मध्यप्रदेश

500 experts from across the country have been added to stop controversial and wrong questions; will be given the responsibility of evaluation and paper setting | एमपी पीएससी: विवादित व गलत प्रश्नों पर रोक के लिए देशभर के 500 एक्सपर्ट जोड़े; मूल्यांकन और पेपर सेटिंग का जिम्मा सौंपेंगे – Indore News


राज्य सेवा व असिस्टेंट प्राेफेसर भर्ती सहित कई परीक्षाओं के परचाें में गलतियां व विवादित सवालाें पर मचे हंगामे के बाद एमपी पीएससी ने बड़ा कदम उठाया है। पीएससी ने देशभर के 500 एक्सपर्ट जाेड़े हैं। इन एक्सपर्ट्स काे पीएससी की परीक्षाओं में पेपर सेटिंग

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दाे माह पहले ही पीएससी ने एक्सपर्ट जाेड़ने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की थी। इन एक्सपर्ट्स में देश की बड़ी यूनिवर्सिटी व कॉलेजाें के सीनियर प्राेफेसर, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेजाें के सीनियर प्राेफेसर, डीन व रिटायर प्राेफेसराें के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े ख्यात लाेग शामिल हैं।

हालांकि इसके लिए पीएससी ने कुछ शर्तें व मापदंड तय किए थे। जाे उनका साै फीसदी पालन करेंगे, उन्हें ही गाेपनीय व अहम कार्य साैंपे जाएंगे। पीएससी के ओएसडी डॉ. रवींद्र पंचभाई का कहना है कि एक्सपर्ट मूल्यांकन पेपर सेटिंग सहित अन्य कार्य करेंगे।

ऐसे काम करेंगे एक्सपर्ट

  • राज्य सेवा, वन सेवा, असिस्टेंट प्राेफेसर, स्टेट इंजीनियरिंग, मेडिकल ऑफिसर, सेट, मेडिकल विशेषज्ञ, स्पेशलिस्ट हाेम्याेपैथी, स्पेशलिस्ट आयुर्वेद, डिस्ट्रिक पब्लिक हेल्थ नर्सिंग ऑफिसर सहित अन्य परीक्षाओं के लिए एक्सपर्ट पेपर सेटिंग करेंगे। मूल्यांकन का जिम्मा साैंपा जाएगा।
  • ये एक्सपर्ट प्रश्नाें पर आने वाली आपत्तियाें के निराकरण की कमेटी में शामिल हाेकर सही समाधान देंगे।
  • पीएससी के रिजल्ट, मेरिट लिस्ट व परीक्षा संबंधी तमाम तकनीकी विषयाें पर भी काम करेंगे।

यह कदम इसलिए : 5 साल में 30 से ज्यादा परीक्षा के 55 परचाें में गलती

5 साल में 30 से ज्यादा परीक्षाओं के 55 से ज्यादा परचाें में गलतियां हुईं। दस से ज्यादा विवादित प्रश्नाें पर बवाल मचा। 500 से ज्यादा मामले काेर्ट में पहुंचे। असिस्टेंट प्राेफेसर भर्ती परीक्षा-2022 के 17 विषयाें में हर परचे में किसी न किसी सवाल में गलती मिली। सेट में लॉ विषय के एक परचे में एक प्रश्न के तीन जवाब सही बता दिए।

हर साल औसत 20 परीक्षाएं, 4.50 लाख अभ्यर्थियाें पर सीधा असर

पीएससी साल में औसत 20 परीक्षाएं करवा रहा है। 4 लाख अभ्यर्थी हर साल शामिल हाे रहे हैं। राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में औसत ढाई लाख अभ्यर्थी शामिल हाे रहे हैं। सेट में 1 लाख व असिस्टेंट प्राेफेसर भर्ती में ही 50 हजार के आसपास अभ्यर्थी शामिल हाेते हैं। इस बदलाव का इन अभ्यर्थियाें पर सीधा असर पड़ेगा।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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