देखन में छोटे लगत घाव करैं गंभीर- छतरपुर एसपी अगम जैन: चुनौतियों से भरा एक साल का कार्यकाल, देखें एक नजर

अरविन्द जैन / मिजाज से साहित्यकार यह IPS अफसर यदि आपको कहीं सादी वर्दी में दिख जाए तो हो सकता है कि आप उन्हें किसी स्कूल कॉलेज का स्टूडेंट समझने की भूल कर बैठें लेकिन वह अपनी सख्ती को लेकर भी जाने जाते हैं वे कलम और हथियार दोनों चलाने में माहिर हैं। जिससे गांव, गली की चौपालों में उनके बारे में यह चर्चा आम रहती है कि देखन में छोटे लगत घाव करैं गंभीर ..

सख्त फैसलों से अपराधियों में खौफ पैदा कर जिले की कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने वाले छतरपुर के पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने आज अपना चुनौतियों से भरा एक साल का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है । आज से ठीक एक साल पहले लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से एक घंटे पहले उन्होंने छतरपुर पुलिस अधीक्षक का पदभार संभाला था जब वह जिले की भौगोलिक स्थिति से भी अनभिज्ञ थे लेकिन चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्वक संपन्न कराने, खजुराहो और बागेश्वर धाम में लगातार वीआईपी मूवमेंट के चलते जिले की कानून व्यवस्था को कायम रखने में वह सफल रहे, कोतवाली में पुलिस पर हमला और पत्थरबाजी के मामले में 46 लोगों पर नामजद और 150 से अधिक अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई। घटना के मास्टरमाइंड हाजी शहजाद अली के अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त कराया गया।
अपराधियों को किसी भी हाल में नहीं बख्शने के उनके इरादे ने अगम जैन को आम लोगों की नजर में फिल्मी कैरेक्टर ‘चुलबुल पांडे’ जैसा बना दिया और वे महज एक साल के कार्यकाल में लोकप्रियता की बुलंदियां छू गये.

अगम जैन ने छतरपुर में पुलिस व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों को सुलझाया और जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जहां अपराधियों में दहशत पैदा की तो वहीँ आम जन में सुरक्षा की भावना को भी बढाया। उन्होंने कई अपराधों का खुलासा किया और कई बड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिनमें हत्या, लूट, अपहरण और डकैती के आरोपी शामिल थे, उन्होंने चोरी, धोखाधड़ी और साइबर अपराध जैसे कई अपराधों का खुलासा किया। पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया और उन्हें आधुनिक तकनीक से लैस किया। उन्होंने जनता के साथ संवाद को भी बढ़ावा दिया है और उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया।

अगम जैन के प्रयासों से छतरपुर में पिछले दो वर्षों की तुलना में अपराध में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई पर विशेष कमी भी नहीं आई है लेकिन हर अपराध को शीघ्रता से खोलने और त्वरित क्राइम कंट्रोल करने में सफल रहे हैं। इसका मुख्य कारण आज लाखों लोगों के मोबाइल में उनका मोबाइल नंबर सेव होना साथ ही फ्रेंडली संवाद करना जिससे आमजन में सुरक्षा की भावना अवश्य बढ़ी है।जन संवाद के जरिये उन्होंने अपना मोबाइल नं. सार्वजनिक किया और शायद वह देश के पहले आईपीएस होंगे जिन्होंने अपने ऑफिस के बाहर नेम प्लेट पर नाम के साथ मोबाइल नंबर अंकित कराया है जिससे कई बार पुलिस और पत्रकारों से पहले जिले के किसी भी कोने में हुई घटना की जानकारी उन्हें जनता द्वारा सबसे पहले मिल जाती है.



अगम जैन के कार्यकाल की कुछ खास बातें –
पुलिस अधीक्षक छतरपुर के निर्देशन में एसडीओपी नौगांव द्वारा छात्र-छात्राओं के अध्ययन हेतु पुस्तकालय का शुभारंभ, हाईटेक साइबर सेल ऑफिस का शुभारंभ, छतरपुर पुलिस द्वारा संचालित हेलमेट बैंक सेवा, “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत डायल 100 परिवार द्वारा वृक्षारोपण, यात्रियों की सुरक्षा और यातायात सुगम बनाने टैक्सी में रेडियम स्टीकर लगाए, छतरपुर पुलिस द्वारा एक गरीब कन्या की शादी अपने खर्चे पर करना, जिसमें पूरा पुलिस बल बारातियों के स्वागत में लगा रहा और एसपी अगम जैन घराती बने, अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों का उत्साहवर्धन, पुलिस कर्मियों को एम्प्लॉई ऑफ़ द वीक (साहसिक उत्कृष्ट कार्य) के लिए सम्मानित करना, पुलिस कर्मियों के जन्मदिन पर उन्हें ग्रीटिंग कार्ड भेंट कर शुभकामना प्रेषित करना।


हालांकि भोला अहिरवार और टीआई अरविन्द कुजूर आत्महत्याकाण्ड ने छतरपुर पुलिस अधीक्षक की छवि पर डेंट जरूर लगाया है जिससे लोग थानों में मची लूट, फर्जी FIR और पुलिस कर्मियों पर कंट्रोलिंग को लेकर सवाल जरूर उठा रहे हैं जिसमें उन्हें सुधार करने की जरूरत है बावजूद इसके अगम जैन छतरपुर में अपराधियों में दहशत पैदा करने, क्राइम कंट्रोल करने और जनता में सुरक्षा की भावना बढ़ाने, जिले की कानून व्यवस्था को कायम रखने में सफल रहे हैं भले ही उनका कार्यकाल चुनौतियों से भरा रहा हो..

निश्चित ही अब तक उन्होंने पुलिस सर्विस को जनता की सेवा का सबसे बेहतर प्लेटफॉर्म मानते हुए कार्य किया हैं। आमजन की परेशानी और समस्याएं दूर करने के साथ-साथ पुलिस व जनता के बीच बेहतर मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने वाले श्री जैन पर लोगों का विश्वास भी काफी बढ़ा है . जनमानस में उनके काम की सराहना की जा रही है और वे अपनी छवि एक कुशल और ईमानदार पुलिस अधिकारी के रूप में प्रस्तुत करने में सफल रहे हैं।

