Collector met children at Dhar CM Rise School | धार सीएम राइज स्कूल में बच्चों से मिले कलेक्टर: छात्रों को दिए सफलता के मंत्र, साझा किए अपने अनुभव; स्कूल के किस्से सुनाए – Dhar News

धार के सीएम राइज स्कूल में स्कूल चले हम अभियान के अंतर्गत भविष्य से भेंट कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया। कलेक्टर ने छात्रों के साथ फिल्मों और खेलों पर भी चर्चा की। इस दौरान बच्चों न
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उन्होंने बताया कि जीवन में सफलता पाने के लिए तीन चीजें बहुत जरूरी हैं। ये हैं – संघर्ष, मेहनत और अनुशासन। कलेक्टर ने अपने बचपन की यादें साझा करते हुए बच्चों को प्रेरित किया। उनकी बातों ने छात्रों में नई ऊर्जा का संचार किया।
बचपन के अनुभवों से मिली सीख असेंबली में सामूहिक राष्ट्रगान गाने के दौरान उन्हें गान याद नहीं था, जिससे गलती हुई और फिर टीचर ने उन्हें अकेले ही सबके सामने राष्ट्रगान गाने को कहा। कलेक्टर ने बताया कि उस समय की डांट आज भी याद है, क्योंकि जीवन में हमें सार्वजनिक रूप से किए गए कार्यों को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
छठी कक्षा का अनुभव उन्हें स्कूल असेंबली का संचालन करने के लिए खड़ा किया गया था। उन्होंने भाषण पेपर देखकर पढ़ा, लेकिन प्राचार्य ने उन्हें याद करके बोलने के लिए प्रेरित किया। उस दिन उन्होंने लक्ष्य बनाया कि भविष्य में बिना पेपर देखे आत्मविश्वास के साथ बोलेंगे। पब्लिक स्पीकिंग का महत्व उन्होंने बताया कि बचपन में वे बहुत बातूनी थे, लेकिन मंच पर आते ही घबराहट महसूस होती थी। बाद में उन्होंने सीखा कि जब हम सामने बैठे लोगों को अपने से कम जानकार समझते हैं, तो आत्मविश्वास बढ़ जाता है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि पब्लिक स्पीकिंग एक जरूरी स्किल है, जिसे बचपन से ही सीखना चाहिए। टीचर्स की भूमिका कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक सदैव छात्रों का भला सोचते हैं। कई बार जब वे बच्चों को डांटते हैं, तो उसका उद्देश्य उन्हें सुधारना और उत्कृष्टता की ओर ले जाना होता है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे केवल उन्हीं बच्चों को मंच पर आगे न बढ़ाएं जो पहले से ही अच्छे वक्ता हैं, बल्कि हर छात्र को अवसर दें।
अच्छा इंसान बनने की कोशिश करें: कलेक्टर कलेक्टर ने स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने कम उम्र में पर्यावरण बचाने के लिए अभियान चलाया और नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित हुईं। इससे सीख मिलती है कि छोटी उम्र में भी बड़े काम किए जा सकते हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि अच्छा इंसान बनने की कोशिश करें, सफलता अपने आप मिलेगी।
जो चाहोगे, वही बनोगे, मेहनत करना जारी रखें कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने अपनी कलेक्टर बनने की यात्रा साझा की और बताया कि कठिनाइयों से घबराने के बजाय उनसे सीखना चाहिए। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि सफलता मेहनत, ईमानदारी और सही दिशा में प्रयास करने से ही मिलती है। कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें।
सीएम राइज स्कूल ने 100 फीसदी रिजल्ट हासिल किया है, जिसमें 450 छात्र (केजी से कक्षा 10 तक) शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। कलेक्टर ने विद्यालय की इस उपलब्धि की सराहना की और कहा कि यह शिक्षकों और छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। उन्होंने बच्चों को पाठ्य पुस्तकें प्रदान की। यहां की छात्रा एंजिल डोडिया ने कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को उनका स्केच भेंट किया, जिस पर उन्होंने उसकी प्रतिभा की सराहना करते हुए उसे प्रोत्साहित किया।
देखिए कार्यक्रम के दौरान ली गई तस्वीरें…


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