The thug Natwarlal got trapped in his own trap | ठग नटवरलाल खुद फंसा अपने जाल में: भोपाल में मंचित हुआ नाटक ‘मारे गए गुलफाम’, शक और साजिश की मजेदार जुगलबंदी – Bhopal News

भोपाल के एल बी टी सभागार में फ्लाइंग फैरीज नाट्य संस्था द्वारा गुरुवार को हास्य नाटक “मारे गए गुलफ़ाम” का मंचन किया गया। इस नाटक ने दर्शकों को खूब हंसाया और ठगों की चालबाजियों पर करारा व्यंग्य किया। इस नाटक को वरिष्ठ निर्देशक डॉ आजम खान ने डायरेक्ट कि
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नाटक “मारे गए गुलफाम” की कहानी एक धूर्त ठग नटवरलाल के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अमीर घरों की महिलाओं को अपने प्रेमजाल में फंसाकर ठगने की साजिश रचता है। लेकिन उसकी यह चालाकी ज्यादा दिन तक नहीं चल पाती। रमा और कोकिला नाम की दो महिलाएं उसकी साजिश को समझ जाती हैं और उसे सबक सिखाने की योजना बनाती हैं।
नाटक के बीच किरदारों का डांस दर्शकों को खूब पसंद आया।
इधर, रमा का पति भी किसी दूसरे से नटवरलाल की साजिश के बारे में जान लेता है और अपनी पत्नी को बिना बताए खुद ही इस मामले को सुलझाने में जुट जाता है। जब नटवरलाल अपने जाल में फंसा हुआ पाता है, तब हास्यास्पद घटनाओं की कड़ी शुरू हो जाती है। पति अपनी ही पत्नी पर शक करता है और रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाता है, लेकिन जब सच्चाई सामने आती है, तो नटवरलाल का पर्दाफाश हो जाता है।
आखिर में, नटवरलाल अपनी गलती मानकर सबसे माफी मांगता है और दोबारा किसी को धोखा न देने की कसम खाता है। दर्शकों ने इस दिलचस्प और हास्य से भरपूर नाटक का खूब आनंद उठाया।
मंच पर जीवंत हुए किरदार
नटवरलाल की भूमिका में प्रदीप मंदरे ने शानदार अभिनय किया, जबकि रमा के किरदार में अंजना राय और कोकिला की भूमिका में शिवानी कटेरिया ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को खूब हंसाया। देवराज जोशी, संजय पंचाक्षरी, कपिल यादव, शेख शेफ, जुनैद हिंदुस्तानी, माही जोशी और अन्य कलाकारों ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया।
देखें नाटक की 5 तस्वीरें…

एल बी टी सभागार में नाटक “मारे गए गुलफाम” का मंचन हुआ।

ठग नटवरलाल के किरदार में प्रदीप मंदरे और बिहारी के किरदार में देवराज जोशी है।

रमा के पति के किरदार में जुनैद हिंदुस्तानी (सफेद शर्ट और कैप पहने)

जब रमा और कोकिला ने ठग को दी मात, अंजना राय और शिवानी कटेरिया की दमदार परफॉर्मेंस।

अतिथियों द्वारा सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र सौंपे गए।
जीवन के पलों को संजोने प्रेरणा देता नाटक
नाटक के निर्देशक डॉ. आजम खान ने कहा, “हमारी तेज रफ्तार जिंदगी में हंसी कहीं खो गई है। यह नाटक दर्शकों को सिर्फ मनोरंजन ही नहीं देता, बल्कि उन्हें खुद को पहचानने और जीवन के छोटे-छोटे पलों को संजोने की प्रेरणा भी देता है।”
नाटक में मुख्य अतिथि के रूप में महामंडलेश्वर सखी संजना सिंह मौजूद रहीं। वहीं, विशेष अतिथि के रूप में दूरदर्शन एंकर और अभिनेत्री पुरवा राय, समाज सेविका रिंकू ओझा, मॉडल और टीवी एंकर संचिता वाल्के शामिल हुईं। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी सुनील सोन्हिया ने किया।
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