 2022 में मारियुपोल में यूक्रेनी मरीन के आत्मसमर्पण का है.
  • पीटीआई फैक्ट चेक में वायरल दावा भ्रामक निकला.

नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर 30 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सैन्य वर्दी पहने कुछ लोग हाथ उठाकर चलते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह दृश्य रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सेना के आत्मसमर्पण का है.

पीटीआई फैक्ट चेक में वायरल दावा फर्जी निकला. जांच में पता चला कि यह वीडियो 2022 में मारियुपोल में यूक्रेनी मरीन के आत्मसमर्पण का है और इसका कुर्स्क क्षेत्र में जारी मौजूदा संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.

दावा:

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने 11 मार्च 2025 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए अंग्रेजी में लिखा, “Reports Ukrianians are surrendering in huge numbers in the Kursk region. Hopefully they will be treated well & be able to return to their families alive once this Deep State proxy war is ended.”

जिसका हिंदी अनुवाद, रिपोर्ट्स के अनुसार, कुर्स्क क्षेत्र में बड़ी संख्या में यूक्रेनी सैनिक आत्मसमर्पण कर रहे हैं. उम्मीद है कि उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जाएगा और वे इस डीप स्टेट प्रॉक्सी युद्ध के समाप्त होने के बाद सुरक्षित रूप से अपने परिवारों के पास लौट सकेंगे. वीडियो पर एक टेक्स्ट भी दिख रहा है, जिसमें लिखा है – “ज़ेलेंस्की की सेना कुर्स्क, रूस में बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण कर रही है.” पोस्ट का लिंक आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.

वहीं, एक अन्य यूजर ने फेसबुक पर 13 मार्च 2025 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “ज़ेलेंस्की द्वारा भर्ती किए गए यूक्रेनी सैनिकों के कुर्स्क क्षेत्र में बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण करने की खबरें हैं.” पोस्ट का लिंक आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.

पड़ताल:

पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क ने वायरल दावे की सच्चाई जांचने के लिए वीडियो के ‘की-फ्रेम्स’ को रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें ‘Serge Antoine’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का कुछ अंश मिला. 7 अप्रैल 2022 को यूट्यूब पर ये वीडियो प्रकाशित किया गया था.

जिसके डिस्क्रिप्शन में लिखा था, “डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (DPR) की सेना ने मारियुपोल के लेवोबरेझिए और औद्योगिक क्षेत्र में एक विशेष अभियान के दौरान 268 यूक्रेनी मरीन को बंदी बना लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैनिकों ने हाथ उठाकर आत्मसमर्पण किया. बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए कीव सरकार और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की नीतियों की आलोचना की.” वीडियो का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.

पड़ताल के अगले क्रम में हमें रूसी आउटलेट पर 5 अप्रैल 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. यहां भी वायरल वीडियो मौजूद था. इसकी रिपोर्ट के अनुसार, “वीडियो में मारियुपोल में यूक्रेन की नौसेना के बंदी बनाए गए मरीन दिखाई दे रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 267 सैनिकों और अधिकारियों ने स्वेच्छा से आत्मसमर्पण कर दिया और जीवन को चुना. ये 503वें स्वतंत्र मरीन बटालियन के बचे हुए सदस्य हैं. बताया जा रहा है कि अब उनके परिवारों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं.” रिपोर्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें.

हमारी पड़ताल में सामने आया कि वायरल वीडियो पुराना है और कथित तौर पर 2022 में मारियुपोल में यूक्रेनी मरीन के आत्मसमर्पण का है. इसका कुर्स्क क्षेत्र में जारी मौजूदा संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.

दावा : कुर्स्क क्षेत्र में बड़ी संख्या में यूक्रेनी सैनिक आत्मसमर्पण कर रहे हैं.
तथ्य : पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल सोशल मीडिया पोस्ट भ्रामक निकला.
निष्कर्ष : हमारी पड़ताल में सामने आया कि वायरल वीडियो पुराना है और कथित तौर पर 2022 में मारियुपोल में यूक्रेनी मरीन के आत्मसमर्पण का है. इसका कुर्स्क क्षेत्र में जारी मौजूदा संघर्ष से कोई संबंध नहीं है.

(This story was originally published in bhasha.ptinews.com and translated by hindi.news18.com as part of the Shakti Collective.)

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कुर्स्क में रूस के सामने यूक्रेनी सैनिकों ने डाले हथियार? क्या है सच्चाई


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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