Damoh:अवैध पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में हुई छठी मौत, घायल बोले- अच्छे तरीके से नहीं हो रहा इलाज – Sixth Death In Illegal Firecracker Factory Explosion In Damoh

अवैध पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में हुई छठी मौत
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
दमोह के बड़ा पुल पर संचालित अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में बीते बुधवार की रात जबलपुर में पांचवी मौत हो गई। अब शनिवार को छठी मौत हो गई। कलेक्टर के निर्देश पर मामले की मजिस्ट्रियल जांच भी शुरू हो गई है। इसके साथ ही मृतक फैक्ट्री संचालक अभय गुप्ता के भाई जय कुमार गुप्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके घर से भी बड़ी मात्रा में बारूद और पटाखा बनाने की सामग्री बरामद की गई है। वहीं जिला अस्पताल में इलाजरत महिलाओं का कहना है कि उनका अच्छे से इलाज नहीं हो रहा, जबकि उन्हे अच्छे इलाज की जरूरत है। इस मामले में धारा 304 के तहत मामला दर्ज हुआ है।
जबलपुर में इलाजरत तीन महिलाओं की मौत
मंगलवार को फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में जहां संचालक अभय गुप्ता सहित दो महिलाओं की मौत मंगलवार मौके पर ही हो गई और 11 महिलाओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। वहीं चार महिलाओं की हालत गंभीर होने पर इलाज के लिए जबलपुर भेजा गया था। जहां मंगलवार रात रामकली कोष्टी की इलाज के दौरान मौत हो गई, बुधवार रात विनीता राजपूत नाम की महिला ने दम तोड़ दिया और शनिवार को उमा कोरी पिता परषोत्तम काेरी निवासी पुराना बाजार दो कुरयाना मोहल्ला की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस प्रकार से पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट में छह लोगों की जान चली गई है और करीब 5 महिलाएं जिला अस्पताल में भर्ती है।
फैक्ट्री के पिछले हिस्से से चोरी छिपे लाई जाती थी बारूद
बड़ा पुल के रहवासी इलाके में अभय गुप्ता यह अवेध पटाखा फैक्ट्री 10 सालों से संचालित कर रहा था। स्थानीय लोगों ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं इस बात की जानकारी भी सामने आई है कि फैक्ट्री के पीछे वाले हिस्से से बारूद चोरी छिपे फैक्ट्री में लाया जाता था। धमाके के एक दिन पहले ही करीब 100 किलो बारूद एक ऑटो में भरकर फैक्ट्री लाया गया था। फैक्ट्री मालिक अभय उर्फ छुट्टन गुप्ता 400 किलो पटाखा रखने और बेचने के लाइसेंस की आड़ में अवैध फैक्ट्री चला रहा था।
आटे की बोरियों में छिपा रखा था विस्फोटक
यहां पर सागर से जांच करने आए बम निरोधक दल को घटनास्थल पर रस्सी बम बनाने के लिए विस्फोटक सामग्री मिली। इतना ही नहीं मुर्गी दाना की बोरियों और आटा की बोरियों में आर्सेनिक एल्युमिनियम और पोटेशियम क्लोराइड का मिश्रण मिला जो 80 किलो से ज्यादा है। इन्हें जब्त कर पुलिस लाइन में रखवाया है। फैक्ट्री में जो रस्सी बम बनाए जा रहे थे उन पर एनजीटी ने रोक लगा रखी है। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया।
Source link