बंटवारे के प्रकरणों के निराकरण में लापरवाह बने तहसीलदार, 4 अफसरों की वेतन रोकी | Tehsildar became negligent in solving partition cases, stopped salary of 4 officers

भिंडएक घंटा पहले
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भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस (फाइल फोटो)
भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने प्रशासनिक कार्य में कसावट लाने में जुटे हुए हैं। बुधवार को कलेक्टर ने बटवारा प्रकरणों का निराकरण की समीक्षा बैठक की। इस दौरान भिंड जिले के अलग-अलग तहसीलों में पदस्थ तहसीलदार व नायब तहसीलदार ओं का परफॉर्मेंस खराब रहा।
जमीन-जायदाद के बंटवारे प्रकरणों का निराकरण किए जाने को लेकर राजस्व न्यायालयों में शासन द्वारा योजनाएं चलाई जा रही है जिसके तहत आपसी सामंजस्य पर बंटवारा के प्रकरणों को हल किया जाना है। भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस द्वारा की गई समीक्षा बैठक में जिन तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों का परफॉर्मेंस कम रहा उनके खिलाफ एक्शन भी लिया गया है। समीक्षा के दौरान निराकरण का प्रतिशत बहुत कम होना पाया गया बार-बार निर्देश देने के बाद भी तहसीलदार भिण्ड ममता शाक्य, प्रभारी तहसीलदार मिहोना रविश भदौरिया, नायव तहसीलदार वृत्त फूप संदीप गौर, नायव तहसीलदार वृत्त असवार तहसील लहार आरती गौतम द्वारा निर्धारित लक्ष्य 80 प्रतिशत तक निराकृत किये जाने के संबंध में कोई भी प्रगति नहीं की। बंटवारा के प्रकरण निर्धारित समय सीमा से बाहर लंबित होने से जिले की प्रगति संतोषप्रद्व नहीं रहीं। उक्त लापरवाही पर तहसील व नायव तहसीलदार का दिसम्बर 2022 का वेतन से सात दिवस का वेतन रोकने के आदेश दिए है।
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