CM रेखा गुप्ता दिल्लीवालों को बड़ा तोहफा देने की कर रहीं तैयारी, पर AAP ने कर दी कड़वी बात, बताई ये कैसी हकीकत – ayushman bharat scheme delhi chief miister Rekha gupta sandeep pathak strong criticism

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Ayushman Bharat Scheme News: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार राष्ट्रीय राजधानी में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने की प्लानिंग कर रही है, वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक ने बड़ी बात कह…और पढ़ें
आप सांसद संदीप पाठक ने आयुष्मान भारत स्कीम पर बड़ा सवाल उठाया है.
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने केंद्र सरकार की स्वास्थ्य नीतियों पर कड़ा प्रहार किया है. मंगलवार को राज्यसभा में उन्होंने कहा कि देश की हेल्थकेयर व्यवस्था को केंद्र और राज्य के बीच बांटकर नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि यह पूरे देश की समस्या है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की नीतियां देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने में विफल रही हैं. उन्होंने आयुष्मान भारत योजना पर भी गंभीर सवाल उठाया है. दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार दिल्ली में आयुष्मान भारत स्कीम लॉन्च करने की तैयारी में जुटी है.
संदीप पाठक ने कहा कि सरकारी अस्पतालों की स्थिति दयनीय है. साल 2014 में छत्तीसगढ़ के नसबंदी कैंप में 10 महिलाओं की मौत हो गई थी, गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 63 बच्चों की जान चली गई थी और नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में स्टाफ व डॉक्टरों की कमी के कारण 33 लोगों की मौत हो गई थी. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार द्वारा बनाए गए हेल्थ बजट और योजनाएं पर्याप्त हैं? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से साल 2017 में लाई गई नेशनल हेल्थ पॉलिसी का उद्देश्य सभी नागरिकों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना था, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. सरकारी अस्पतालों में या तो डॉक्टर नहीं हैं, दवाइयां नहीं हैं, टेस्टिंग नहीं हो रही है या मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं हैं.
आयुष्मान भारत योजना पर बड़ी बात
AAP सांसद संदीप पाठक ने आयुष्मान भारत योजना की आलोचना करते हुए कहा कि यह योजना मरीजों की बजाय अस्पतालों को ध्यान में रखकर बनाई गई है. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत छोटे अस्पताल गैर-ज़रूरी ऑपरेशन कर रहे हैं, ताकि मुनाफा कमा सकें. इसके अलावा योजना का डिज़ाइन ही दोषपूर्ण है. उन्होंने कहा, ‘आयुष्मान भारत योजना में 10 करोड़ परिवारों को शामिल करने का दावा किया गया था, लेकिन केवल 2 करोड़ लोग ही पात्र पाए गए. बाद में सरकार ने तय किया कि बिना जांच-पड़ताल के किसी भी मरीज को इलाज दिया जाएगा. कैग रिपोर्ट में इस योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा पाया गया.’ उन्होंने बताया कि इस योजना में अस्पतालों को बीमारी के आधार पर इंपैनल किया गया है, जबकि सीजीएचएस और अन्य प्राइवेट इंश्योरेंस योजनाओं में अस्पतालों के आधार पर इंपैनलमेंट होता है. इसका नतीजा यह है कि कई अस्पताल केवल चुनिंदा बीमारियों का इलाज करते हैं और बाकी के लिए मरीजों को अलग से पैसे खर्च करने पड़ते हैं.
मिडिल क्लास की अनदेखी
संदीप पाठक ने मिडिल क्लास की अनदेखी पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार ने गरीबों के लिए आयुष्मान भारत और नेशनल हेल्थ मिशन जैसी योजनाएं बनाई हैं, लेकिन टैक्स देने वाले मिडिल क्लास के लिए कोई हेल्थ स्कीम नहीं है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘जो मिडिल क्लास टैक्स देता है, उसे किसी भी योजना का लाभ नहीं मिलता.’ संदीप पाठक ने सरकार द्वारा हेल्थ बजट में केवल 1.4 प्रतिशत हिस्सा रखने को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ भाषण देने में व्यस्त है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि देश में अच्छे सरकारी अस्पताल नहीं हैं, मेडिकल कॉलेज में सीटें कम हैं और दवाइयों की भारी कमी है. आप सासंद ने राजनीतिक दलों पर भी तंज कसते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य को चुनावी मुद्दा नहीं माना जाता, क्योंकि नेताओं को लगता है कि इससे वोट नहीं मिलते. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की राजनीति और विचारधारा स्कूल और अस्पताल पर आधारित है.
New Delhi,Delhi
March 18, 2025, 23:26 IST
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