मध्यप्रदेश

Girls are cheating boys through dating apps | एमपी में डेटिंग एप से ठगी का नया तरीका: पीड़ित बोले-लड़की ने बार ले जाकर 40 हजार खर्च कराए, फिर कर दिया ब्लॉक – Madhya Pradesh News

‘मैं उसके साथ पब में केवल 45 मिनट था। इस दौरान उसने 10 ग्लास शराब पी। जब मुझे वेटर ने 35 हजार का बिल थमाया तो मैं हैरान रह गया। कुछ कहता, उससे पहले वॉशरूम जाने का कहकर वो लड़की चली गई। बाद में लौटी ही नहीं। जब मैंने कॉल किया तो मुझे ब्लॉक कर दिया था।

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ये आपबीती इंदौर के बिजनेसमैन सत्यम (बदला हुआ नाम) की है। सत्यम डेटिंग ऐप स्कैम का शिकार हुए हैं। दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में डेटिंग स्कैम के मामले आम है। अब मध्यप्रदेश में भी युवाओं के इस तरह के स्कैम में फंसने के मामले सामने आए हैं।

दैनिक भास्कर ने डेटिंग ऐप स्कैम में फंसे 4 पीड़ितों से बात की। उनसे ठगी का पैटर्न जाना और पब संचालकों से भी बात कर समझा कि उनका इसमें कोई रोल है या नहीं…पढ़िए रिपोर्ट

इन दो मामलों से समझिए, क्या है डेटिंग ऐप स्कैम

केस1 : सत्यम को थमाया 35 हजार का बिल

सत्यम बताते हैं कि मेरी एक फेमस डेटिंग ऐप पर अमोरा नाम की लड़की से दोस्ती हुई थी। वह खुद को लखनऊ से इंदौर आई मेकअप आर्टिस्ट बताती थी। करीब दो महीने तक हम दोनों के बीच बातचीत होती रही।

एक दिन उसने मुझे सी-21 मॉल के पास मिलने के लिए बुलाया। यहां से वो मुझे COD पब लेकर गई। पब में पहुंचने के बाद हमने कुछ स्नैक्स ऑर्डर किए। अमोरा ने कहा वह ड्रिंक्स करना चाहती है। उसके लिए मैंने ड्रिंक्स मंगाए। एक के बाद एक उसने ड्रिंक्स के 10 ग्लास खाली कर दिए।

हम दोनों करीब 45 से 50 मिनट साथ रहे। इसके बाद उसने कहा अब वह घर जाना चाहती है। जब वेटर ने मुझे बिल लाकर दिया तो मैं 35 हजार का अमाउंट देखकर दंग रह गया। मैं वेटर से बिल के बारे में पूछने लगा, तब तक अमोरा ने कहा कि वह वॉशरूम जा रही है।

काफी देर बाद जब वह लौटकर नहीं आईं तो मैंने उसे कॉल किया। उसने मुझे ब्लॉक कर दिया था। जैसे-तैसे 35 हजार का बिल देकर मैं पब से बाहर निकला।

केस2: विशाल को दिखाया अलग-अलग मेन्यू कार्ड

ऐसी ही ठगी के शिकार हुए विशाल (बदला हुआ नाम) से भास्कर की मुलाकात हुई। विशाल भी डेटिंग ऐप स्कैम का शिकार हुआ है। विशाल के मुताबिक डेटिंग ऐप के जरिए उसकी एक लड़की से मुलाकात हुई थी।

उसे बताया कि पहले हम किसी दूसरे रेस्टोरेंट में मिलने वाले थे। लड़की मुझे आर के क्लब लेकर गई। यहां हमने स्नैक्स और ड्रिंक ऑर्डर किए। कुछ देर बाद जब बिल देने की बारी आई तो लड़की बहाना मारकर चली गई। वेटर ने मुझे 45 हजार रु. का बिल थमाया।

ऑर्डर करने से पहले जब मैंने मेन्यू कार्ड देखा था तो रेट कुछ और ही थे, जबकि बिल में रेट कुछ और दर्ज थे। मैंने वेटर से फिर मेन्यू कार्ड मंगवाया तो जो रेट बिल में थे वो ही रेट मेन्यू में लिखे थे। उन्होंने मेन्यू कार्ड बदल दिया। मुझे 45 हजार रु. का बिल चुकाना पड़ा।

मेन बिल 35 हजार रु. का था। उसके बाद और चीजें मंगाईं तो बिल अलग-अलग दिया।

मेन बिल 35 हजार रु. का था। उसके बाद और चीजें मंगाईं तो बिल अलग-अलग दिया।

आरोप- लड़कियों की पब और रेस्टोरेंट संचालकों से मिलीभगत

बाकी दो पीड़ितों से भी भास्कर ने बात की तो उनके साथ भी ठीक इसी तरह स्कैम हुआ जैसे सत्यम और विशाल के साथ हुआ था। सभी पीड़ितों ने सीधा आरोप लगाया कि पब और रेस्टोरेंट संचालक लड़कियों से मिले हुए हैं।

निखिल (बदला हुआ नाम) ने कहा कि जब मेरी लड़की से मुलाकात हुई तो मैं उसे किसी दूसरे रेस्टोरेंट ले जाना चाहता था, लेकिन लड़की ने एक विशेष रेस्टोरेंट में चलने का दबाव बनाया। मैंने उससे कहा था कि मैंने जिस रेस्टोरेंट का नाम बताया है वो ज्यादा ठीक है, मगर वो नहीं मानी।

जब मैं ठगी का शिकार हुआ तो मुझे एहसास हुआ कि उस लड़की की रेस्टोरेंट से सेटिंग थी। बाद में ये भी लगा कि बहुत सारी बातें पहले से तय थी। रेस्टोरेंट में जाकर एक विशेष टेबल पर बैठना, फिर एक के बाद एक ड्रिंक्स का ऑर्डर देना। इतनी शराब पीने के बाद भी लड़की को नशा नहीं हुआ था।

ये मेरे लिए बेहद हैरानी की बात थी। लड़की ने वो शराब ऑर्डर की जो पानी जैसी दिखती है। मुझे तो लगता है कि उसने शराब के दो ग्लास पिये होंगे बाकी पानी पिया होगा। मुझसे रेस्टोरेंट ने पानी का बिल वसूल लिया।

रेस्टोरेंट संचालक ने कहा- सारे आरोप झूठे

पीड़ितों के इन आरोपों की पुष्टि करने भास्कर ने उन रेस्टोरेंट संचालकों से बात की जहां पीड़ित लड़कियों के साथ पहुंचे थे। सबसे पहले पहुंचे आर के क्लब। विशाल (बदला हुआ नाम) इसी बार में लड़की के साथ पहुंचा था।

उसका आरोप था कि मेन्यू बदला गया था। यहां पहुंचने से पहले हमने जब गूगल ऐप पर इस रेस्टोरेंट को लेकर लोगों के प्रिव्यू देखे तो कई लोगों ने लिखा था कि यहां डेटिंग स्कैम के नाम पर फ्रॉड किया जाता है।

आर के क्लब में पहुंचने पर यहां टेबल पर रखे मेन्यू कार्ड को देखा और विशाल को मिले बिल का मिलान मेन्यू कार्ड में लिखे रेट से किया, तो रेट मैच नहीं कर रहे थे।

विशाल के बिल में शराब के 12 लार्ज पैग का बिल 23 हजार 988 रु. दर्ज था। यानी एक पैग की कीमत 1999 रु., जबकि मेन्यू में उसी शराब के लार्ज पैग का रेट 480 रु. दर्ज था। यानी विशाल से एक पैग पर 1519 रु. ज्यादा वसूल किए गए थे।

जब इसे लेकर यहां से स्टाफ से इनक्वायरी की तो स्टाफ ने कहा कि यहां एक ही मेन्यू कार्ड चलता है। तब उनसे पूछा कि बिल में ये रेट किस हिसाब से लगाया गया तो उन्होंने कहा कि मैनेजर से बात करें।

बार मैनेजर ए के सिंह उस वक्त वहां मौजूद नहीं था। उससे फोन पर बात हुई तो उसने बताया कि उनके यहां दो मेन्यू चलते हैं एक शाम 7 बजे से पहले का होता है और दूसरा सात बजे के बाद का होता है।

आर के सिंह से कहा वो अपने स्टाफ से दूसरा मेन्यू दिखाने के लिए कहें तो सिंह ने मेन्यू दिखाने के लिए कहा। इस मेन्यू में रेट पहले के मुकाबले ज्यादा थे। मगर, विशाल को दिए बिल के रेट से कम।

स्टाफ से पूछा और कोई कार्ड है तो उन्होंने इनकार किया। जब आर के सिंह से डेटिंग ऐप स्कैम और बार की मिलीभगत को लेकर सवाल किया तो उसने सारे आरोपों को झूठा करार दिया।

आरके बार का मेन्यू कार्ड और विशाल को दिए बिल में सामान के रेट में भारी अंतर है।

आरके बार का मेन्यू कार्ड और विशाल को दिए बिल में सामान के रेट में भारी अंतर है।

COD पब बंद मिला, मैनेजर बोला- ये तो बिक गया

डेटिंग ऐप स्कैम का पीड़ित सत्यम को COD पब में 35 हजार रु. का बिल थमाया था। सत्यम के आरोपों की पुष्टि के लिए भास्कर की टीम COD पब में पहुंची तो पता चला कि सत्यम के साथ हुए वाकये के बाद से पब के पुराने मालिक ने इसे बेच दिया है। पब फिलहाल बंद था।

यहां मौजूद पब के नए मैनेजर पुजेंद्र से मुलाकात हुई। पुजेंद्र ने बताया कि जो पब के पुराने मालिक थे उन्होंने इसे बेच दिया है। नए मालिक ने पुराने स्टाफ को हटा दिया है। हमारा नया लाइसेंस एक दिन पहले ही आया है इसलिए कुछ दिनों बाद इसे फिर से शुरू करेंगे।

लड़कियों को लड़के फंसाने का टारगेट मिलता है

डेटिंग ऐप स्कैम को कई सालों से मॉनिटर कर रही जर्नलिस्ट दीपिका भारद्वाज बताती हैं कि उनके पास डेटिंग ऐप स्कैम से पीड़ित लोगों के मामले अक्सर आते रहते है। दीपिका कहती है कि स्कैमर लड़कियां ही पब से सेटिंग करती है।

कई बार बार या रेस्टोरेंट संचालक भी इन्हें टारगेट देते हैं कि एक हफ्ते या महीने में कितने लड़कों को ट्रैप करना है। ये लड़कियां उसी बार या रेस्टोरेंट में ले जाती है जहां इनकी सेटिंग होती है। ठगी करने का इनका तरीका एक जैसा ही होता है।

पुलिस बोली- डेटिंग ऐप स्कैम को लेकर सावधानी बरतें

इस मामले को लेकर भास्कर ने इंदौर जोन-2 के डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में इंदौर में ऐसी शिकायतें मिली हैं कि लड़कियों ने लड़कों को डेटिंग ऐप के जरिए पब या बार में बुलाया और फिर वहां उनके साथ फ्रॉड किया गया।

ऐसी ही एक शिकायत हमें मिली थी, जिसकी जांच की जा रही है। जांच में यदि आपराधिक तथ्य पाए जाते हैं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनसे पूछा कि ऐसे स्कैम से कैसे बच सकते हैं तो डीसीपी विश्वकर्मा ने कहा कि इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) या साइबर क्राइम ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है।

  • किसी भी ऐप पर मिले अनजान शख्स पर तुरंत भरोसा न करें।
  • अनजान को जानने से पहले निजी जानकारी शेयर न करें।
  • बुलाने पर अनजान जगह पर जाने से बचें, ब्लैकमेलिंग का खतरा है।
  • कॉमन प्लेस पर ही जाएं, फूड रेस्टोरेंट चेन वाली जगह पर जाएं।
  • किसी तरह की कोई फाइनेंशियल इन्फॉर्मेशन, जैसे कार्ड नंबर वगैरह शेयर न करें।
  • स्कैम का शिकार होने पर नजदीकी थाने में जाकर शिकायत दर्ज करें।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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