नोटिस जारी होते ही एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने गौवंश को एनएच से भगाने का किया दिखावा

छतरपुर। झांसी-खजुराहो फोरलेन पर कैडी पुल के पास बीते रोज एक दर्जन गौवंश को ट्रक चालक द्वारा बेरहमी से कुचल देने की घटना के बाद जिला कलेक्टर ने फोरलेन से पशुओं को हटाने से संबंध में प्रभावी कार्यवाही न करने पर एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवेन्द्र चापेकर को नोटिस जारी किया है और दुर्घटनाओं के मद्देनजर तीन दिन में जवाब भी मांगा है। जवाब संतोषजनक न होने पर कड़ी कार्यवाही प्रस्तावित करने की बात भी नोटिस में कही गई है। यह नोटिस मिलते ही एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवेन्द्र चापेकर ने एनएचएआई पहुंच कर वहां बैठे आवारा पशुओं को रेडियम लगाने व लाल रंग का पट्टा बांधने तथा फोरलेन से भगाने का दिखावा किया गया। बड़ी मुश्किल से दो-तीन पशुओं के गले में लाल रंग का पट्टा बांधा गया। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को इस अभियान में इसलिए सफलता नहीं मिली क्योंकि वह गौवंश के लिए कुछ भोजन सामग्री लेकर नहीं गए थे जिससे कर्मचारियों का समूह देखते ही फोरलेन में विचरण करने वाले मवेशी भाग खड़े हुए। प्रश्र यह उठता है कि जब से फोरलेन पर वाहनों का आवागमन चालू हुआ तभी से फोरलेन पर पशुओं का जमावड़ा लग रहा है और आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और इन दुर्घटनाओं में लोगों की अकाल मौत भी हो रही है। इसके पहले एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और कर्मचारियों ने फोरलेन से मवेशियों को हटाने का अभियान क्यों नहीं चलाया था। जब कलेक्टर द्वारा कार्यवाही करने के लिए नोटिस जारी किया गया तब कहीं फोरलेन से आवारा मवेशियों को हटाने और उनकी सींगों में रेडियम लगाने का दिखावा किया गया।
क्या कहा एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने
इस संबंध में एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवेन्द्र चापेकर का कहना है कि बारिश का सीजन चल रहा है, जगह गीली होने के कारण मवेशी एनएच में सूखी जगह पर बैठते हैं जो दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं। हमने कई पशुओं को गौशाला भेजा लेकिन गौशाला वालों ने लेने से इंकार कर दिया। अब जिला पंचायत सीईओ से बात हुई उनके माध्यम से फोरलेन के आवारा जानवरों को गौशाला तक भेजने की व्यवस्था की जायेगी।