मध्यप्रदेश

Sad End Of Love Story In Khandwa, The Fight Between Husband And Wife Over Food Reached To Death – Mp News: खंडवा में प्रेम कहानी का दुखद अंत, खाना बनाने की बात पर पति-पत्नी में लड़ाई मौत तक पहुंच गई


सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : फाइल फोटो

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मध्यप्रदेश के खंडवा में प्रेम विवाह करने वाले दंपती की कहानी हत्या की दास्तान में बदल गई। इस प्रेम कहानी की शुरुआत तब हुई जब वे नाबालिग थे। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। परिजन सहमत नहीं हुए तो दोनों घर से भाग गए। पिछले 15 साल से दोनों साथ रह रहे थे। तीन बच्चों को भी जन्म दिया। दंपती के रिश्ते में शराब ने जहर घोल दिया। नशे में आए दिन विवाद होते थे। रविवार रात खाना बनाने की बात पर दोनों में झगड़ा हुआ था। सात साल के बेटे के सामने पति ने पत्नी को बेरहमी से पीटा। उसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।

जावर पुलिस के अनुसार कमलिया गांव में रहने वाली 30 वर्षीय माया पति भीलू की लाश रात को घर के अंदर जमीन पर पड़ी थी। माया के चेहरे, सिर, गले, पेट और हाथ-पैरों में मारपीट के निशान थे। भीलू घटनास्थल से फरार हो चुका था। पुलिस ने मर्ग कायम कर माया के शव का सोमवार को पोस्टमॉर्टम करवाया। परिजन के बयान के आधार पर भीलू के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। माया के भाई राकेश ने बताया कि 15 साल पहले माया और भीलू घर से भाग गए थे। उसके बाद वे साथ रहने लगे। इनके तीन बच्चे भी हुए। भीलू लकड़ी बेचने का काम करता है और शराब पीने का आदी है। इनके बीच शराब को लेकर झगड़े होते थे। भीलू शराब पीकर माया के साथ मारपीट करता था। रविवार रात भी खाना बनाने की बात पर दोनों में झगड़ा हुआ था। 

भीलू ने विवाद होने पर माया को बेरहमी से पीटा। पहले लात-घूंसों से उसे मारा फिर लाठी से पीटा। फिर गला दबाकर माया की हत्या कर दी। घर में तब इनका सात वर्षीय बेटा रूपेश मौजूद था। दोनों छोटी बहन मामा के घर थी। जब माया के शरीर ने हरकत करना बंद कर दी तो भील घर से कुछ दूर रहने वाले ससुराल वालों के पास पहुंचा। यहां उनसे कहा कि माया को लात मार दी थी। उसके बाद वह उठ नहीं रही। भाई राकेश समेत अन्य परिजन दौड़कर माया के घर पहुंचे। तब पता चला कि माया की मौत हो गई है। घर में मौजूद बेटे रूपेश ने पिता की दरिंदगी बयां की तो ससुराल वालों ने भीलू को वहीं पकड़ लिया। 

माया के घरवालों ने भीलू को कमरे में बंधक बना लिया। उसे पुलिस के हवाले करने के लिए फोन लगाया। पुलिस जब तक मौके पर पहुंच पाती, उससे पहले गांव में लाइट चली गई। कमरे में अंधेरा था तभी भीलू घर के पिछले दरवाजे से भाग निकला। परिजन उसे पकड़ने दौड़े लेकिन वह हाथ नहीं आया।

विस्तार

मध्यप्रदेश के खंडवा में प्रेम विवाह करने वाले दंपती की कहानी हत्या की दास्तान में बदल गई। इस प्रेम कहानी की शुरुआत तब हुई जब वे नाबालिग थे। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। परिजन सहमत नहीं हुए तो दोनों घर से भाग गए। पिछले 15 साल से दोनों साथ रह रहे थे। तीन बच्चों को भी जन्म दिया। दंपती के रिश्ते में शराब ने जहर घोल दिया। नशे में आए दिन विवाद होते थे। रविवार रात खाना बनाने की बात पर दोनों में झगड़ा हुआ था। सात साल के बेटे के सामने पति ने पत्नी को बेरहमी से पीटा। उसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।

जावर पुलिस के अनुसार कमलिया गांव में रहने वाली 30 वर्षीय माया पति भीलू की लाश रात को घर के अंदर जमीन पर पड़ी थी। माया के चेहरे, सिर, गले, पेट और हाथ-पैरों में मारपीट के निशान थे। भीलू घटनास्थल से फरार हो चुका था। पुलिस ने मर्ग कायम कर माया के शव का सोमवार को पोस्टमॉर्टम करवाया। परिजन के बयान के आधार पर भीलू के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। माया के भाई राकेश ने बताया कि 15 साल पहले माया और भीलू घर से भाग गए थे। उसके बाद वे साथ रहने लगे। इनके तीन बच्चे भी हुए। भीलू लकड़ी बेचने का काम करता है और शराब पीने का आदी है। इनके बीच शराब को लेकर झगड़े होते थे। भीलू शराब पीकर माया के साथ मारपीट करता था। रविवार रात भी खाना बनाने की बात पर दोनों में झगड़ा हुआ था। 

भीलू ने विवाद होने पर माया को बेरहमी से पीटा। पहले लात-घूंसों से उसे मारा फिर लाठी से पीटा। फिर गला दबाकर माया की हत्या कर दी। घर में तब इनका सात वर्षीय बेटा रूपेश मौजूद था। दोनों छोटी बहन मामा के घर थी। जब माया के शरीर ने हरकत करना बंद कर दी तो भील घर से कुछ दूर रहने वाले ससुराल वालों के पास पहुंचा। यहां उनसे कहा कि माया को लात मार दी थी। उसके बाद वह उठ नहीं रही। भाई राकेश समेत अन्य परिजन दौड़कर माया के घर पहुंचे। तब पता चला कि माया की मौत हो गई है। घर में मौजूद बेटे रूपेश ने पिता की दरिंदगी बयां की तो ससुराल वालों ने भीलू को वहीं पकड़ लिया। 

माया के घरवालों ने भीलू को कमरे में बंधक बना लिया। उसे पुलिस के हवाले करने के लिए फोन लगाया। पुलिस जब तक मौके पर पहुंच पाती, उससे पहले गांव में लाइट चली गई। कमरे में अंधेरा था तभी भीलू घर के पिछले दरवाजे से भाग निकला। परिजन उसे पकड़ने दौड़े लेकिन वह हाथ नहीं आया।




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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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