मध्यप्रदेश

The stage collapsed under the pressure of the huge crowd | 40 की क्षमता वाले मंच पर चढ़ गए 150 लोग: भोपाल में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान गिरा मंच; फोटो खिंचवाने के लिए अचानक बढ़ गई भीड़ – Bhopal News

भोपाल में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान मंच गिर गया।

मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा हो गया। दोपहर करीब 12:51 बजे मंच पर भारी संख्या में कार्यकर्ता और नेता इकट्ठा हो गए, जिससे मंच का संतुलन बिगड़ गया और वह ध्वस्त हो गया। हादसे में किसान कांग्रेस के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह च

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5 तस्वीरों में देखिए हादसा…

सुबह करीब 11 बजे मंच पर 4 नेता और एक बैलगाड़ी मौजूद थी।

अचानक मंच पर नेताओं की भीड़ बढ़ गई। 12.45 बजे मंच गिर गया।

अचानक मंच पर नेताओं की भीड़ बढ़ गई। 12.45 बजे मंच गिर गया।

मंच गिरते ही अफरा-तफरी मच गई। घायलों को तुरंत उठाया गया।

मंच गिरते ही अफरा-तफरी मच गई। घायलों को तुरंत उठाया गया।

मंच में मौजूद बैलगाड़ी को कार्यकर्ताओं ने दूर खड़ा किया।

मंच में मौजूद बैलगाड़ी को कार्यकर्ताओं ने दूर खड़ा किया।

घायल नेता राजीव सिंह और प्रवक्ता रोशनी यादव को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।

घायल नेता राजीव सिंह और प्रवक्ता रोशनी यादव को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।

कैसे हुआ हादसा?

कार्यक्रम के दौरान मंच पर एक छोटी बैलगाड़ी रखी गई थी, जिस पर धान और हल रखा था। नेता और कार्यकर्ता इस बैलगाड़ी की पूजा करने और फोटो खिंचवाने के लिए मंच पर चढ़ने लगे। देखते ही देखते वहां भीड़ बढ़ती गई और मंच पर करीब 150 लोग पहुंच गए, जबकि इसकी क्षमता सिर्फ 30-40 लोगों की थी। अचानक मंच चरमराने लगा और भारी दबाव के कारण टूटकर गिर गया। मंच गिरते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग टेबल और कुर्सियों के नीचे दब गए, तो कुछ कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी गंभीर चोटें आईं।

घायलों की स्थिति गंभीर कांग्रेस उपाध्यक्ष राजीव सिंह और प्रवक्ता रोशनी यादव को गंभीर चोटें आई हैं। डॉक्टरों के अनुसार, राजीव सिंह के पेट में एक लोहे की रॉड घुस गई थी, जिसे तीन घंटे की सर्जरी के बाद निकाला गया। उनकी स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।

मंच गिरने के 4 प्रमुख कारण

  • अधिक भार से संरचना कमजोर हुई: मंच की क्षमता 30-40 लोगों की थी, लेकिन इस पर 150 से अधिक लोग चढ़ गए, जिससे यह भार सहन नहीं कर सका।
  • अस्थायी निर्माण: मंच को तात्कालिक रूप से बनाया गया था और इसकी मजबूती पर ध्यान नहीं दिया गया था।
  • भीड़ का आंकलन नहीं किया गया: आयोजकों ने यह अनुमान नहीं लगाया कि इतनी अधिक संख्या में लोग मंच पर चढ़ सकते हैं।
  • उत्साह में मंच पर चढ़ते गए कार्यकर्ता: नेता जीतू पटवारी के आने के बाद लोग मंच पर फोटो खिंचवाने के लिए तेजी से चढ़े।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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