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उत्तरप्रदेश से आए किसान भरतपुर में कर रहे मल्चिंग विधि से खेती, 50 लाख सलाना कर रहे कमाई

Agency:News18 Rajasthan

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Bharatpur News : भरतपुर के बयाना में रफीक खान ने 55 बीघा जमीन पर व्यवसायिक खेती का मॉडल पेश किया, जिससे उनकी सालाना आय 50 लाख रुपये है. उन्होंने मल्चिंग पेपर और आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर सब्जियों की खेती की.

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भरतपुर मे किसान कर रहे है मल्चिंग खेती

हाइलाइट्स

  • रफीक खान ने 55 बीघा जमीन पर व्यवसायिक खेती शुरू की.
  • मल्चिंग पेपर और आधुनिक तकनीकों से सब्जियों की खेती की.
  • रफीक की सालाना आय 50 लाख रुपये है.

भरतपुर के बयाना के अलापुरी गांव में उत्तर प्रदेश के किसान रफीक खान ने व्यवसायिक खेती का एक ऐसा मॉडल पेश किया है, जो किसानों के लिए प्रेरणा बन रहा है. बरेली जिले के फरीदपुर कस्बे के रहने वाले रफीक खान पिछले पांच साल से भरतपुर में 55 बीघा जमीन लीज पर लेकर व्यवसायिक खेती कर रहे हैं.किसान रफीक ने पारंपरिक खेती छोड़कर सब्जियों और बागवानी की ओर रुख किया है.जिससे उनकी सालाना आय 50 लाख रुपये के लगभग है.

किसान रफीक ने लोकल 18 को बताया कि हमने 55 बीघा भूमि को एक साल के लिए 10 लाख रुपये में लीज पर लिया है.इस भूमि में हम तरबूज, खरबूजा, करेला, खीरा, लौकी और काशीफल जैसी फसलें उगा रहे हैं.इन फसलों की बुवाई अक्टूबर-नवंबर में हो जाती है.और फिर फसल फरवरी में तैयार हो जाती है.एक साल में हम दो फसलें लेते हैं. फसल तैयार करने में हमें 50 हजार प्रति बीघा रुपये की लागत आती है और हर बीघा से 55 हजार रुपये तक का मुनाफा हो जाता है.

रफीक ने खेती में आधुनिक तकनीकों को अपनाया है, जिनमें मल्चिंग पेपर का उपयोग प्रमुख है. उन्होंने बताया कि मल्चिंग पेपर मिट्टी में नमी बनाए रखने और तापमान को स्थिर रखने और फसल को सर्दी से बचाने में मदद करता है. यह न केवल मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है. बल्कि खरपतवार की वृद्धि को भी नियंत्रित करता है. मल्चिंग पेपर का एक रोल 1000 मीटर करीब 6000 रुपये में आता है. जो डेढ़ बीघा भूमि को कवर करता है.

रफीक खान बताते हैं कि हमारी इस खेती कि उपज भरतपुर मंडी के साथ-साथ आगरा, मथुरा और दिल्ली की मंडियों में भी भेजी जाती है. रफीक अपने परिवार के साथ रहकर खेती करते है और मजदूरों को भी रोजगार देते हैं. रफीक साल में केवल एक-दो बार अपने गांव जाते हैं. बाकि समय खेती में व्यस्त रहते हैं. उनकी मेहनत और कुशल प्रबंधन ने उन्हें एक सफल किसान बना दिया है. रफीक का कहना है कि भरतपुर के बयाना क्षेत्र की मिट्टी काफी अच्छी है. जो सब्जी एवं खेती- करने के योग्य है.

रफीक का मानना है.कि पारंपरिक खेती के साथ किसानों को सब्जियों और बागवानी की ओर ध्यान देना चाहिए यह खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देती है. और किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करती है. उन्होंने किसानों को मल्चिंग पेपर और अन्य आधुनिक तकनीकों को अपनाने की सलाह दी है. ताकि वे भी अपनी फसल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ा सकें यदि किसान पारंपरिक तरीकों से हटकर नई तकनीकों और फसलों को अपनाएं तो उनकी आय में भारी वृद्धि हो सकती है.

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यूपी से आए किसान भरतपुर में कर रहे मल्चिंग विधि से खेती, इतनी हो रही कमाई


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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