खजुराहो नृत्योत्सव की तीसरी शाम में हुआ मोहिनीअट्टम का नृत्य

खजुराहो। खजुराहो नृत्य समारोह की तीसरी शाम की शुरुआत प्रसिद्ध नृत्यांगना डॉ.नीना प्रसाद के मोहिनीअट्टम नृत्य से हुई जिसमें डॉ.नीना प्रसाद ने भगवान गणेश की वंदना प्रस्तुत की। तदोपरांत गंगा तरंगिणी में आकाश गंगा स्वर्ग में पृथ्वी पर पवित्र गंगा और पाताल गंगा का वर्णन नृत्य के रूप में किया गया जो शिव के अर्धचंद्र को सुशोभित करती है। जब भगीरथ गंगा के पृथ्वी पर आने के लिए घोर तपस्या करते हैं, ब्रह्मा आकाश से गंगा को पृथ्वी पर प्रवाहित करने का आदेश देते हैं। गंगा कहती है कि वह इतनी भारी होगी कि उसे सहन नहीं किया जा सकेगा और भगवान शिव उसे अपने बालों के ताले में लेने के लिए आगे आए। जब उनकी पत्नी पार्वती अपनी शिखा पर एक अन्य महिला को देखकर क्रोधित हुईं, तो शिव पार्वती को यह देखने के लिए देते हैं कि कैसे गंगा देवी पृथ्वी पर गिरती हंै। भूमि और लोगों को शुद्ध करती हंै। इसके बाद अष्टपदी में राधा और कृष्ण एक कैंटो में एक साथ रात बिताते हैं, राधा कृष्ण को रोकती हैं और वह चाहती है कि रात कभी खत्म न हो। दूसरी प्रस्तुति में प्रसिद्व नृत्यकार पाश्र्वनाथ उपाध्याय ने भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया जिसमें रामायण का वर्णन किया गया। नृत्य में एक आभा ने सीता का अवतार लेने वाली देवी लक्ष्मी के दृष्टिकोण से घटनाओं की पड़ताल की। तीसरी प्रस्तुति में नृत्यांगना टीना ताम्बे ने कत्थक नृत्य से दर्शकों का मन मोह लिया। उन्होंने तीव्र गति, पद संचालन पर अपनी पहली प्रस्तुति राग अड़ाना और पखावज अंग में कहरवा ताल में माता भवानी की स्तुति से की। 1975 से प्रतिवर्ष होने वाले खजुराहो नृत्य समारोह को इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पश्चिमी मंदिर समूह के अंदर चंदेलकालीन कंदारिया महादेव तथा जगदम्बी मंदिर की अनुभूति के बीच मंच पर 20 से 26 फरवरी तक पर्यटकों तथा रसिकजनों के लिए निशुल्क आयोजित किया गया है जो शाम 7 बजे प्रारम्भ हो जाता है इस वर्ष खजुराहो डांस फेस्टीवल में नाट्य लोक संस्था का श्रीजानकी बैंड जबलपुर ने दोबारा शिरकत की है। लॉकडाउन में तैयार हुए महिलाओं के इस समूह जिसमें 12 महिला सदस्य हैं। इस बैंड में संगीत निर्देशिका डॉ शिप्रा सुल्लेरे और परिकल्पना एवं संयोजन दविंदर सिंह ग्रोवर का है। जिसमें शिप्रा सुल्लेरे, शालिनी अहिरवार,मुस्कान सोनी,मनीषा तिवारी, मानसी सोनी,माही सोनी, अंजली सोनी,अनामिका कश्यप,उन्नति तिवारी, पलक गुप्ता,श्रुति जैन,श्रेया ठाकुर वादक और गायक हैं। इन्होंने पिछले वर्ष भी 7 दिन की प्रस्तुति दी थी। इस समूह ने तीसरे दिन की प्रस्तुति में पंजाबी लोकगीत कबीर वाणी एवं कविताएं गाकर लोगों को आकर्षित किया है।