ओंकारेश्वर में पार्टी दफ्तर में किया हंगामा, कहा- मुझे हरवाने वालों के घर तुड़वाओ | Uproar in the party office in Omkareshwar, said – break the houses of those who defeated me

खंडवा/सावन राजपूत41 मिनट पहले
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ओंकारेश्वर नगर परिषद के चुनाव में भाजपा ने बहुमत से एक सीट ज्यादा लाकर गढ़ बचा लिया है, लेकिन एक वार्ड में चुनाव हार चुकी सीनियर नेत्री का गुस्सा फूट पड़ा। विजय जुलूस के बस स्टैंड स्थित पार्टी दफ्तर पर समापन के बाद संगठन नेताओं के साथ स्थानीय विधायक, पार्टी जिलाध्यक्ष और चुनाव प्रभारी रणनीति बना रहे थे, तभी चुनाव हारी नेत्री पहुंच गई और हंगामा कर दिया। नेत्री ने चुनाव हरवाने वालों के अतिक्रमण में बने मकान तुड़वाए जाने की बात कही।
भाजपा नेत्री कौन? कांग्रेस के दिग्गज नेता से भिड़ चुकी
ये भाजपा नेत्री मायाबाई पति सुंदरलाल हैं। ओंकारेश्वर में जेपी चौक स्थित वार्ड नंबर 02 की निवासी हैं। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर क्षेत्र में जितनी भी फूल की दुकानें हैं, उन्हें मंडी से थोक फूल लाकर सप्लाई करती हैं। इसके लिए एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारी लगा रखे हैं। मायाबाई का नगर बीजेपी में काफी प्रभाव है। वह कुछ समय पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता व ओंकारेश्वर से विधायक रह चुके ठाकुर राजनारायणसिंह से भी भिड़ चुकी हैं। ओंकारेश्वर की परिषद में कई बार से पार्षद हैं, वार्ड की समस्याओं को लेकर अपने ही पार्टी के विधायक-सांसद को खरी-खोटी सुनाती हैं।
बोलीं- उनके अतिक्रमण हटाओ, प्रदेशाध्यक्ष से मिलूंगी
जेपी चौक पर अग्रवाल धर्मशाला को भाजपा ने पार्टी कार्यालय बनाया था। विजय जूलूस के बाद यहां विधायक नारायण पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल, चुनाव प्रभारी अनिल भोंसले समेत संगठन के नेताओं का जीत-हार पर मंथन चल रहा था, तभी पहुंची मायाबाई ने कहा कि मुझे हराने के लिए पार्टी के लोगों ने ही पैसे बांटे हैं। हमने इतने साल पार्टी में रहकर कभी गद्दारी नहीं की। ईमानदारी से काम किया है, मुझे हराने वालों पर कार्रवाई करो। उनके कारोबार, अतिक्रमण में बने मकान को तोड़ो। वरना, मेरे साथ हारे तीनों पार्षद भी विधानसभा चुनाव में बगावत के लिए तैयार रहेंगे। पार्टी में गुटबाजी की शिकायत भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से मिलकर करेंगे।
दूसरे वार्ड से लड़ी तो 21 वोट से कांग्रेस ने हराया
मायाबाई ने इस बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड क्रमांक 08 से चुनाव लड़ा था। दूसरे वार्ड में चुनाव लड़ने के कारण वह 21 वोट से हार गई। उन्हें कांग्रेस के राजेश ने हराया। मायाबाई का आरोप है कि, पार्टी वालों ने ही भितरघात करके उन्हें हराया है।
हालांकि पार्टी जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल का कहना है कि, इस चुनाव में पुराने चेहरों को हार मिली है। मायाबाई अकेली नहीं हैं, उनके अलावा वरिष्ठ नेता दिनेश पेंटर की पत्नी रूक्मिणीबाई और नवल किशोर शर्मा भी चुनाव हारे हैं। जनता ने इस बार नये लोगों को मौका दिया है। मायाबाई ने अपने वार्ड में विकास और हितग्राही योजना से जुड़े कई काम भी कराए थे।
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