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डॉक्टर्स की सलाह के बाद इस फसल की बढ़ी मांग, रोहतास के किसान ने सीजन में कमा लिए 8 लाख

Agency:News18 Bihar

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Rohtas Farmer Sucess Story: सासाराम के लखनुसराय गांव के किसान कृष्ण प्रसाद वर्षो से सब्जी में गोभी की खेती करते आ रहे रहे थे. लेकिन मुनाफा नहीं कमा पा रहे थे. कृषि वैज्ञानिकाें की सलाह पर ब्रोकली की खेती की शुर…और पढ़ें

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प्रतीकात्मक तस्वीर 

हाइलाइट्स

  • किसान कृष्ण प्रसाद ने ब्रोकली की खेती से 8 लाख कमाए.
  • ब्रोकली की बढ़ती मांग और अच्छे दाम से मुनाफा बढ़ा.
  • डॉक्टर की सलाह से ब्रोकली की डिमांड बढ़ी.

रोहतास. खेती में सफलता सिर्फ मेहनत से नहीं, बल्कि बदलते समय के साथ नई फसलों को अपनाने से भी मिलती है. सासाराम के लखनुसराय गांव के किसान कृष्ण प्रसाद ने भी इसी सोच को अपनाया और अपनी किस्मत बदल दी. पहले वे फूलगोभी और बंदगोभी की पारंपरिक खेती करते थे, लेकिन बाजार में गिरते दामों ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया. फूलगोभी 2-3 रुपये प्रति किलो बिकने लगी, जिससे लागत निकालना भी मुश्किल हो गया.

कृष्ण प्रसाद ने देखा कि परंपरागत फसलों से अब मुनाफा कम हो रहा है. ऐसे में उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क किया और ब्रोकली की खेती शुरू करने का फैसला लिया।.पहले इस क्षेत्र में ब्रोकली की खेती का ज्यादा चलन नहीं थी, लेकिन बाजार में बढ़ती मांग और अच्छे दाम को देखते हुए उन्होंने इसे अपनाने का निर्णय लिया.

सीजन में हो जाती है 7 से 8 लाख की कमाई

जहां फूलगोभी और बंदगोभी घाटे का सौदा साबित हो रही थी, वहीं ब्रोकली की बाजार में जबरदस्त मांग थी. अब कृष्ण प्रसाद ब्रोकली का एक पीस 20-25 रुपये में आसानी से बेच रहे हैं, जिससे उनका मुनाफा कई गुना बढ़ गया. कृष्ण प्रसाद ने सिर्फ 5 बीघा में ब्रोकली उगाकर 7-8 लाख रुपये की शानदार कमाई की है. वे बताते हैं कि पहले ब्रोकली की बाजार में बहुत ज्यादा मांग नहीं थी, लेकिन अब लोग डॉक्टर की सलाह के बाद इसे हेल्दी डाइट का हिस्सा बना रहे हैं, जिससे इसकी कीमत स्थिर बनी रहती है.

स्थानीय बाजार में बिक जाती है पूरी फसल

किसान बताते हैं कि उनकी पूरी ब्रोकली की फसल स्थानीय बाजार में ही बिक जाती है. वहीं दूसरी ओर, फूलगोभी के कम दामों से परेशान कई किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. कई किसान अपनी फसलें खेत में ही नष्ट करने को मजबूर हैं. कृष्ण प्रसाद का मानना है कि अगर फूलगोभी का भाव 10 रुपये प्रति किलो भी मिले, तो किसानों को राहत मिल सकती है. उनका कहना है कि अगर किसान पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए नई फसलों की ओर बढ़ें, तो वे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. ब्रोकली की कीमत स्थिर रहती है, जिससे यह एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है. अब वे पूरी तरह ब्रोकली की खेती पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और दूसरे किसानों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं.

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इस सब्जी की कर लें खेती, सीजन में हो जाएगी लाखों में कमाई


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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