मध्यप्रदेश

Alot MLA said- there is no justification for the graves, they should be removed | आलोट MLA बोले- कब्रों का कोई औचित्य नहीं, हटाना चाहिए: गोपाल भार्गव ने कहा- ये निरर्थक विषय, विकास पर ध्यान देना जरूरी – Bhopal News

महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने का मुद्दा मध्य प्रदेश में भी सियासी असर दिखा रहा है। विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा के दौरान आलोट के बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा, “कई राजा और बादशाह आए और चले गए, उनकी कब्रो

.

एमपी बीजेपी के सबसे सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा- ये निरर्थक विषय हैं। जिनका कोई अर्थ देश के विकास से नहीं हैं। ये सारी बयानबाजी किसी भी तरफ से हो इसका संबंध देश के विकास से, समस्याओं के हल से बिल्कुल भी नहीं हैं और मैं इस सब में पड़ता भी नहीं हूं।

आलोट विधायक बोले- कब्र जमीन कब्जाने का जरिया आलोट से बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा- कब्र इस्लामिक मूल सिद्धांत नहीं है। जितने शाहबाद है। मुहम्मद साहब के साथ वाले जो लोग थे, स्वयं मुहम्मद साहब थे। उनमें किसी की भी कब्र नहीं है। यहां पक्की कब्रें करने का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि जमीन चोर, ओलिया ज्यादा से ज्यादा पैदा किए जाएं। जमीनों पर ज्यादा से ज्यादा कब्जे हों तो ये नहीं होना चाहिए। उसकी आवश्यकता नहीं हैं।

कब्र जब जिंदा रहती है तो उसके प्रति श्रद्धा और सम्मान आता है तो लोग मांगने पहुंचते हैं। इस्लाम का जो एकेश्वरवाद है वो उससे प्रभावित होता है। इस्लाम के अनुसार ही कब्रें निषिद्ध हैं। एक बहुत बड़ी संख्या है। जो विद्वान मुसलमान हैं वो कब्रों को नहीं पसंद करते।

संस्कृति मंत्री बोले- आतताईयों का नामोनिशान मिट जाए तो अच्छा रहेगा

कांग्रेस विधायक बोले- देश चिंतामणि के कहने से नहीं संविधान से चलेगा बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय के बयान पर ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कहा- चिंतामणि मालवीय पहले अपने बारे में चिंतन, मनन करें। उसके बाद देश की चिंता करें। इस देश में बाबा साहब डॉ. अंबेडकर ने जो संविधान बनाया है। उसमें सभी धर्मों और जातियों को बराबर के सम्मान का अधिकार है। अपनी-अपनी पूजा पद्धति है, वो सब अपने अधिकार से करेंगे। चिंतामणि मालवीय के कहने से देश नहीं चलेगा।

टिमरनी विधायक बोले- ये मुद्दों से भटकाने का तरीका टिमरनी से कांग्रेस विधायक अभिजीत शाह ने कहा- ये जो असल मुद्दे हैं। किसानों, युवाओं, बेरोजगारी के मुद्दों को भटकाने का ये तरीका है। क्योंकि राजनीति कब्रों, कफनों पर नहीं होनी चाहिए। ये कोई मुद्दा ही नहीं हैं। वो औरंगजेब की बात कर रहे हैं। न जाने वो कब का खत्म हो चुका है। उसका कोई नाम भी नहीं लेता है। ये तो गड़े मुर्दे उखाड़ रहे हैं। मेरा तो यही कहना है कि विधानसभा का बजट सत्र मात्र 9 दिनों का हो रहा है। इससे पहले के बजट सत्र कम से कम 15 से 25 दिन के हुआ करते थे। तो ये मुद्दों से भटका रहे हैं। मुद्दा किसानों, नौजवानों बेरोजगारी के मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रहे हैं।

संभाजी नगर में औरंगजेब के मकबरे का मुख्य द्वार पुलिस ने बंद कर दिया है। औरंगजेब की कब्र के पास जाना भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।

संभाजी नगर में औरंगजेब के मकबरे का मुख्य द्वार पुलिस ने बंद कर दिया है। औरंगजेब की कब्र के पास जाना भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।

मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…।

महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा बढ़ी, बजरंग दल-VHP की मांग- इसे हटाएं महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) में स्थित औरंगजेब की कब्र हटाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने महाराष्ट्र सरकार से इसे जल्द हटाने की मांग की है। विवाद के बीच कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

विश्व हिंदू परिषद (VHP) महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्रीय मंत्री गोविंद शेंडे ने औरंगजेब की कब्र को गुलामी का प्रतीक बताया। उन्होंने सोमवार को कहा- औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज को मारने से पहले 40 दिनों तक यातना दी थी। ऐसे क्रूर शासक का निशान क्यों रहना चाहिए। यहां पढ़ें पूरी खबर…


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!