लियांग वेनफेंग: डीपसीक के संस्थापक ने AI स्टार्टअप से मचाई धूम

Last Updated:
DeepSeek Founder Liang Wenfeng- डीपसीक (DeepSeek) फाउंडर लियांग वेनफेंग की कहानी एक साधारण जीवन से असाधारण सफलता तक के सफर की प्रेरणा है. उनकी तकनीकी इनोवेशन के प्रति प्रतिबद्धता और दुनिया को बदलने की चाहत ने उ…और पढ़ें
लियांग वेनफेंग (Liang Wenfeng) के डीपसीक ने दुनिया में तहलका मचा दिया है.
हाइलाइट्स
- लियांग वेनफेंग जन्म 1985 में झांजियांग, ग्वांगडोंग में हुआ.
- लियांग के पिता प्राथमिक स्कूल में अध्यापक थे.
- झेजियांग विश्वविद्यालय से लियांग ने शिक्षा प्राप्त की.
नई दिल्ली. चीन के AI स्टार्टअप डीपसीक (DeepSeek) ने दुनिया में तहलका मचा दिया है. डीपसीक के बाजार में उतरते ही कई दिग्गज अमेरिकी कंपनियों के मालिकों और अधिकारियों की सांसे ऊपर-नीचे हो रही हैं और एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों के शेयर धूल चाट गए हैं. दुनिया भर में चर्चा का विषय इस एआई स्टार्टअप के फाउंडर हैं लियांग वेनफेंग (Liang Wenfeng). एक साधारण प्राथमिक टीचर के घर जन्मे वेनफेंग आज चीन ही नहीं विश्व के तकनीकी और उद्यमिता जगत में एक मिसाल बन चुके हैं. 1985 में झांजियांग, ग्वांगडोंग के एक साधारण परिवार में जन्मे लियांग ने अपनी मेहनत और दूरदृष्टि से खुद को दुनिया के सामने एक अग्रणी AI उद्यमी के रूप में स्थापित किया है.
लियांग का बचपन बेहद साधारण था. उनके पिता एक प्राथमिक विद्यालय में पढाते थे. यही वजह थी कि शिक्षा के महत्व का पाठ उन्हें बचपन से ही पढाया गया. पढाई-लिखाई में लियांग होशियार थे. चीन के झेजियांग विश्वविद्यालय से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक सूचना इंजीनियरिंग में स्नातक और फिर सूचना और संचार इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल करते की. उन्होंने मशीन लर्निंग और वित्तीय डेटा विश्लेषण पर गहन शोध किया. झेजियांग विश्वविद्यालय चीन का पुराना और मशहूर शिक्षण संस्थान है. चाइनीज ई-कॉमर्स संस्थापक और पिंडुओडुओ के पूर्व सीईओ कॉलिन हुआंग भी यहीं से पढे हैं.
ये भी पढ़ें- AI पर ‘दो बैल’ आमने-सामने! पेरिस समिट में शक्ति संतुलन पर होगी बात, भारत का किरदार अहम
करियर की उड़ान
स्नातक के बाद लियांग वेनफेंग ने 2013 में हांग्जो याकेबी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट और 2015 में झेजियांग जियुझांग एसेट मैनेजमेंट जैसी कंपनियों की स्थापना की. ये कंपनियां ज्यादा प्रसिद्ध नहीं हुईं. इसके बाद लियांग और उनके दो क्लासमेंट ने क्वांटेटिव हेज फंड हाई-फ्लायर की नींव रखी. यह कंपनी क्वांटेटिव इनवेस्टमेंट के लिए मैथेमेटिक्स और एआई का खूब इस्तेमाल करती है. साल 2019 में हाई-फ्लायर का एसेट अंडर मैनेजमेंट 10 बिलियन डॉलर था.
एनवीडिया से लियांग वेनफेंग ने खरीदे हजारों जीपीयू
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वेनफेंग ने हाई-फ्लायर चलाते समय Nvidia से हजारों GPU खरीदना शुरू कर दिया. उनके एक बिजनेस पार्टनर ने बताया कि तब लियांग वेनफेंग को एक बहुत ही बेवकूफ आदमी के रूप में देखा गया जो अपने खुद के मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए 10,000-चिप क्लस्टर बनाने की बात कर रहा था.
मई 2023 लॉन्च हुआ डीपसीक
लियांग वेनफेंग ने हाई-फ्लायर के एक ऑफशूट के रूप में मई 2023 में डीपसीक लॉन्च किया. इसके बाद साल 2024 के अंत में स्टार्टअप ने V3 मॉडल लॉन्च किया. इसके लॉन्च के साथ ही डीपसीक चर्चा में आ गया. पिछले साल जारी एक पेपर के अनुसार डीपसीक शोधकर्ताओं का कहना था कि इस मॉडल को बनाने में केवल 46 करोड़ रुपये (5.6 मिलियन डॉलर) का खर्च आया, जबकि अन्य कंपनियां ऐसी तकनीक पर 500 करोड़ रुपये (60 मिलियन डॉलर) खर्च करती हैं. इसे 2,000 Nvidia H800 चिप्स का उपयोग इसे बनाया और प्रशिक्षित किया.
वैश्विक बाजार में हलचल
लियांग वेनफेंग के डीपसीक-R1 चैटबॉट लॉन्च कर अमेरिका और अन्य वैश्विक बाजारों में तहलका मचा दिया. यह चैटबॉट ऐपल ऐप स्टोर पर सबसे ज्यादा रेटिंग वाला मुफ्त ऐप बन गया. लियांग का कहना है कि उनका उद्देश्य AI को न केवल सुलभ बनाना है बल्कि इसे वित्तीय और अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी रूप से लागू करना भी है.
New Delhi,New Delhi,Delhi
January 28, 2025, 13:25 IST
Source link