डिजिटल फ्रॉड के बड़े गिरोह का हुआ पर्दाफाश, क्राइम ब्रांच ने 10 आरोपियों को किया गिरफ्तार

क्राइम ब्रांच ने डिजिटल फ्रॉड करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है।
अहमदाबाद: गुजरात में अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने डिजिटल फ्रॉड से जुड़े एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने चांदखेड़ा इलाके से लोगों को ठगने के मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी पिछले 4 महीनों में 150 से ज्यादा फर्जी बैंक अकाउंट्स खोलकर ऑनलाइन ठगी के लाखों रुपये का लेन-देन कर चुके थे। ठकी की रकम को या तो विदेशों में ट्रांसफर किया गया था, या फिर क्रिप्टोकरेंसी में कन्वर्ट कर लिया गया था। पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से आकर अहमदाबाद के चांदखेड़ा इलाके में एक किराए के फ्लैट में रुका हुआ था।
मजदूरों के नाम पर खुलवाते थे अकाउंट
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य जोधपुर और आसपास के इलाकों से गरीब मजदूरों को अहमदाबाद लाकर उनके नाम पर फर्जी आधार कार्ड बनवाकर बैंक अकाउंट्स खुलवाते थे। इन खाता धारकों को ‘म्यूल’ (भाड़े पर रखने के लिए खाता खोलने वाले व्यक्ति) के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। आरोपियों ने गुजरात के विभिन्न शहरों में भी ऐसे अकाउंट्स खुलवाए, ताकि ठगी की रकम को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर किया जा सके और फिर उसे क्रिप्टोकरेंसी के रूप में विदेश भेजा जा सके।
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी
पुलिस के मुताबिक, गिरोह का सरगना और उसके सहयोगी इन फर्जी अकाउंट्स में से पैसे दूसरे खातों में ट्रांसफर करते थे और फिर उसे क्रिप्टोकरेंसी में कन्वर्ट करके चीन भेज देते थे। आरोपियों ने इन खाता धारकों से पैसे पार्क करने के लिए पहले चरण में रकम जमा करवाई, जिसे बाद में ठगी के काम में इस्तेमाल किया गया। अहमदाबाद पुलिस का कहना है कि डिजिटल फ्रॉड के मामलों में उनका पूरा ध्यान अब बैंक अकाउंट्स को ट्रेस करने पर है, ताकि ठगी के पैसों के फ्लो को शुरुआती स्तर पर ही रोका जा सके। पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है और इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।