830 crore business found out of book | 830 करोड़ का कारोबार आउट ऑफ बुक मिला: कायपान पान प्रोडक्ट्स की जांच पूरी; ट्रांसपोर्टर लापता – Bhopal News

भोपाल के गोविन्दपुरा इलाके में स्थित है कायपान पान प्रोडक्ट्स लिमिटेड।
भोपाल के गोविन्दपुरा इलाके में कायपान पान प्रोडक्ट्स लिमिटेड के संचालकों के यहां आयकर विभाग की जांच पूरी हो गई है। इस गुटखा फैक्ट्री के संचालकों ने 830 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड आउट ऑफ बुक (बही-खाते के बाहर) पाया है। इसके अलावा जो माल बेचा गया है। उसमें अ
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राजधानी के गोविन्दपुरा इलाके में गुटखा फैक्ट्री चलाने वाले वैभव पांडेय और मोहम्मद आरिफ शेख के यहां से आयकर विभाग की टीम की सर्वे कार्रवाई फाइनल हो गई है। इस फैक्ट्री में बनाए जाने वाले गुटखे में हर साल 150-200 करोड़ रुपए का माल बगैर बही खाते में दर्ज किए खपाया गया है। इसके बाद अब तक आयकर विभाग ने करीब 830 करोड़ रुपए का कैलकुलेशन किया है। जो पांच साल में आउट ऑफ बुक पाया गया है।
ट्रांसपोर्टर गुड्डन लापता
इधर, जांच में पाया गया है कि फैक्ट्री संचालकों के माल को खपाने में जुटा गुड्डन ट्रांसपोर्टर अभी आयकर अफसरों की पकड़ से बाहर है। उसके गायब होने से इस मामले की जांच के कुछ बिन्दु बाकी हैं। उसके बयान और कायपान पान प्रोडक्ट्स के यहां रिकॉर्ड में शामिल किए गए माल के वेल्युएशन के आधार पर टैक्स चोरी की राशि और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
कायपान (KAIPAN) पान प्रोडक्ट लिमिटेड की फैक्ट्री पर आयकर की सर्वे पूरी हो गई है।
10 दिन बंद रही गुटखा फैक्ट्री
आयकर की जांच के दौरान फैक्ट्री संचालकों ने 10 दिन तक फैक्ट्री में प्रोडक्शन का काम बंद रखा था। यह काम इसलिए बंद रखा गया, ताकि कम्पनी में रोज होने वाले गुटखों के प्रोडक्शन की रिपोर्ट आयकर विभाग को न मिल सके और इनकम टैक्स की चोरी से बचा जा सके। उधर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट भी इसका तोड़ निकालने में जुटा है और कंजप्शन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी और प्रोडक्शन के रेश्यो के आधार पर कुल प्रोडक्शन निकालकर इनकम टैक्स वेल्युएशन करने की तैयारी की जा रही है। आयकर विभाग ने गोविन्दपुरा डी सेक्टर में 10/1/ A में संचालित कायपान पान प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में 11 मार्च से सर्वे शुरू किया था।
अलंकार ज्वैलर्स पर 5 करोड़ की टैक्स चोरी
उधर आयकर विभाग की एक अन्य टीम द्वारा गुरुवार को शुरू की गई न्यू मार्केट स्थित अलंकार ज्वैलर्स के यहां सर्वे की कार्रवाई पूरी हो गई है। यहां करीब पांच करोड़ की टैक्स चोरी निकली है। इसके अलावा गोल्डन सिटी के संचालक और बिल्डर मनीष जैन के यहां भी सर्वे का काम पूरा हो गया है। जैन के यहां कुल टैक्स चोरी की राशि का खुलासा होना बाकी है।
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