गोबर से गणेश मूर्ति? अजीब लगेगा, मगर इस महिला ने इसी से बना लिया लाखों का बिजनेस, सालाना कमाई 4 लाख!

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Cow Dung Products: सोलापुर की स्वास्तिक गोशाला में सुचित्रा गडद गाय के गोबर से पर्यावरण अनुकूल उत्पाद बनाकर सालाना 4-5 लाख रुपये कमा रही हैं. इन उत्पादों में गणेश मूर्तियां, हवन कुंड, धूपबत्तियां और देशी घी शाम…और पढ़ें
गोबर से सालाना 4-5 लाख की कमाई
हाइलाइट्स
- सुचित्रा गडद गोबर से पर्यावरण अनुकूल उत्पाद बनाती हैं.
- गोबर से बनी वस्तुओं से सालाना 4-5 लाख रुपये कमाई.
- गणेश मूर्तियों की कीमत 500 रुपये तक होती है.
सोलापुर: गोवंश को बचाने के लिए कई लोग गोसंवर्धन कर रहे हैं. इसी तरह, सोलापुर के सोरेगांव में स्थित स्वास्तिक गोशाला में गाय के गोबर से क्या-क्या बनाया जा सकता है, इस पर विचार किया गया. इस गोशाला में गाय के गोबर से पर्यावरण अनुकूल गणेश मूर्तियां, छोटे हवन कुंड, धूपबत्तियां, देशी गाय का घी और अन्य वस्तुएं बनाई जा रही हैं. पिछले चार से पांच सालों से सुचित्रा गडद इस बारे में जागरूकता फैला रही हैं.
गोबर से बनी वस्तुओं की बिक्री करके वे सालाना 4 से 5 लाख रुपये तक कमा रही हैं. एक मूर्ति की कीमत 500 रुपये तक होती है. उन्होंने साबित कर दिया कि गोबर केवल कचरा नहीं बल्कि आय का साधन बन सकता है. जैविक खेती और धार्मिक उपयोग के कारण इन उत्पादों की मांग बढ़ रही है, जिससे ग्रामीण महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है.
गोबर का महत्व
बता दें कि गाय के गोबर का कितना महत्व है, इस पर हमेशा चर्चा होती रहती है. कुछ लोग इसे मानते हैं तो कुछ को इसमें तथ्य नहीं लगता, लेकिन गाय की उपयोगिता पर शक करने की कोई वजह नहीं है. यह सोलापुर की सुचित्रा गडद ने अपनी स्वास्तिक गोशाला में साबित कर दिया है.
सालाना 4 से 5 लाख रुपये तक की कमाई
स्वास्तिक गोशाला में गाय के गोबर से पर्यावरण अनुकूल गणेश मूर्तियां बनाई जाती हैं. एक गणेश मूर्ति की कीमत 500 रुपये तक होती है. इसके अलावा, गाय से जैविक खाद, देशी गाय का घी, पनीर, छोटे हवन कुंड, धूपबत्तियाँ आदि वस्तुएं बनाई जा रही हैं. गोबर से बनी वस्तुओं की बिक्री करके सुचित्रा गडद सालाना 4 से 5 लाख रुपये तक की कमाई कर रही हैं. गाय के गोबर को 500 रुपये से 1000 रुपये तक बेचा जा सकता है, यह सुचित्रा गडद ने साबित कर दिया है.
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