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KGPL बनाम CPL- राजनीतिक जमावट के खेल में युवा प्रतिभाओं को खेल के बहाने मौका और मंच

Shravan Gaurav

आगामी विधानसभा चुनाव मिशन-2023 की रस्साकस्सी शुरू!

खेल के साथ मोहरे फिट करने मंच से चल रहा सम्मान का खेल

शाबाश! KGPL और CPL के आयोजकों। मकसद लाख पर्दे के पीछे राजनीतिक हो, लेकिन इसी बहाने युवा प्रतिभाओं को खेल के बहाने मौका और मंच तो मिल ही रहा है। अच्छी बात राजनीति का खेल भी खेल-खेल में होना चाहिए, जो हो भी रहा है। 

सब जानते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव मिशन- 2023 की रस्साकस्सी शुरू हो चुकी है। शक्ति परीक्षण शुरू हो गया है। मतदाताओं को लुभाने का खेल शुरू हो चुका है। किसी न किसी बहाने मतदाताओं को आकर्षित करने, अपना वोट बैंक मजबूत रखने तथा करने और राजनीतिक जमावट का खेल परवान चढ़ने लगा है। 

#गत विधानसभा चुनाव में छतरपुर से कांग्रेस के #आलोकचतुर्वेदी ने भाजपा की #अर्चनागुड्डूसिंह को पराजित किया था।यह तय है कि कांग्रेस से फिर आलोक चतुर्वेदी प्रत्याशी होंगे। भाजपा से इस बार भी पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह अथवा उनकी धर्मपत्नी अर्चना सिंह अपनी दावेदारी सुनिश्चित मान कर चल रहे हैं। लेकिन उनकी दावेदारी के खिलाफ पूर्व मंत्री ललिता यादव का अड़ंगा लगना भी तय है। वैसे गुड्डू सिंह का पक्ष टिकट को लेकर निश्चिंत है। 

#मिशन-2023 के मद्देनजर दोनों विपरीत दलों के यह संभावित उम्मीदवार अपनी तरकश से राजनीतिक बाण चलाने लगे हैं और जनअदालत के बीच सच्चा हितैषी होने का प्रयास करने लगे हैं। वैसे जनाकांक्षाओं पर खरे साबित हुये आलोक चतुर्वेदी का जहां आगामी चुनाव में मूल्यांकन होगा। वहीं भाजपा के दावेदार को इस बार मौका मिलेगा या नहीं, यह समय के गर्त में होगा। जनता बखूबी जानती है कि हमारे हितों का सच्चा रखवाला कौन है और उसी दृष्टिकोण से उसका फैसला होगा। लेकिन राजनीति के माहिर खिलाड़ी कतई चूकने वाले नहीं हैं। उनकी शतरंजी बिसात बिछना शुरू हो चुकी है। 

#पहले कांग्रेस सत्ता में रही, फिर सत्ताच्युत हुई और भाजपा की शिवराज सरकार आ गई। लेकिन छतरपुर के सत्तापक्ष और विपक्ष के किसी भी राजपुरुष ने छतरपुर के युवाओं तथा बेरोजगारों को रोजगार दिलाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जबकि के जिले से एक सांसद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष हैं। एक सांसद नमों मंत्रिमंडल में कबीना मंत्री हैं और एक सांसद राज्यमंत्री हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार में बुंदेलखंड में चार प्रभावशाली मंत्री हैं। जो विकास की बीन तो खूब बजाते हैं। लेकिन यहाँ के युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की दिशा में एक अदद कोई बड़ा उद्योग धंधा तक स्थापित नहीं करा पाये। 

#यही वजह है कि युवा शक्ति को रिझाने केजीपीएल बनाम सीपीएल जैसे खेल चल रहे हैं, चलाये जा रहे हैं, खिलाते रहो, डटे रहो, मस्त रहो, ऐन-केन-प्रकारेण राजनीतिक मकसद पाने में सफल हो-हमारी मंगल कामनायें हैं। जीतेगा तो वही, जिसको जनता जितेयागी। 

#खेलग्राम और प्रताप भवन दोनों आयोजकों और उनकी समर्पित टीम को सफल आयोजन हेतु साधुवाद एवं बधाई। मिशन-2023 के राजनीतिक युद्धाभ्यास का खेल, खेल-खेल में शुरू हो चुका है और खेल के साथ मोहरे फिट करने मंच से सम्मान का खेल भी चल रहा है।

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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