देश/विदेश

Earthquake Today: भूकंप के 800 झटकों से थर्राया स्वर्ग जैसा द्वीप, 240KM दूर मुस्लिमों का यह देश तक हिल गया

Last Updated:

Earthquake Today: संतोरीनी, एमोर्गोस, अनाफी और आयोस द्वीप पर 1 फरवरी से अब तक 800 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं. इनमें से कई भूकंप की तीव्रता 4 या उससे अधिक रही. इन भूकंप के झटके 240 किलोमीटर दूर तुर्की तक महसू…और पढ़ें

संतोरीनी, एमोर्गोस, अनाफी और आयोस द्वीपों पर 1 फरवरी से अब तक 800 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं.

हाइलाइट्स

  • ग्रीस के संतोरीनी द्वीप में आपातकाल घोषित.
  • 1 फरवरी से 800 से अधिक भूकंप दर्ज.
  • स्कूल 14 फरवरी तक बंद रहेंगे.

एथेंस. ग्रीस सरकार ने संतोरीनी द्वीप में लगातार आ रहे भूकंपों के झटकों के कारण आपातकाल की घोषणा कर दी है. एजियन सागर के आसपास के द्वीप इन भूकंपों के झटकों से लगातार थर्रा रहे हैं.

ये भूकंप’ जनवरी के अंत में हल्के (तीव्रता 3 से कम) और ज्यादातर महसूस न किए जाने वाले झटकों के साथ शुरू हुआ था. हालांकि, फरवरी की शुरुआत से इन भूकंपों की संख्या और तीव्रता बढ़ने लगी. 1 फरवरी से अब तक संतोरीनी, एमोर्गोस, अनाफी और आयोस द्वीपों पर 800 से अधिक भूकंप (तीव्रता 3 और उससे अधिक) दर्ज किए गए हैं.

इन भूकंपों के कारण संतोरीनी द्वीप में रहने वाले 16,000 से ज्यादा लोगों और पर्यटकों ने डर से यह द्वीप छोड़ दिया है. हालांकि, शनिवार को झटकों की तीव्रता कुछ कम हुई, लेकिन फिर भी कम से कम 11 झटकों की तीव्रता 4 या उससे अधिक रही.

तुर्की तक महसूस हुए भूकंप के झटके
यहां 6 फरवरी को 5.1 तीव्रता का सबसे बड़ा भूकंप आया था, जो एथेंस, क्रीट के अलावा 240 किलोमीटर दूर तुर्की तक महसूस किया गया. इसके अलावा, शनिवार को सुबह 11 बजे 4.9 तीव्रता का भूकंप आया. हालांकि अब तक किसी बड़े नुकसान या हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन तटीय चट्टानों से पत्थर गिरने और कमजोर इमारतों में दरारें आने की घटनाएं सामने आई हैं.

स्कूल 14 फरवरी तक बंद, आगे भी बड़ा झटका संभव
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि और भी बड़े भूकंप आ सकते हैं. ग्रीस प्रशासन ने एहतियातन संतोरीनी, एमोर्गोस, अनाफी और आयोस द्वीपों के सभी स्कूलों को 14 फरवरी तक बंद रखने का फैसला किया है.

गौरतलब है कि ग्रीस में 20वीं सदी का सबसे शक्तिशाली भूकंप जुलाई 1956 में आया था, जिसकी तीव्रता 7.7 थी. एमोर्गोस के पास आए इस भूकंप में 53 लोगों की मौत हुई थी. वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि हालिया भूकंपों का संतोरीनी के ज्वालामुखी से कोई संबंध नहीं है.

संतोरीनी का ज्वालामुखी 1600 ईसा पूर्व में एक विनाशकारी विस्फोट कर चुका है, जबकि इसके पास स्थित दूसरा ज्वालामुखी करीब 375 साल पहले फूटा था. स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है, और प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क है.

homeworld

भूकंप के 800 झटकों से थर्राया स्वर्ग जैसा द्वीप, मुस्लिमों का यह देश तक हिला


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!