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भारतीय पासपोर्ट के रंग और उनकी विशेषताएं: नीला, मरून, सफेद और नारंगी.

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Indian Passport Facts: भारत सरकार चार रंगों में पासपोर्ट जारी करती है, नीला (आम नागरिक), सफेद (सरकारी अधिकारी), मरून (राजनयिक),और नारंगी (माइग्रेंट लेबरर). मरून पासपोर्ट धारकों को किसी भी देश में जाने के लिए वी…और पढ़ें

किस रंग का पासपोर्ट किसके लिए जारी किया जाता है और उस पर क्‍या सुविधाएं मिलती हैं?

हाइलाइट्स

  • भारतीय पासपोर्ट के चार रंग होते हैं: नीला, सफेद, मरून, नारंगी
  • मरून पासपोर्ट धारकों को वीजा की जरूरत नहीं होती
  • भारतीय पासपोर्ट से 57 देशों में वीजा फ्री यात्रा करना संभव

Indian Passport Facts: पासपोर्ट किसी व्यक्ति की एक वैध पहचान पत्र होता है. साथ ही यह अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने के लिए जरूरी दस्तावेज है. पासपोर्ट के बिना किसी देश में प्रवेश नहीं किया जा सकता. अगर आपको किसी अन्य देश में जाना है तो सबसे पहले पासपोर्ट और फिर उस देश के वीजा की जरूरत होगी. भारतीय पासपोर्ट दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की लिस्ट में शामिल है. साल 2025 में, हैनली पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक, भारतीय पासपोर्ट दुनिया में 85वें नंबर पर था. इस रैंकिंग में देशों को उनकी वीजा-मुक्त पहुंच के आधार पर आंका जाता है. भारतीय पासपोर्ट के जरिए 57 देशों में वीजा फ्री यात्रा की जा सकती है. वहीं, कुछ देशों में भारतीयों के लिए वीजा ऑन अराइवल की सुविधा भी दी जाती है. 

भारत सरकार नीला, मरून, सफेद और नारंगी रंग के पासपोर्ट जारी करती है. जानते हैं कि किस रंग का पासपोर्ट किसके लिए जारी किया जाता है और उस पर क्‍या सुविधाएं मिलती हैं? भारत सरकार नीले रंग का पासपोर्ट देश के आम नागरिकों के लिए जारी करती है. वहीं, सफेद रंग का पासपोर्ट सरकारी कामकाज से विदेश जाने वालों को मिलता है. इसके अलावा इंडियन डिप्‍लोमेट्स और वरिष्‍ठ सरकारी अधिकारियों के लिए मरून पासपोर्ट जारी किया जाता है. कम पढ़े लोगों और श्रमिक के तौर पर विदेश जाने वालों के लिए नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी किया जाता है. पासपोर्ट को आईडेंटिटी का सबसे सटीक दस्तावेज माना जाता है. क्योंकि इसे केंद्र सरकार लंबी प्रक्रिया के बाद जारी करती है, इसमें तमाम तरह के वैरिफिकेशन होते हैं.  पासपोर्ट जारी होने के बाद भारतीय नागरिक उस पर किसी भी देश का वीजा लगवाकर यात्रा कर सकता है.

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मरून पासपोर्ट

क्या है मरून पासपोर्ट की खासियत
भारतीय राजनयिकों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के लिए मरून पासपोर्ट जारी किया जाता है. इस कैटेगरी में इंडियन डिप्लोमैट्स, आईएएस और आईपीएस रैंक के वरिष्‍ठ सरकारी अधिकारी शामिल होते हैं. इस पासपोर्ट का धारक विदेश में भारत का प्रतिनिधित्‍व करता है. इसका रंग इसे अतिविशिष्‍ट बना देता है. इस पासपोर्ट के धारक को विदेश में एम्‍बेसी से लेकर यात्रा के दौरान कई अतिरिक्‍त सुविधाएं दी जाती हैं. सबसे खास बात है कि मरून पासपोर्ट के धारक को दूसरे देशों में जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं पड़ती है. यही नहीं, इमिग्रेशन भी सामान्य लोगों की तुलना में तेजी और आसानी से होता है. विदेश में इस पासपोर्ट के धारक के खिलाफ केस दर्ज करना भी आसान नहीं होता है. क्योंकि उनको डिप्लोमेटिक इम्युनिटी मिली हुई होती है.

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व्हाइट पासपोर्ट

किनको मिलता है सफेद पासपोर्ट
सरकारी कामकाज से विदेश यात्रा करने वाले अधिकारियों के लिए सफेद पासपोर्ट जारी किया जाता है. ये पासपोर्ट सरकारी अधिकारियों का प्रतिनिधित्‍व करता है. कस्टम चेकिंग के समय उनके साथ सरकारी अधिकारियों की तरह ही बर्ताव किया जाता है. यानी उनको वीआईपी प्रोटोकॉल मिलता है. सफेद पासपोर्ट के लिए आवेदक को अलग से एक एप्लीकेशन देनी पड़ती है. इसमें उसे बताना पड़ता है कि उसे इस पासपोर्ट की जरूरत क्यों है? सफेद पासपोर्ट रखने वालों को अलग से कई सुविधाएं भी मिलती हैं.

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नीला पासपोर्ट

क्या होता नीले पासपोर्ट में
आम भारतीय नागरिकों के लिए नीले रंग का पासपोर्ट जारी किया जाता है. आम भारतीयों को सरकारी अधिकारियों और राजनयिकों से अलग रखने के लिए भारत सरकार ने पासपोर्ट के रंगों में अंतर रखा है. इससे कस्टम ऑफिसर्स और दूसरे देश में एयरपोर्ट कर्मियों को आसानी होती है. हर पासपोर्ट की तरह इसमें भी धारक का नाम, बर्थडेट, बर्थप्लेस लिखा होता है. इसके अलावा इसमें धारक की तस्‍वीर, हस्‍ताक्षर और उससे जुड़ी दूसरी जानकारियां होती हैं.

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नारंगी पासपोर्ट

माइग्रेंट लेबरर के लिए नारंगी पासपोर्ट
भारत सरकार नारंगी रंग का पासपोर्ट उन भारतीय नागरिकों के लिए जारी करती है, जो सिर्फ 10वीं तक ही पढ़े हों. ये पासपोर्ट ज्‍यादातर उन भारतीयों के लिए जारी किया जाता है, जो विदेश में माइग्रेंट लेबरर के तौर पर काम करने के लिए जाते हैं. नारंगी पासपोर्ट वालों को दिशानिर्देश समझने के लिए किसी की मदद की दरकार होती है. नारंगी पासपोर्ट पर भी धारक के बारे में फोटो समेत पूरी जानकारी दर्ज होती है. इन पासपोर्ट के जरिये भारतीय 57 देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं. जिनमें अंगोला, भूटान, बोलिविया, फिजी, हैती, केन्या, मॉरिशस, श्रीलंका और कतर जैसे देश शामिल हैं. अपने पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक इस साल भारत की रैंक गिरी है. वो पांच पायदान नीचे आ गया है. इस साल भारत को 85वां स्थान मिला है. जबकि पिछले साल वो 80वें स्थान पर था. 

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कितने दिन में बनता है पासपोर्ट
अगर आपको तुरंत पासपोर्ट की जरूरत है तो एक हफ्ते के भीतर तत्काल पासपोर्ट बनाने की भी सुविधा है. रेग्युलर पासपोर्ट की तरह ही इसमें सारी जानकारियां ऑनलाइन भरनी होती हैं. दूसरे एक फर्स्ट क्लास गजेटेड ऑफिसर की तरफ से वेरिफिकेशन देना होता है. वह ऑफिसर वेरिफाई करता है कि वह आवेदक को जानता है. तत्काल पासपोर्ट अप्लाई करने के तीन से सात दिन के अंदर मिल जाता है, जबकि सामान्य कैटिगरी का पासपोर्ट बनने में 10 से 13 दिन लगते हैं.

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भारतीय पासपोर्ट के 4 रंग और उनकी खासियतें, जानें सबसे ताकतवर कौन सा


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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