नवागत एसपी अगम जैन ने संभाला पदभार: बोले-लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण और सुरक्षित संपन्न कराना पहली प्राथमिकता; कम्युनिटी पुलिसिंग एवं प्रिवेंटिव एक्शन के माध्यम से अपराधों में कमी लाने का करेंगे प्रयास
Arvind Jain

संक्षिप्त लेकिन शानदार रहा एसपी अमित सांघी का कार्यकाल: पुलिसिंग में सुधार एवं नए प्रयोगों के लिए किया जाएगा याद
छतरपुर। आचार संहिता लगने के ठीक पूर्व आज शनिवार को 3 बजे नवागत एसपी अगम जैन ने छतरपुर पहुंचकर कार्यभार सभाल लिया है । 2016 बैच के आईपीएस अफसर श्री जैन का तबादला सेनानी 25वीं वाहिनी विसबल भोपाल से छतरपुर एसपी के पद पर किया गया है। जैन पूर्व में झाबुआ में एसपी के पद पर कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा वे राज्यपाल के राज्यपाल के परिसहाय के रूप में राजभवन में भी कार्य कर चुके हैं। छतरपुर में पदस्थ रहे एसपी अमित सांघी ने आज उन्हें कार्यभार सौंपा। ज्वाइन करते ही सर्वप्रथम श्री सांघी को डीआईजी पद पर प्रमोशन और भोपाल जाने की बधाई दी। गौरतलब हो अमित सांघी जी को डीआईजी पद पर पदोन्नत कर अब एसएएफ मुख्यालय भोपाल पदस्थ किया गया है।
इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करने के दौरान कहा कि सर्वप्रथम शांतिपूर्ण ढंग से सुरक्षित एवं निष्पक्ष लोकसभा चुनाव सम्पन्न कराना पहली प्राथमिकता रहेगी और कम्युनिटी पुलिसिंग एवं प्रिवेंटिव एक्शन के माध्यम से अपराधों में कमी लाने का प्रयास करेंगे और अभी तक जो समन्वय जनता और पुलिस के बीच रहा है उसको और बेहतर करने का प्रयास करेंगे। साथ ही महिलाओं से सम्बंधित अपराध को रोकना और उसमें कमी लाना भी हमारी प्राथमिकता रहेगी।
गौरतलब हो मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ में पुलिस अधीक्षक रहते अगम जैन द्वारा महिला अपराधों को रोकने के लिए एक नवाचार ‘वसुधा दीदियां’ शुरू किया गया, उनके इस नायाब आइडिया को पूरे प्रदेश में अत्यंत सराहा गया था जिसमें हर गांव की एक महिला या पढ़ी-लिखी बेटी को ‘वसुधा दीदी’ का नाम देकर उन्हें थाना स्तर पर बुलाकर प्रशिक्षण देकर उन्हें महिलाओं के अधिकार और महिला संबंधी कानून की जानकारी दी गई कि कैसे वह अपने गांव में महिलाओं या बेटियों के साथ होने वाले अपराधों की जानकारी लेकर जिले के पुलिस कंट्रोल रूम, जिला स्तरीय महिला थाने और जिले के हर थाने पर महिलाओं के लिए बनी ऊर्जा डेस्क के मोबाइल नंबर पर देंगी और 500 से अधिक वसुधा दीदी की नियुक्ति कर उन्हें प्रशिक्षित किया गया जो आज भी घरेलु हिंसा, छेड़छाड़ , मारपीट, सहित कुप्रथाओं को रोकने में मदद कर रही है.

आईपीएस अगम जैन मंगलायतन यूनिवर्सिटी अलीगढ़ से इंजीनियरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन) ग्रेजुएट हैं। उन्होंने 2015 की सिविल सर्विसेज एग्जाम में 133 रैंक हासिल की थी। जिस स्थान पर वे पढ़ते थे, वहाँ बुनियादी सुविधाएँ कम पड़ रही थीं, उन्हें एहसास हुआ कि काम करने और राष्ट्रीय योगदान देने का उनका जुनून सिर्फ सिविल सेवा में प्रवेश करके ही संभव हो सकता है। श्री जैन एक चर्चित लेखक भी हैं उनकी किताब कभी गांव-कभी कॉलेज को काफी सराहना मिली है। उन्होंने जनजातीय मुद्दों सहित अन्य सामाजिक क्षेत्र के लिए काफी लेखन किया है। उनके द्वारा युवाओं को प्रेरित करने को लेकर अंग्रेजी में लिखी किताब डिकोड यूपीएससी (Decode UPSC) सिविल सेवा प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसके अलावा उनकी किताब कभी गांव कभी कॉलेज भी पॉपुलर है। अगम जैन की हिंदी साहित्य के क्षेत्र में यह पहली पुस्तक है। वे समय-समय पर अखबारों, पत्रिकाओं और सोशल मीडिया पर व्यंग्य एवं अन्य लेख भी लिखते रहते हैं।

संक्षिप्त लेकिन शानदार रहा एसपी अमित सांघी का कार्यकाल: पुलिसिंग में सुधार एवं नए प्रयोगों के लिए किया जाएगा याद
छतरपुर एसपी अमित सांघी का कार्यकाल डीआईजी के पद पर प्रमोशन होने के कारण भले ही संक्षिप्त रहा लेकिन बेहतरीन और यादगार रहा. वह प्रशानसनिक लिहाज से कर्मठ नियमों में सख्त और चुनौती से मुकाबला करने वाले पुलिस ऑफिसर रहे, सादगी और ईमानदारी से कर्तव्य का निर्वहन करना श्री सांघी की पहली प्राथमिकता रही इतना ही नहीं बतौर पुलिस अधिकारी एक टीम की तरह काम करने में वो यकीन करते रहे । उन्होंने पुलिस सर्विस को जनता की सेवा का सबसे बेहतर प्लेटफॉर्म मानते हुए कार्य किया हैं। छतरपुर जिले के अपराधियों में उनकी कड़क कार्यशैली को लेकर खौफ और आमजन, समाजसेवी, राजनेता, पत्रकार, अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस डिपार्टमेन्ट के उनके अधीनस्तों के प्रति सह्रदयता से जो लोकप्रियता उन्होंने हासिल की शायद ही अभी तक किसी अधिकारी ने की हो, निश्चित ही उन्हें पुलिसिंग में सुधार व नए प्रयोगों के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
उन्होंने जिले में बुजुर्गों की समस्याओं के समाधान के लिए आलंबन सेल का गठन किया। पुलिसकर्मियों के बच्चों की बेहतर पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए ई-लाइब्रेरी की पहल की, वहीं पुलिस परिवारों को सस्ती सुलभ सामग्री उपलब्ध कराने के लिए कैंटीन प्रारंभ कराई। पूरे कार्यकाल के दौरान श्री सांधी पुलिस की गलत कार्यशैली पर तुरंत एक्शन लेते थे, वहीं अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों का उत्साहवर्धन भी खूब करते थे। सांघी ने जिले में नई भर्ती से पदस्थ हुए 57 आरक्षकों की थानों में पोस्टिंग लॉटरी सिस्टम से की, जो एक अभिनव प्रयोग था. अमित सांघी ने कहा कि छतरपुर के लोगों ने उन्हें खूब सपोर्ट किया व्यवस्थाओं में सुधार के लिए सही फीडबैक दिया यह वे हमेशा याद रखेंगे। में ग्वालियर जैसे बड़ी जगह से यहाँ आया था जहाँ अपराध भी यहां की तुलना में बहुत ज्यादा थे साथ में नेतागिरी भी बहुत थी लेकिन छतरपुर में मुझे आमजन से लेकर सभी अधिकारी, कर्मचारी, नेताओं का भरपूर सहयोग मिला जिससे मुझे काम करने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा और बड़े ही रिलैक्स होकर काम कर पाया।और साथ ही नवागत एसपी अगम जैन की तारीफ करते हुए कहा कि वह भी बहुत टैलेंटेड और बेहतरीन सोच रखने वाले अधिकारी हैं।