Pravasi Bharatiya Sammelan:प्रवासी भारतीय बोले-प्रदेश में टूरिज्म और आईटी के लिए है काफी संभावनाएं – Pravasi Bharatiya Said – There Is A Lot Of Potential For Tourism And It In The State
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 50 से ज्यादा देशों के प्रवासी भारतीय शामिल होने के लिए इंदौर आए है। उनमें कुछ मध्य प्रदेश के है। उनसे अमर उजाला ने चर्चा की। प्रवासी भारतीयों का कहना है कि मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। आईटी के क्षेत्र में यहां काफी संभावनाएं है। इंदौर के आसपास दो ज्योतिर्लिंग है। यहां टूरिज्म लगातार बढ़ना है। सरकार को इसकी ब्रांडिंग पर ध्यान देना चाहिए।
कतर से आए सिनो पिल्लई बताते है कि कतर से 200 से ज्यादा लोग सम्मेलन में भाग लेने आए है। विदेश में रहकर हमें जब अपने देश की उपलब्धियां पता चलती है तो हमें देश पर गर्व होता है। इंदौर पहली बार आना हुआ। यहां की सफाई से देश के अन्य शहरों को भी सिखने की जरुरत है। कतर में एनजीओ संचालित करने वाली निर्मला रघु कहती है पहले मैने इंदौर को लेकर धारणा बनाई थी कि यह छोटा शहर होगा, लेकिन जब यहां आई तो सोच बदल गई। देश में काफी कुछ बदलाव हो रहे है। देश की महिलाओं में भी प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें सही समय पर मंच नहीं मिलता। यह महिला सशक्तिकरण को और मजबूत बनाने की जरुरत है।
टूरिज्म सेक्टर में नजर आएगी ग्रोथ
प्रवासी सम्मेलन में शामिल होने आई माधुरी सारड़ा ग्वालियर से है। वे यूनाइटेंड स्टेट में जॉब करती है। माधुरी बताती है कि मध्य मध्य में जंगल है, ऐतिहासिक स्मारक है और उज्जैन और ओम्कारेश्व जैसी पवित्र नगरी भी है। महाकाल लोक बनने के बाद उमड़ रही भीड़ बताती है कि टूरिज्म सेक्टर में यहां भविष्य में ग्रोथ रहेगी। सरकार को समय-समय पर पर्यटन गतिविधियां बढ़ाना होगी।
दुबई से आए सत्येंद्र कुमार ने बताया कि मध्यप्रदेश में अब विकास कार्य तेजी से हो रहे है। नए औद्योगिक क्षेत्र भी बन रहे है। खुशी की बात है कि उसमें उद्योग भी लग रहे है। इंदौर एज्यूकेशन हब है। यहां आईटी इंडस्ट्री भी तेजी से विकसित हो रही है। इंदौर का भविष्य अच्छा है। स्वच्छता के मामले में इंदौर एक ब्रांड बन गया है।
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प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 50 से ज्यादा देशों के प्रवासी भारतीय शामिल होने के लिए इंदौर आए है। उनमें कुछ मध्य प्रदेश के है। उनसे अमर उजाला ने चर्चा की। प्रवासी भारतीयों का कहना है कि मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। आईटी के क्षेत्र में यहां काफी संभावनाएं है। इंदौर के आसपास दो ज्योतिर्लिंग है। यहां टूरिज्म लगातार बढ़ना है। सरकार को इसकी ब्रांडिंग पर ध्यान देना चाहिए।
कतर से आए सिनो पिल्लई बताते है कि कतर से 200 से ज्यादा लोग सम्मेलन में भाग लेने आए है। विदेश में रहकर हमें जब अपने देश की उपलब्धियां पता चलती है तो हमें देश पर गर्व होता है। इंदौर पहली बार आना हुआ। यहां की सफाई से देश के अन्य शहरों को भी सिखने की जरुरत है। कतर में एनजीओ संचालित करने वाली निर्मला रघु कहती है पहले मैने इंदौर को लेकर धारणा बनाई थी कि यह छोटा शहर होगा, लेकिन जब यहां आई तो सोच बदल गई। देश में काफी कुछ बदलाव हो रहे है। देश की महिलाओं में भी प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें सही समय पर मंच नहीं मिलता। यह महिला सशक्तिकरण को और मजबूत बनाने की जरुरत है।