अजब गजब

एक करोड़ का जॉब ऑफर ठुकराया, एक लाख लगा शुरू किया काम, आज अमेरिका, जर्मनी तक फैला है आरूषी का बिजनेस

नई दिल्‍ली. कहते हैं जीवन में बड़ी सफलता हासिल करने के लिए जोखिम उठाना पड़ता है. जो रिस्‍क लेने से नहीं डरते और कड़ी मेहनत करते हैं, उन्‍हें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता. इसका उदाहरण उत्‍तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्‍मी आरुषी अग्रवाल हैं. TalentDecrypt की फाउंडर आरुषी को एम.टेक करने के बाद दो जॉब ऑफर मिले. अगर वे किसी भी ऑफर को स्‍वीकार करतीं तो उन्‍हें एक करोड़ रुपये सालाना पैकेज मिलता. लेकिन, आरुषी का इरादा कुछ अलग करने का था. उन्‍होंने जॉब की बजाय अपना काम शुरू करने को प्राथमिकता दी. साल 2020 में एक लाख रुपये लगाकर उन्‍होंने TalentDecrypt की नींव रखी. आज उनका यह स्‍टार्टअप सालाना 50 करोड़ रुपये की कमाई कर रहा है. आरुषी अग्रवाल को उनकी आंत्रप्रन्‍योरशिप के लिए नीति आयोग भी सम्‍मानित कर चुका है.

अपनी शुरुआत के बाद से, TalentDecrypt नौकरी की भर्ती के लिए एक विश्वसनीय मंच बन गया है. खासकर कोडिंग में कुशल युवाओं के बीच यह बहुत लोकप्रिय है. कंपनी हैकथॉन और वर्चुअल कौशल मूल्यांकन का आयोजन कर नौकरी की तलाश करने वाले और कंपनियों के बीच पुल का काम करती है. TalentDecrypt के सिक्‍योरिटी फीचर यह सुनिश्चित करते हैं कि ऑनलाइन उम्मीदवार के मूल्यांकन के दौरान कोई भी कैंडिडेट किसी अनधिकृत उपकरण का इस्‍तेमाल न कर पाए.

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एक लाख रुपये लगा शुरू किया काम
आरुषि ने जेपी इंस्टीट्यूट से बी-टेक और एम-टेक की पढ़ाई की. इसके बाद में उन्होंने आईआईटी-दिल्ली से इंटर्नशिप भी की. आरुषि को दो बार 1 करोड़ रुपये की बड़ी सैलरी का ऑफर मिला था. हालांकि, उन्होंने इन ऑफरों को ठुकरा दिया. वर्ष 2018 के अंत में आरुषि ने कोडिंग सीख कर सॉफ्टवेयर बनाना शुरू किया. साल 2020 में कोरोना महामारी के बीच आरुषि ने सिर्फ एक लाख रुपये लगाकर अपना टैलेंटडिक्रिप्ट शुरू किया.

अमेरिका, जर्मनी की कंपनियां हैं क्‍लाइंट
अरुषि की कंपनी टैलेंटडिक्रिफ्ट युवाओं को उनकी मनचाही नौकरी हासिल करने में मदद करती है. अभी अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर, यूएई, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका नेपाल सहित अन्य देशों की 380 कंपनियां अरुषि की कंपनी की सेवाएं ले रही हैं. इस कंपनी में युवाओं को हैकाथॉन के जरिए वर्चुअल स्किल टेस्ट से गुजरना पड़ता है. अब तक सैकड़ो युवा टैलेंटडिक्रिप्ट के जरिए नौकरी पा चुके हैं.

Tags: Business news, Inspiring story, Success Story, Womens Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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