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इस सुपरफूड की खेती से मालामाल हुआ सहरसा का युवा किसान, सालाना लाखों में हो रही कमाई, यहां से मिला आइडिया

Agency:News18 Bihar

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Saharsa Ali Alam Success Story: सहरसा के रहने वाले युवा किसान अली आलम किसी परिचय के मोहताज नहीं है. अली आलम मखाना के साथ मशरूम और शहर उत्पादन करते हैं. उद्यान विभाग से अनुदान मिलने के बाद लीज पर 25 एकड़ जमीन लेक…और पढ़ें

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मिलिए सहरसा के युवा किसान से जो मखाना की खेती से कमाते हैं लाखों रुपए 

हाइलाइट्स

  • अली आलम ने मखाना की खेती से 19 लाख का मुनाफा कमाया.
  • मशरूम और शहद उत्पादन में भी अली को सफलता मिली.
  • अली आलम कृषि के क्षेत्र में एक ब्रांड बन गए हैं.

सहरसा. कृषि के क्षेत्र में अब बिहार भी लगातार आगे की ओर बढ़ रहा है. बिहार कृषि के क्षेत्र में उस ऊंचाई को छू चुका है, जहां युवा वर्ग के साथ महिलाएं भी शामिल हैं. युवा कुछ हटकर कृषि के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं, इसके लिए अब विभाग भी ऐसे लोगों की मदद कर रहा है. आज हम आपको एक ऐसे ही युवा किसान के बारे में बताते हैं, जो कृषि के क्षेत्र में जिले का एक ब्रांड बन गया है.

इस युवक का नाम अली आलम है और महिषी प्रखंड के रहने वाले हैं. अक्सर लोग असफलता के कारण निराश हो जाते हैं, लेकिन अली आलम ने उन परिस्थितियों का सामना कर कृषि के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाया.

मखाना की खेती से कमा रहे लाखों रूपए

अली आलम कृषि के क्षेत्र में बेहतर काम करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कृषि के क्षेत्र के बारे कुछ जानकारी नहीं थी. इसके बाद उद्यान निदेशालय का सहयोग मिला और विभाग की तरफ से कई अहम जानकारी दी गई. सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया गया और सब्सिडी दी गई. इसके माध्यम से अली आलम ने एक एकड़ में मखाना खेती की शुरूआत की. 1 एकड़ से अच्छा फायदा हो जाने के बाद उनका हौसला बढ़ा, फिर दो एकड़ में मखाना की खेती शुरू की. अधिक मुनाफा होने के कारण अली आलम ने 25 एकड़ में मखाने की खेती की शुरुआत की, जो सफल रहा. अली को लगभग 19 लाख का मुनाफा हुआ. जिससे अली का हौसला काफी बढ़ गया और विभाग का भी आभार व्यक्त किया.

मखाना के साथ मशरूम का भी कर रहे उत्पादन

अली आलम का काम यही तक नहीं रुका, उन्होंने 25 एकड़ में मखाने की खेती की फिर उद्यान निदेशालय से मशरूम उत्पादन का गुर सीखा और 1500 किट लेकर मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में काम करना शरू किया. मशरूम उत्पादन में भी उन्हें बेहतर मुनाफा हुआ तो शहद का कारोबार शुरू कर दिया. बता दें कि अली आलम दसवीं पास है और कृषि के क्षेत्र में लगातार बेहतर काम कर रहे है. किसान अली आलम ने बताया कि फिलहाल मखाना के साथ मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं. उद्यान विभाग से काफी मदद मिला है. शुरूआत में मखाने की खेती के लिए 54 हजार का अनुदान मिला था. वहीं लीज पर जमीन लेकर 25 एकड़ में मखाने की खेती करने पर 19 लाख का फायदा हुआ. वहीं 200 किलो मशरूम की भी बिकी हर माह हो रही है.

कृषि के क्षेत्र में ब्रांड बन गया है अली आलम

महिषी प्रखंड उद्यान पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि आलम के घर की स्थिति पहले ठीक नहीं थी, इसको देखकर आलम के घर पर पहुंचे और उन्हें सरकार की योजना के बारे में जानकारी दी. अली आलम खेती में  दिलचस्पी रखते थे. इसके बाद इन्हें मखाना खेती के बारे में बताया. मखाना की खेती  करने पर शुरूआत में ही सफलता मिल गई. इन्हें खेती के लिए अनुदान भी दिया गया. कृषि के क्षेत्र में यह युवा एक ब्रांड बन गया है. विभाग किसानों की मदद भी कर रही है. साथ ही किसान के दरवाजे तक पहुंचते हैं और उन्हें योजना के बारे में बताते हैं.  इसका लाभ अली आलम जैसे किसान उठाकर आत्मनिर्भर बन रहे हैं.

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इस सुपरफूड की खेती से युवक की बदली किस्मत, सालाना लाखों में है कमाई


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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