2 year old innocent child attacked by dogs | 2 साल की मासूम पर कुत्तों का हमला: सिर फाड़ा, पलकें नोंची; 35 टांके लगे, 24 घंटे में 7 लोगों को किया जख्मी – Indore News

इंदौर के पंचकुइया राम मंदिर परिसर में 19 मार्च की शाम दिल दहला देने वाली घटना हुई। मजदूर दंपती की दो वर्षीय मासूम बच्ची खेल रही थी, तभी पांच-सात आवारा कुत्तों ने अचानक हमला कर दिया। वे बच्ची को घसीटने लगे, किसी ने उसकी आंख पर हमला किया, तो किसी ने सि
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मां ने एक कुत्ते के जबड़े से बच्ची का सिर निकाला, दूसरे हाथ से उसे संभाला और कुत्तों को भगाने लगी। इस दौरान वह भी घायल हो गई। पिता और वहां मौजूद दर्शनार्थियों ने कुत्तों को पत्थरों और डंडों से खदेड़ा। मासूम को गंभीर हालत में चार अस्पतालों में भटकने के बाद सरकारी एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने 35 टांके लगाए। बच्ची की हालत अब खतरे से बाहर है, लेकिन ठीक होने में एक माह लगेगा।
चार अस्पताल भटके, एमवाय में मिला इलाज
मां-बाप घबराहट में बच्ची को लेकर पहले छत्रीपुरा स्थित शिवम हॉस्पिटल पहुंचे, जहां डॉक्टर नहीं थे। इसके बाद क्लॉथ मार्केट हॉस्पिटल गए, लेकिन वहां भी सीनियर डॉक्टर नहीं मिला। फिर टावर चौराहा स्थित एप्पल हॉस्पिटल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने 80 हजार रुपए खर्च बताकर भर्ती करने को कहा। आर्थिक तंगी के चलते परिजन एमवाय अस्पताल पहुंचे, जहां फ्री इलाज मिला।
डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के सिर की ऊपरी त्वचा बुरी तरह नोची गई थी, आंख के पास गहरा घाव था, और पलक का हिस्सा भी कट गया था। बच्ची को एंटी रेबीज इंजेक्शन दिया गया, जिसे 23 मार्च से 16 अप्रैल तक पांच डोज में पूरा किया जाएगा।
दो वर्षीय मासूम बच्ची पर कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया।
मंदिर परिसर में कुत्तों का आतंक, भक्तों में आक्रोश
मंदिर परिसर और आसपास 50 से ज्यादा खूंखार कुत्ते हैं, जो भक्तों और गोशाला की गायों-बछड़ों पर हमला कर चुके हैं। 19 मार्च को ही तीन श्रद्धालुओं को कुत्तों ने काटा, पिछले 24 घंटे में 7 लोग इनका शिकार बने। घटना से महामंडलेश्वर रामगोपालदासजी महाराज बेहद आहत हुए, उन्होंने नगर निगम कमिश्नर और मेयर को फोन कर त्वरित कार्रवाई की मांग की।
महामंडलेश्वर ने सवाल उठाया कि सड़क पर दिखने वाली गायों को निगम तुरंत पकड़ता है, लेकिन खूंखार कुत्तों पर कोई सख्त कदम क्यों नहीं उठाता? उन्होंने शहर के बाहर कुत्तों के लिए बड़े आश्रय स्थल बनाने की मांग की।
हर महीने 4-5 हजार डॉग बाइट केस, हाईकोर्ट भी जता चुका नाराजगी
डॉ. आशुतोष शर्मा (सुपरिंटेंडेंट, हुकुमचंद हॉस्पिटल) के मुताबिक, इंदौर में हर महीने 4 से 5 हजार डॉग बाइट केस सामने आते हैं। पिछले एक साल में 50 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए। हाईकोर्ट में इस मुद्दे पर सुनवाई हो चुकी है, जिसमें कोर्ट ने नगर निगम को एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) नियमों के तहत नसबंदी और टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश दिए थे।
मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने घटना पर दुख जताया और जल्द ही अभियान चलाकर आवारा कुत्तों को शहर से बाहर करने की बात कही। उन्होंने आश्वासन दिया कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के तहत ठोस कार्रवाई होगी।
नगर निगम पर उठ रहे सवाल, कांग्रेस-भाजपा पार्षद भी कर चुके हैं विरोध
पिछले साल निगम परिषद की बैठक में कांग्रेस पार्षद रुबीना इकबाल खान और भाजपा पार्षद प्रशांत बड़वे ने आवारा कुत्तों की समस्या को उठाया था। दोनों ने सुझाव दिया था कि शहर के बाहर दूरस्थ आश्रय स्थल बनाए जाएं और संस्थाओं के माध्यम से भोजन की व्यवस्था हो।
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता महेश गर्ग का कहना है कि कुत्तों की हिंसा बच्चों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कड़े कदम उठाने की मांग की।
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