मध्यप्रदेश

Bajrang Dal created ruckus | बजरंग दल ने किया हंगामा: निगम की पर्ची पर एक वाहन में ले जा रहे थे 22 गोवंश – Bhopal News


ठसाठस गोवंश को नगर निगम के वाहन में ले जाया जा रहा था। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने वाहन को रोककर गोवंश समेत गोविंदपुरा पुलिस थाने में जब्त करा दिया। वाहन में 22 गोवंश ठूसकर भरे गए थे। वाहन चालक ने नगर निगम लिखा एक कागज दिखाया। इसमें गोवंश की संख्या

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हालांकि इसके अलावा किसी तरह की सील आदि नहीं थी। नगर निगम का दावा है कि पूरी प्रक्रिया के तहत ही गोवंश को कोकता की मृत्युंजय गौशाला से मंडीदीप के पास दूसरी ब्रांच में ले जाया जा रहा था। बजरंग दल ने आरोप लगाया कि बिना किसी कागजी कार्यवाही के ही गोवंश को ठूस ठूसकर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने नगर निगम से पूछा है कि गोवंश को ले जाने की गाइड लाइन है। क्या एक वाहन में इतनी बड़ी संख्या में मवेशियों को ले जाया जा सकता है। बजरंग दल के संयोजक दिनेश यादव ने बताया कि उन्हें बिना अनुमति बड़ी संख्या में गोवंश ले जाने की सूचना गुरुवार दोपहर मिली थी। हमने वाहन को गोविंदपुरा पुलिस थाने में जब्त करा दिया। वाहन नगर निगम का था। शहर से आवारा मवेशियों को पकड़कर अवैध रूप से गोवंश को मंडीदीप ले जाया जा रहा था। उनके पास कोई वैध कागजात भी नहीं थे। एक ही वाहन में बड़ी संख्या में गोवंश ठूंसे गए थे।

नगर निगम के कांजी हाउस में क्षमता से दोगुने मवेशी भोपाल में नगर निगम के 7 कांजी हाउस हैं। इनकी क्षमता करीब 600 से 700 मवेशियों के रखने की है। जीआईएस की तैयारियों को देखते हुए नगर निगम की टीम हर रोज सड़कों पर आवारा घूमने वाले 50 से ज्यादा मवेशी पकड़ रही है। इस कारण कांजी हाउस में इस समय में क्षमता के दोगुने 1500 से ज्यादा मवेशी हो गए हैं।

^पूरी प्रक्रिया के तहत गोवंश को कोकता की मृत्युंजय गौशाला से मंडीदीप शाखा ले जा रहे थे। मवेशियों की जानकारी के साथ लेटर भी जारी किया गया था। -सुमंदर शर्मा, गोसंवर्धन परियोजना अधिकारी

कोकता की हमारी गौशाला फुल हो गई है। निगम ने और मवेशी रखने के लिए कहा था। हमारी एक गौशाला मंडीदीप के पास है। हमने उन्हें वहां एक गाड़ी भेजने को कहा था। मैं तो मंडीदीप की गौशाला में था। – बृजेश व्यास, मृत्युंजय गौशाला, प्रबंधक

बजरंग दल की शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। नगर निगम ने गोवंश ले जाए जाने के कागजात दिखा दिए हैं। हमने उनसे गोवंश परिवहन की गाइड लाइन मांगी है। इसके अलावा एक वाहन में किस संख्या में गोवंश ले जाया जा सकता है, जानकारी मांगी है। -अवधेश तोमर, टीआई गोविंदपुरा


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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